नई दिल्ली: लालू यादव की बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश को लेकर एबीपी न्यूज़ को बड़ी जानकारी मिली है. प्रवर्तन निदेशालय ने विनय मित्तल नाम के उस शख्स से पूछताछ की है जिसने लालू के दामाद की मुलाकात सीए राजेश अग्रवाल से कराई थी.


विनय मित्तल ने मानी मुलाकात की बात
एबीपी न्यूज को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि विनय मित्तल ने ये बात कबूल की है कि उसकी मुलाकात लालू के दामाद शैलेश से हुई थी. विनय मित्तल ने पूछताछ में बताया है कि लालू के दामाद से उसकी मुलाकात तेरह साल पहले दो हजार चार में दिल्ली में 25 तुगलक रोड पर लालू के आवास 25 तुगलक रोड पर हुई थी. विनय मित्तल ने ये भी कबूल किया है कि उसी ने सीए राजेश अग्रवाल से लालू के दामाद शैलेश की मुलाकात भी कराई थी.


इतना ही नहीं विनय मित्तल ने माना है कि शैलेश ने उससे मिशेल कंपनी में इन्वेस्टमेंट को लेकर बात की थी. विनये के मुताबिक उसने शैलेश की कई आईटीआर भरवायी थी लेकिन इसके लिए वो दूसरे सीए से दस्तखत करवाता था.


अब आगे क्या करेगा प्रवर्तन निदेशालय?
राजेश अग्रवाल को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, इसके बावजूद भी ईडी को यह स्पष्ट नहीं था कि राजेश अग्रवाल को पैसा किसने पहुंचाया. विनय मित्तल को अब राजेश अग्रवाल और शैलेश के बीच की कड़ी के तौर पर देखा जा रहा है. विनय मित्तल को राजेश अग्रवाल का साला भी बताया जाता है.


प्रवर्तन निदेशालय इस पूरे मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कर रहा है. ईडी यह जानना चाहता कि पैसा राजेश अग्रवाल तक कैसे पहुंचा और फिर राजेश ने शैल कंपनियों के जरिए मीसा भारती और शैलेश की कंपनी मिशेल तक पहंचाया.


लालू यादव तक भी जांच की आंच पहुंच सकती है
विनय मित्तल के बायन के अब प्रवर्तन निदेशायल लालू के दामाद शैलेश से पूछताछ की तैयारी कर रहा है. अगर ईडी को ईस मामले में सबूत मिले तो शैलेश को जेल भी जाना पड़ सकता है. ऐसे में आने वाले समय में इस जांच की आंच लालू यादव तक भी पहुंच सकती है क्योंकि लालू यादव उस समय केंद्र में रेल मंत्री थे.


क्या है शैलेश और विनय मित्तल का कनेक्शन?
शैलेश ने साल 2007 में विनय मित्तल से शैल कंपनियों और उससे फर्जी एंट्रियां लेने की पूरी जानकारी ली थी, ऐसे लोगो के बारे में भी पूछा था जो शैल कंपनियो के जरिए काला धन सफेद करके कंपनियो में भेजते हैं.


कौन है विनय मित्तल?
विनय मित्तल पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट है और राजेश अग्रवाल का साला बताया जाता है. राजेश अग्रवाल भी सीए है और फर्जी कंपनियों के जरिए कालेधन को सफेद करने का काम करता था. विनय पर्दे के पीछे से शैलेश के आयकर रिटर्न भी फाइल करवाता था.

क्या है पूरा मामला ?
लालू की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश की कंपनी मिशेल में फर्जी कंपियनों के जरिए करोड़ों रुपये आए थे, आरोप है कि इस पैसे से दिल्ली के पॉश इलाके में प्रॉपर्टी खरीदी गई, जिसकी जानकारी मिलने के बाद आयकर विभाग ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। आयकर विभाग मीसा भारती और शैलेश को पूछताछ के लिए बुला चुका है. आय़कर विभाग जानना चाहता है कि उनकी कंपनियो में किन लोगों ने पैसे दिए. कंपनी को किस काम के बदले ये पैसा दिया गया.