ABP C-Voter Survey: उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा समेत पांच चुनावी राज्यों में क्या है जनता का मूड, पढ़ें
ABP C-Voter Survey: यूपी, पंजाब सहित देश के पांच राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनावी राज्यों में राजनीतिक तापमान गर्म है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर किए गए सी-वोटर सर्वे के अनुसार, बीजेपी के खाते में 241 से 249 सीटें जा सकती है. समाजवादी पार्टी के हिस्से में 130 से 138 सीटें आ सकती है जबकि बीएसपी 15 से 19 के बीच और कांग्रेस 3 से 7 सीटों के बीच सिमट सकती है.
सी-वोटर सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 41 फीसदी, समाजवादी पार्टी को 32 फीसदी, बहुजन समाज पार्टी को 15 फीसदी, कांग्रेस को 6 फीसदी और अन्य के खाते में 6 फीसदी वोट जा सकते हैं.
सी-वोटर सर्वे के दौरान जब जनता से यह सवाल किया गया कि किसान आंदोलन को लेकर सही कौन है? इसके जवाब में 59 फीसदी ने कहा कि किसान सही है, जबकि 41 फीसदी ने सरकार को सही बताया है.
समाजवादी पार्टी प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने कहा कि जिस सरकार ने केन्द्र के स्तर पर दहशत फैला रखी है, ऐसे समय में अगर बीजेपी ख्वाब देख रही है कि वे चुनाव जीतेंगे तो वहीं अधूरे ही ख्वाब रहेंगे. उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा को बर्खास्त नहीं किया गया और उनका बेटा आशीष मिश्रा चैन की नींद सो रहे हैं.
सीवोटर सर्वे के दौरान जब लोगों के बीच यह सवाल किया गया कि क्या राजा महेन्द्र प्रताप यूनिवर्सिटी बनाकर जाटों का दिल जीता गया? इस के जवाब में 55 फीसदी लोगों ने हां कहा जबकि 45 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया है. अगला सवाल किया गया कि क्या राम मंदिर चुनाव का बड़ा मुद्दा होगा? इसके जवाब में 61 फीसदी लोगों ने कहा कि हां बड़ा मुद्दा होगा जबकि 39 फीसदी ने कहा कि बड़ा मुद्दा नहीं होगा.
बीएसपी के प्रवक्ता एम.एच खान ने कहा समाजवादी पार्टी के पास सिर्फ साढ़े छह फीसदी है जबकि बीएसपी को पास 23 फीसदी वोट है. उन्होंने कहा वे इस सर्वे को नहीं मानते हैं. बीएसपी प्रवक्ता ने आगे बीजेपी यह दिखाने का प्रयास कर रही है कि उसका मुकाबला उसके और एसपी के साथ है. लेकिन हकीकत ये हैं कि राज्य में बीएसपी की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आ रही है.
यूपी में सर्वे को लेकर सी-वोटर के डायरेक्टर यशवंत देशमुख ने कहा कि 3 सितंबर को पिछला सर्वे आया था, लेकिन 4 अक्टूबर को घटना होने के बाद सर्वे किया गया. इस दौरान यह जानने का प्रयास किया गया कि लखीमपुर खीरी का कितना असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि यह रिएक्शन जरूर लोगों पर पड़ा है. लेकिन, लोगों ने अपने-अपने विलेन और हीरो को तय कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद ध्रुवीकरण की राजनीति यूपी में बढ़ सकती है और बीजेपी विरोधी वोट बीएसपी में शिफ्ट हो सकते हैं. बशर्ते कांग्रेस का कैंपेन उतना तेज न चले. अगर कांग्रेस का कैंपेन तेज होगा तो मुस्लिम वोटर उनके पास जाएंगे.
सर्वे के दौरान जब जनता से यह पूछा गया कि क्या यूपी में कानून-व्यवस्था पिछले कुछ दिनों में खराब हुई है? इसके जवाब में 63 ने हां कहा जबकि 37 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया है.
सीवोटर सर्वे के दौरान जब यह सवाल लोगों से किया गया कि क्या लखीमपुर कांड से यूपी सरकार की छवि को नुकसान हुआ? तो इसके जवाब में 70 फीसदी लोगों ने कहा कि हां नुकसान हुआ है जबकि 30 फीसदी ने कहा कि कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.
सी-वोटर सर्वे के दौरान जब यह सवाल किया गया कि क्या लखीमपुर कांड से बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचा है? इसके जवाब में 60 फीसदी लोगों ने कहा कि हां बीजेपी को नुकसान पहुंचा है जबकि 40 फीसदी ने कहा कि इसका कोई नुकसान नहीं हुआ है.
सी वोटर सर्वे के दौरा जब लोगों से यह सवाल किया गया कि क्या विपक्ष का चुनाव की वजह से लखीमपुर खीरी मुद्दे को हवा देने की कोशिश कर रहा है? इसके जवाब में 58 फीसदी लोगों ने इसका जवाब हां में दिया, जबकि 42 फीसदी ने इसका जवाब नहीं में दिया.
उत्तर प्रदेश में लखीमपुर हिंसा एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. विरोधी दलों की तरफ से लगातार सरकार पर हमले किए जा रहे हैं. इस बीच सी वोटर सर्वे के यह सवाल किया गया कि लखीमपुर हिंसा की वजह अजय मिश्रा का बयान है? इसके जवाब में 61 फीसदी लोगों हां कहा जबकि 39 फीसदी लोगों ने ना में जवाब दिया.
सी वोटर सर्वे के मुताबिक, गोवा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 38 फीसदी वोट आ सकते हैं. जबकि कांग्रेस के खाते में 18 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 23 फीसदी और अन्य को 21 फीसदी वोट हासिल हो सकते हैं. अगर सीटों के लिहाज से देखें तो बीजेपी 24 से 28 सीटें, कांग्रेस के खाते में 1 से 5 सीटें, आम आदमी पार्टी के खाते में 3 से 7 सीट और अन्य के पास 4 से 8 सीटें जा सकती है.
सी वोटर सर्वे के मुताबिक, मणिपुर में बीजेपी को 36 फीसदी वोट मिल सकते हैं, जबकि कांग्रेस के खाते में 34 फीसदी वोट आ सकते हैं. इसके साथ ही, एनपीएफ को 9 फीसदी और अन्य के खाते में 21 फीसदी वोट जा सकते हैं. राज्य में कुल 60 विधानसभा की सीटें हैं. यानी मणिपुर में त्रिशंकु विधानसभा के आसार बन सकते हैं. सीटों के लिहाज से अगर देखें तो मणिपुर में बीजेपी को 21-25 सीटें, कांग्रेस को 18 से 22 सीटें, एनपीएफ को 4 से 8 सीटें और अन्य को 1 से 5 सीटें मिल सकती है.
उत्तराखंड में सीएम के लिए पहली पंसद कौन हैं? इस सवाल के जवाब में सर्वे के दौरान पता चला कि 37 फीसदी लोग हरीश रावत को पसंद कर रहे हैं. पुष्कर सिंह धामी को 24 फीसदी पंसद कर रहे हैं. कर्नल कोठियाल को 10 फीसदी, सतपाल महाराज को 1 फीसदी और अन्य को 9 फीसदी पसंद कर रहे हैं.
सी-वोटर सर्वे के दौरान उत्तराखंड की जनता का मूड भांपकर अनुमान लगाया गया है कि राज्य में कांग्रेस को 21 से 25 सीटें मिल सकती है. भारतीय जनता पार्टी को 42 से 46 सीटें जबकि आम आदमी पार्टी को 0 से 4 सीटें और अन्य को 0 से 2 सीटें मिल सकती है.
उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव में किस पार्टी कितने वोट फीसदी मिलेंगे? इस सवाल के जवाब में सर्वे के दौरान यह निकलकर आया कि कांग्रेस को 34 फीसदी, बीजेपी को 45 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 15 फीसदी और अन्य को 6 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
उत्तराखंड के मतदाताओं से जब यह पूछा गया कि जो जमीन कानून लाया गया है, इसका राज्य विधानसभा चुनाव पर कितना असर पड़ेगा? इसके जवाब में सर्वे के दौरान पचास फीसदी ने हां और 50 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया.
देवास्थानम बोर्ड का मुद्दा उत्तराखंड चुनाव को प्रभावित करेगा? यह यह सवाल सी-वोटर की तरफ से सर्वे के दौरान किया गया तो इसके जवाब में 52 फीसदी ने हां में जवाब दिया जबकि 48 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया.
सीवोटर की तरफ से उत्तराखंड के मतदाताओं से जब यह पूछा गया कि फ्री बिजली के वादा का राज्य की चुनाव पर कितना असर पड़ेगा? इसके जवाब में 33 फीसदी लोगों ने कहा कि फ्री बिजली-पानी से कोई असर नहीं पड़ने वाला है, जबकि 67 फीसदी ने कहा कि चुनाव में इसका असर पड़ेगा.
उत्तराखंड में अगले साल चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में सी वोटर की तरफ से यह पूछा गया कि क्या बार-बार मुख्यमंत्री बदलने से पार्टी को फायदा होगा? इसके जवाब में 33 फीसदी लोगों ने हां और 67 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया.
पंजाब में कांग्रेस ने सीएम को बदल दिया है. अब सवाल है कि क्या कांग्रेस के इस कदम से राज्य में पार्टी को फायदा होगा? सर्वे में इसको लेकर पूछे गए सवाल पर 54 फीसदी लोगों ने कहा कि हां कांग्रेस को कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाने का फायदा होगा, जबकि 46 फीसदी लोगों का मानना है कि कोई फायदा नहीं होगा.
117 विधानसभा सीटों वाले पंजाब में इस बार आप सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है. सर्वे में आप को 49-55 सीटें मिलती नज़र आ रही है, जबकि कांग्रेस को 39-47 सीटें, अकाली दल को 17-25 सीटें, बीजेपी को 0-1 सीटें और अन्य को 0-1 सीटें मिल सकती हैं.
पंजाब में वोट प्रतीशत के मामले में सर्वे में आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है. आप को सर्वे में 36 फीसदी वोट मिलने की बात सामने आई है. इसके अलावा कांग्रेस को 32 फीसदी, अकाली दल को 22%, बीजेपी को 4 फीसदी और अन्य को 6% वोट मिलते नज़र आ रहे हैं. पंजाब में 117 सीटें हैं.
क्या पंजाब के सीएम के लिए चरणजीत सिंह चन्नी सही पसंद हैं ? इस सवाल पर 60 फीसदी लोगों ने सर्वे में हां में जवाब दिया जबकि 40 फीसदी लोगों ने कहा कि चन्नी सही पसंद नहीं हैं.
क्या पंजाब में सीएम बदलकर कांग्रेस ने सही किया? सर्वे में इस सवाल पर 59 फीसदी लोगों ने हां में जवाब दिया, जबकि 41 फीसदी लोगों का मानना था कि सीएम बदलने का कांग्रेस का फैसला सही नहीं था.
नोट: यूपी, पंजाब सहित देश के पांच राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में abp न्यूज के लिए C VOTER ने पांचों चुनावी राज्य का मूड जाना है. इस सर्वे में 98 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया. सर्वे 4 सितंबर 2021 से 4 अक्टूबर के बीच किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस पांच फीसदी है.
बैकग्राउंड
ABP C-Voter Survey Live Updates: पांच राज्यों में चुनावी तापमान गर्म हो रहा है. यूपी में लखीमपुर कांड के बाद से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. विपक्षी नेता लगातार सरकार पर हमले कर रहे हैं. पंजाब में भी सत्ताधारी कांग्रेस में उठा पटक जारी है. क्या कहती है यूपी से लेकर पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा की जनता. क्या है चुनावी मूड.
यूपी, पंजाब सहित देश के पांच राज्यों में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनावी राज्यों में राजनीतिक तापमान गर्म है. ऐसे माहौल में abp न्यूज के लिए C VOTER ने पांचों चुनावी राज्य का मूड जाना है. इस सर्वे में 98 हजार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है. सर्वे 4 सितंबर 2021 से 4 अक्टूबर के बीच किया गया है. इसमें मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस तीन से प्लस माइनस पांच फीसदी है.
मनोहर लाल खट्टर ने किसानों पर ‘जैसे को तैसा’ वाले बयान पर जताया खेद, कहा- भंग न हो शांति
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -