Jan Man Dhan e-Conclave LIVE Updates: सुशील मोदी ने कहा- कोरोना काल में देने होंगे रोजगार के नए अवसर, बुनियादी ढांचे में निवेश जरूरी

ABP News Jan Man Dhan e-Conclave LIVE Updates: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कुल 34,83,236 करोड़ रुपये के खर्चे का बजट पेश किया. सरकार और उसके सहयोगियों ने जहां इस बजट को जनता को सराहा तो वहीं विपक्ष ने इसे देश को गुमराह करने वाला बजट करार दिया. इस बीच आज आपके पसंदीदा चैनल abp न्यूज़ पर दिनभर बजट का विश्लेषण किया जा रहा है. एबीपी न्यूज ने आज जन मन धन e-कॉनकलेव (JAN MAN DHAN e-Conclave) का आयोजन किया है. इस खास कार्यक्रम में पक्ष-विपक्ष और विशेषज्ञों से नए बजट में खूबियां और खामियों को समझने की कोशिश की जा रही है. लाइव अपडेट्स के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 02 Feb 2021 06:53 PM
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना काल में नए रोजगार के अवसर की जरूरत है. यह इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश से ही पैदा होगा. इसलिए, इन सभी चीजों को ध्यान में रखकर यह बजट पेश किया गया है.
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि इस बार बजट में आम जनता के लिए नहीं सोचा गया. उन्होंने कहा कि बिना किसी वजन और रोडमैप के बजट पेश किया गया. प्रियंका ने आगे कहा कि सबसे ज्यादा नौकरियां अगर कहीं से आएंगी तो वह एमएसएमई है लेकिन उसके लिए को खाका नहीं तय किया गया. आर्थिक मंदी के निकलने का कोई प्राधवान नहीं किया गया है.
सीताराम येचुरी ने कहा कि चुनावी राज्यों के लिए फंड के ऐलान पर कहा कि यह चुनाव के चलते किया गया है. उन्होंने कहा कि जब तक बजट के खर्चे लागू किए जाएंगे तब तक चुनाव हो चुका होगा. उन्होंने आगे कहा कि देश में बेरोजगारी काफी हद तक बढ़ गई है. येचुरी ने कहा कि ऐसे मुश्किल घड़ी में सरकार ने मनरेगा के बजट में कटौती कर दी है.
कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि मंगलवार को वित्त मंत्री की तरफ से पेश किए गए बजट से वी शेप रिकवरी नहीं होगी बल्कि के शेप रिकवरी होगी. उन्होंने कहा कि किसानों की सब्सिडी घटाई गई. किसानों को कुछ नहीं दिया गया. बजट निजीकरण के पक्ष में है. नए रोजगार के लिए बजट में कोई प्रवाधान नहीं किया गया है.
गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जो बजट सोमवार को वित्त मंत्री ने रखा वह अत्यंत साहस के साथ पेश किया जाना समझा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बड़ी अर्थव्यवस्था से लेकर हर अर्थव्यवस्था को लड़खड़ाते हुए देखा है. ऐसे में सरकार का जो लक्ष्य है उसकी दिशा में अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए यह एक साहासिक बजट बनाया गया.
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आलोचना करना विपक्ष का स्वभाव है. एबीपी न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी से निपटना है और बजट में इस चुनौती से निपटने का समाधान है.
इधर, सिग्नेचर ग्लोबल के फाउंडर चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि यह इतिहास का पहला बजट है. उन्होंने निर्मला की तरफ से पेश इस बजट की सरहना करते हुए कहा कि जितना दिल खोलकर इस बार पूंजीगत खर्च किया गया उतने पहले कभी नहीं किया गया.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रामदेव ने कहा कि अभी अभी दो तीन साल में केन्द्रीय बैंक ने इतना लिक्विडिटी रिलीज किया है, उसके चलते यूएस, यूरोप में बहुत ज्यादा उछाल है. उन्होंने कहा कि बाजार में लिक्विडिटी के चलते यह उछाल है. ये खतरनाक है, सिर्फ अमेरिका ही नहीं पूरे विश्व के लिए. चार छह महीने बढ़ने के बाद वापस गिर सकता है, अगर लिक्विडिटी वापस लिया जाता है. ऐसे में निवेशकों को यह सलाह है कि खर्च उतना ही करें जितना हो. अगर 10 लाख का शेयर खरीदेंगे हो सकता है कि उसका पूरा नुकसान हो जाए, इसलिए, पांच साल का धैर्य रखेंगे तो दस लाख का 20 लाख हो सकता है.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन एंड को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल ने 1 फरवरी को पेश किए गए आम बजट का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. उन्होंने कहा कि वित्तीय घाटा बढ़ गया है. ऐसे में इस बजट के बाद हर सेक्टर में डिमांड बढ़ने वाली है और जो नौकरियां कोरोना के दौर में है वह वापस आनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इकोनॉमी में अच्छे दिन आने वाले हैं.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसानों से अपील करना चाहता हूं कि वह तुरंत आंदोलन खत्म करें और सरकार के गले लगे. मैं अभी भी आशावाद हूं कि किसान संगठन चर्चा करके सरकार के दिए प्रस्ताव पर चर्चा करें.
लाल किला हिंसा को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि हिंसा को लेकर कानून अपना काम करेगा. इसपर पंजाब सरकार या केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करने की कोई जरूरत नहीं है. सरकार पर किसान संगठनों की ओर से जो आरोप लग रहे हैं, उनका कोई औचितय नहीं है. जो कुछ दिल्ली में हुआ, उसको पूरे देश ने देखा है. किसी के बोल देने से किसी पर आरोप नहीं चिपक जाता. हिंसा की जांच एजेंसियां कर रही हैं, ये उनका काम है.
विपक्ष को लेकर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं सभी विपक्षी दलों को कहना चाहता हूं कि इस आंदोलन को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए. विपक्षी दल अपनी राजनीतिक रोटी सेकना चाहते हैं और ये लोग किसान के कंधों पर बंदूक रखकर चला रहे हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि 26 जनवरी की घटना से किसानों को भी दुख है. किसान संगठनों ने दिल्ली हिंसा को लेकर माफी भी मांगी है. लेकिन फिर भी वह आंदोलन खत्म करने को राजी नहीं है. हम चाहते हैं कि किसान आगे बढ़ें और सरकार के प्रस्ताव पर बात करें. सरकार हमेशा वार्ता के लिए तैयार है. अगर किसान अपना भी कोई प्रस्ताव देते हैं तो हम तत्काल इसपर चर्चा के लिए तैयार हैं.
एबीपी न्यूज़ के e-Conclave में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि आंदोलन कर रहे किसानों को कानून समझने की जरूरत है. हमने किसान नेताओं को बेहतर प्रस्ताव दिया है. हम चर्चा से समाधान चाहते हैं. हिंसा कोई समाधान नहीं है. सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है.
बजट को लेकर केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने कहा है कि बजट में पर्यटन का फंड घटने से इस क्षेत्र पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हम पर्यटन को लेकर राज्यों को अलग थलग नहीं रखते. हाल ही मैं मैंने राज्यों को पर्यटन मंत्रियों से बात की है और टूरिज्म पर जोर दिया है. क्योंकि कोरोना के बाद अब फिर से लोग घूमने के लिए निकल रहे हैं. बजट में पर्यटन का फंड 19 फीसदी घटा दिया गया है.
दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कंटीली तार, बैरिकेड और बोल्डर लगाकर किलेबंदी कर दी है. इसको लेकर संबित पात्रा ने कहा कि ये कांटे कीट किसानों के लिए नहीं बल्कि असमाजिक तत्वों के लिए लगाए गए हैं. किसान कभी तिरंगे का अपमान नहीं करता. किसान कभी ट्रैक्टर लेकर हिंसा नहीं करता और किसान कभी भी तलवारों से पुलिसवालों पर हमला नहीं करता. अगर किसान आंदोलन को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं तो इसमें दिक्कत क्या है?
संबित पात्रा के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ''लाल किला पर जिसने भी गलत काम किया उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. मैं तो यह जानना चाहता हूं कि किसान सम्मान निधि में जो पैसा कम हुआ है. उस पर बीजेपी प्रवक्ता का क्या कहना है.''

संबित पात्रा के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, ''मैं बजट को नंबर नहीं दूंगा, मैं इनका कॉपी देख के सामने रख दूंगा और देश खुद कॉपी चेक करे. इस कॉपी में लिखा है कि पिछली साल कृषि का जो बजट एक लाख 54 हजार करोड़ था, वो इस साल एक लाख 48 हजार करोड़ हो गया. मैं देश को पूछता हूं कि अगर आपका आवंटन कम हो रहा है तो आप कितने नंबर दोगे. किसान भाइयों से पूछना चाहता हूं कि पिछली साल किसान सम्मान निधि में 75 हजार करोड़ दिए गए थे, इस साल 65 हजार करोड़ दिए गए हैं तो आप कितने अंक देंगे. 65 हजार करोड़ का मतलब है कि दस करोड़ किसान परिवारों को छह हजार रुपया मिलेगा, बाकी किसानों को कुछ नहीं मिलेगा.''
किसान आंदोलन को लेकर संबित पात्रा ने कहा, ''यह राजनीति है, सरकार कह रही है कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं. कल मैं तथाकथित किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस सुन रहा था. इसमें उन्होंने तीन मांगे रखी हैं. इंटरनेट सप्लाई बहाल कर दी जाए, बिजली-पानी दिया जाए और 26 जनवरी पर हिंसा के लिए गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए. इसके बाद उन्होंने कहा कि उनके ऊपर किसी तरह की बंदिश ना हो. और बजट पसंद नहीं आया तो हम छह फरवरी को चक्का जाम कर रहे हैं.''
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ''किसानों के लिए इस बजट में जो प्रावधान किए गए हैं, मैं उन्हें स्वाभाविक तौर पर दस नंबर दूंगा. हमने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू किया. स्वामीनाथन जी ने अखबार में लेखकर लिखकर नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद दिया. यह इस बात का सुबूत है कि हमारी सरकार ने वही किया है जिसकी दशकों से मांग रही है.''
हेल्थ सेक्टर को लेकर उदय शंकर ने कहा कि देश में सरकार के सामने काफी चुनौतियां है. स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास के लिए सरकार और कॉरपोरेट दोनों को साथ आना होगा. स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए जो फंड जारी हुआ है, वह सरकार का बहुत बड़ा कदम है.
FICCI के अध्यक्ष उदय शंकर ने कहा कि इस बजट से देश के हालात बदलेंगे. निजीकरण हर साल सरकार के एजेंडे में होता है. चीन अभी हमसे आगे है, लेकिन भारत चीन से मुकाबला जरूर कर सकते हैं.
FICCI के अध्यक्ष उदय शंकर ने एबीपी न्यूज़ के e-Conclave में कहा है कि सरकार ने बजट में काफी अच्छे कदम उठाए हैं. कोरोना काल में देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन अब इकॉनमी रिवाइज्ड करने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे.
फ्री वैक्सीन के सवाल पर रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''35 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है, फ्री वैक्सीन को लेकर राज्य सरकारें और केंद्र सरकार आगे फैसला करेंगी. लेकिन जिन कंपनियों ने वैक्सीन बनायी है उन्हें तो पैसा देना पड़ेगा ना ? सरकार ऐसा करती है, हमने 80 करोड़ लोगों को खाना खिलाया, किसानों के खाते में हम पैसा डालते हैं. काफी लोगों को अपेक्षा है, राज्य सरकारों को भी आगे आना चाहिए. मै फ्री वैक्सीन को लेकर कोई संकेत नहीं दे रहा हूं, बस अपना आंकलन बता रहा हूं. इस पर उचित कार्यवाही होगी.''

FICCI अध्यक्ष उदय शंकर ने कहा कि इस बजट में सरकार की सोच है कि अर्थव्यवस्था पटरी पर आए. यह बहुत सराहनीय बजट है. प्राइवेटाइजेशन पहली बार नहीं हो रहा है. हर बजट में यह सरकार के एजेंडा में रहा है. अगर कोई सरकार यह नहीं कर पाई तो इसका मतलब है कि वह फेल रही है.
व्हाट्सएप की प्राइवेसी नीतियों को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''डेटा प्रोटेक्शन कानून को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. काफी काम हो रहा है, अभी तक जेपीसी ती 68 बैठकें हो चुकी हैं. दोनों सदनों की कमेटी है. उनकी रिपोर्ट आने दीजिए, हम जल्द ही इसे ले आएंगे. भारत का डेटा प्रोटेक्शन लॉ दुनिया के लिए मील का पत्थर साबित होगा. यह बजट देश के समावेशी विकास का मंत्र है.''
डिजिटल भारत को लेकर रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''हमने कहा था कि डिजिटल इंडिया यानी आम इंसान को टेक्नोलॉजी से मजबूत करना और वो तकनीकि भारत में बने. आधार भारत में बना, आयुष्मान भारत का तकनीकि भारत में बनी, यूपीआई की तकनीकि भारत में बनी. बाकी मोबाइल, मैन्युफैक्चरिंग भी हैं. इस सब का मतलब है कि डिजिटल माध्य्म से भारत को मजबूत करना. आने वाले समय में डेटा क्लीनिंग का भी काम होगा. प्राइवेट सेक्टर में भारत में दो बड़े डेटा सेंटर खुले हैं, इसमें एक एशिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर है.''
नेशनल लैंग्वेज ट्रांसलेशन मिशन को लेकर प्रसाद ने कहा, ''जल्द ही हम डेटा प्रोटेक्शन कानून लाने वाले हैं. डेटा आज बहुत बड़ी ताकत है, इसी में भाषा को भी जोड़कर देखना होगा. यह सभी जानाकारी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हो. पूरी जानकारी हम भारतीय भाषाओं में उपलब्ध करवाएंगे, इसके लिए बड़ा कदम उठाने जा रहा हैं. इससे भारत की डिजिटल इकॉनमी भी मजबूत होगी.''
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''भारत में सिर्फ मोबाइल ही नहीं इसके अलावा लैपटॉप, डेस्कटॉप, आईपैड और बाकी मशीन टू मशीन कंपोनेट्स में असीम संभावनाएं हैं. इसी तरह टेक्सटाइल और फर्माक्युटिकल समेत कई क्षेत्रों में असीम संभावनाएं हैं.''
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''भारत की पांच ट्रिलियन इकॉनमी में एक ट्रिलियन इकॉनमी भारत की डिजिटल इकॉनमी से आएगी. बजट में पीएलआई, प्रोडक्शन लिंक इंसेन्टिव यानी भारत में बनाओ और ग्लोबली एक्सपोर्ट करो. कोरोना काल में मोबाइल के क्षेत्र में लागू किया. इसमें दुनिया की कई बड़ी कंपनियां आ गयीं और उनका प्रोडक्शन भी हो रहा है. कोरोना काल में मैं पड़ोसी देश से भी कम से कम 10 कंपनियां उठाकर भारत ले आया.''
रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''भारत की पांच ट्रिलियन इकॉनमी में एक ट्रिलियन इकॉनमी भारत की डिजिटल इकॉनमी से आएगी. बजट में पीएलआई, प्रोडक्शन लिंक इंसेन्टिव यानी भारत में बनाओ और ग्लोबली एक्सपोर्ट करो. कोरोना काल में मोबाइल के क्षेत्र में लागू किया. इसमें दुनिया की कई बड़ी कंपनियां आ गयीं और उनका प्रोडक्शन भी हो रहा है. कोरोना काल में मैं पड़ोसी देश से भी कम से कम 10 कंपनियां उठाकर भारत ले आया.''
अनुराग ठाकुर ने कहा, ''यह हिंदस्तान के इतिहास का ऐसा बजट है जिसे सालों तक लोग याद रखा जाएगा. ऐतिहासिक बजट पेश किया गया है. सेंसेक्स कल 2300 अंक ऊपर गया आज भी बाजार 50 हजार से ऊपर है. इसलिए लोग बाजार में ऐसे ही पैसा नहीं लगाते हैं. बजट से पहले हमने देश के हर वर्ग से बात की, इसके बाद ही मोदी जी के नेतृत्व में वित्त मंत्री जी ने बजट पेश किया है. हम अब क्या कर रहे हैं, कर्जा ले रहे हैं और इससे रोड और दूसरी जगहों पर निवेश करो और फिर उससे मुनाफा कमा कर वापस करो. पांच साल में मोदी जी ने देश को 11वें नंबर की अर्थ व्यवस्था से छठे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने का काम किया. मैं कहना चाहता हूं हमने आपदा में अवसर ढूंढा और आत्मनिर्भर भारत बनाने काम किया. यह सारे कदम पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर दिखाएंगे.''
फ्री कोविड वैक्सीन को लेकर अनुराग ठाकुर ने कहा, ''जब दुनिया कोविड से जूझ रही थी कि तब भारत ने तय किया था कि हम गरीबों को भूखा नहीं मरने देंगे. इसलिए 80 करोड़ गरीबों के लिए खाने की व्यवस्था की, महिलाओं और किसानों को सीधे पैसा भेजा गया. ईपीएफओ के क्षेत्र में भी हमने काम किया. कोविड वैक्सीन की जहां तक बात है तो पहले स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए है, लेकिन आगे भी अगर इसके लिए जरूरत होगी तो हम देंगे.''
अनुराग ठाकुर ने कहा, ''बजट का समर्थन करने के लिए देश का आभार प्रकट करता हूं. आपदा के समय में मोदी जी ने अपनी प्राथमिकताओं को तय किया. इसी आधार पर तय किया कि जान है तो जहान है. हम आत्म निर्भर भारत पैकेज लेकर आए, जिससे इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला, रोजगार कम जाएं उस दिशा में कदम उठाए गए. लेकिन जब बजट का सवाल था तो पिछले साल सरकार की आमदनी भी कम रही. लेकिन सरकार के कदमों से पिछले चार महीने में जीएसटी में अच्छा कलेक्शन किया. प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि किसी भी तरह का नया टैक्स ना लगाया जाए. मीडिया में इस तरह की खबरें थीं लेकिन हमने ऐसा कुछ नहीं किया.''
अनुराग ठाकुर ने कहा, ''बजट का समर्थन करने के लिए देश का आभार प्रकट करता हूं. आपदा के समय में मोदी जी ने अपनी प्राथमिकताओं को तय किया. इसी आधार पर तय किया कि जान है तो जहान है. हम आत्म निर्भर भारत पैकेज लेकर आए, जिससे इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला, रोजगार कम जाएं उस दिशा में कदम उठाए गए. लेकिन जब बजट का सवाल था तो पिछले साल सरकार की आमदनी भी कम रही. लेकिन सरकार के कदमों से पिछले चार महीने में जीएसटी में अच्छा कलेक्शन किया. प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि किसी भी तरह का नया टैक्स ना लगाया जाए. मीडिया में इस तरह की खबरें थीं लेकिन हमने ऐसा कुछ नहीं किया.''
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि ये जन का बजट और जन के मन का बजट है. इस बजट से आयुष्मान भारत योजना को गति मिलेगी. इस बजट से रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों को बल मिलेगा. किसानों को लेकर उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये सीधा किसानों के खातों में ट्रांसफर किए हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि ये बजट महिलाओं के उत्थान वाला बजट है. इसमें सरकार ने गरीब महिलाओं का काफी ध्यान रखा है. साथ ही विनिवेश से विकास को गति मिलेगी, आर्थिक सुधारों को भी गति मिलेगी. उन्होंने राहुल गांधी समेत कांग्रेस पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस को शून्य पर पहुंचाकर मानेंगे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नई स्क्रैप पॉलिसी से ऑटो इंड्रस्ट्री को नई दिशा मिलेगी. इससे लाखों रोजगार मिलेंगे. साथ देश आत्मनिर्भर बनेगा. इसके अलावा इस पॉलिसी से वायु प्रदूषण में कमी आएगी. इसके तहत अगर कोई अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करवाएगा तो उसे कंपनी की तरफ से नई कार पर डिस्काउंट मिलेगा. इससे इकॉनॉमिक ग्रोथ को बूस्ट मिलेगा.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि नई स्क्रैप पॉलिसी से ऑटो इंड्रस्ट्री को नई दिशा मिलेगी. इससे लाखों रोजगार मिलेंगे. साथ देश आत्मनिर्भर बनेगा. इसके अलावा इस पॉलिसी से वायु प्रदूषण में कमी आएगी. इसके तहत अगर कोई अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप करवाएगा तो उसे कंपनी की तरफ से नई कार पर डिस्काउंट मिलेगा. इससे इकॉनॉमिक ग्रोथ को बूस्ट मिलेगा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि साढ़े पांच लाख करोड़ का निवेश होने वाला है. ऐसे में करोड़ों लोगों को नौकरियां मिलेंगी और साथ ही देश की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर उतरेगी, जो कोरोना महामारी के कारण गिर गई थी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि बजट में वित्त मंत्री ने आंकड़ों के साथ खेल किया है. सरकार ने स्वास्थ्य का बजट 94 हजार करोड़ से दो लाख 23 हजार करोड़ कर दिया, लेकिन यह नहीं बताया कि 35 हजार करोड़ रुपए जो वैक्सीन के लिए दिए हैं, वो भी उसमें ही शामिल है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि सरकार किसानों के खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर कर रही है. सरकार ने बजट में किसानों का खास ख्याल रखा है. साथ ही किसान निधि से किसानों को फायदा दिया जा रहा है.
एबीपी न्यूज़ के e-कॉनकलेव में बजट को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि बजट में वित्तीय घाटे की भरपाई कैसे होगी, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया. कोविड जैसी महामारी के बीच सरकार ने एक साधारण बजट पेश किया है और चलाकी दिखाई है. ये बजट सिर्फ चुनावी राज्यों को लुभाने के लिए पेश किया गया है. इन राज्यों को रेवड़ी बांटी गई है.
एबीपी न्यूज़ के e-कॉनकलेव में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि ये बजट अर्थव्यवस्था में बूस्टर रॉकेट का काम करेगा. इस बजट से रोजगार और देश में निवेश बढ़ेगा. निवेश से देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ेगी.बजट में सरकार ने सुधार के कदम उठाए हैं.
एबीपी न्यूज़ के e-कॉनकलेव में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा है कि ये बजट अर्थव्यवस्था में बूस्टर रॉकेट का काम करेगा. इस बजट से रोजगार और देश में निवेश बढ़ेगा. निवेश से देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ेगी.बजट में सरकार ने सुधार के कदम उठाए हैं.
abp न्यूज़ के इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, जयंत सिन्हा, सुशील मोदी, संबित पात्रा, प्रह्लाद पटेल, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, अनुराग ठाकुर, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, मनीष तिवारी, गौरव वल्लभ, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई पक्ष-विपक्ष के कई नेता शामिल होंगे.

बैकग्राउंड

JAN MAN DHAN e-Conclave: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल वित्त वर्ष 2021-22 के लिए कुल 34,83,236 करोड़ रुपये के खर्चे का बजट पेश कर दिया है. सरकार और उसके सहयोगियों ने जहां इस बजट को जनता के लिए फायदेमंद बताया है, वहीं विपक्ष ने इसे खराब और देश को गुमराह करने वाला बजट करार दिया है. इस बीच आज आपने पसंदीदा चैनल abp न्यूज़ पर दिनभर बजट का विश्लेषण किया जा रहा है. एबीपी न्यूज ने आज जन मन धन e-कॉनकलेव (JAN MAN DHAN e-Conclave) का आयोजन किया है. इस खास कार्यक्रम में पक्ष-विपक्ष और विशेषज्ञों से नए बजट में खूबियां और खामियों को समझने की कोशिश होगी.


 


abp न्यूज़ के इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, जयंत सिन्हा, सुशील मोदी, संबित पात्रा, प्रह्लाद पटेल, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, अनुराग ठाकुर, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी, मनीष तिवारी, गौरव वल्लभ, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी, सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई पक्ष-विपक्ष के कई नेता शामिल होंगे.


 


इनके अलावा शाम चार बजे ASSOCHAM के प्रेसिडेंट, रिन्यू पॉवर के चेयरमैन, हीरानंदानी ग्रुप के एमडी, आईसीआरए के प्रंसिपल इकॉनोमिस्ट, मोतिलाल ओसवाल ग्रुप के जेएमडी भी चर्चा में शामिल होंगे.


 


यह भी पढ़ें-


 


Budget 2021: जानिए दिल्ली में दो महीने से आंदोलन कर रहे किसानों को बजट में क्या मिला


 


Farmers Protest: सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने की किलेबंदी, सुरक्षा के जबरदस्त इंतजाम

- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -

TRENDING NOW

© Copyright@2024.ABP Network Private Limited. All rights reserved.