ABP News MP Shikhar Sammelan LIVE: कमल पटेल बोले- BJP एक गंगा, कांग्रेस से आने वालों का स्वागत | जीतू पटवारी ने लोकतंत्र की हत्या का लगाया आरोप

ABP News MP Shikhar Sammelan LIVE Updates: मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार को एक साल पूरा हो गया है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज 'एमपी शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 21 Mar 2021 08:42 PM
जीतू पटवारी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने किसानों का कर्ज़ माफ नहीं किया. जबकि कमल पटेल ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जहां चुनाव जीतना था, वहां कर्ज़ माफ किया. उन्होंने कहा कि हम किसानों को आत्मनिर्भर बना रहे हैं.
किसानों को लेकर किए गए सवाल पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा हमने किसानों से 1 करोड़ 29 लाख मिट्रिक टन से ज्यादा गेहूं खरीदी और देश में पहले नंबर पर आए. खरीदी के सवाल पर उन्होंने कहा कि ओला बारिश की वजह से देर हुई है, 22 मार्च से शुरू कर रहे हैं, एक एक दाना खरीदेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों का आढ़तिए गुमराह कर रहे हैं.
बीजेपी नेता कमल पटेल ने कहा कि इन्होंने एक एक साथ फार्म भरवाए और कहा कि हम वचन देते हैं कि सरकार बनते ही 10 दिनों में कर्ज़ माफ कर देंगे. महिलाओं से कहा कि आपका कर्ज़ भी माफ कर देंगे, युवाओं से रोज़गार देने या भत्ता देने की बात कही. उन्होंने कहा कि एक भी काम नहीं हुआ.
बीजेपी में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के शामिल होने पर पूछे गए सवाल पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा, "ज्योतिरादित्य सिंधिया को हम नहीं लाये वो खुद आए." उन्होंने कहा कि हमारा दिल बड़ा है, भारतीय जनता पार्टी एक गंगा है और ये पूरे देश को पवित्र करना चाहती है. हम देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं. जो भी कांग्रेस छोड़ कर आएं, उनका स्वागत है
जीतू पटवारी के खरीद फरोख्त के आरोप पर बीजेपी नेता कमल पटेल ने कहा कि ये आरोप बिल्कुल गलत हैं. उन्होंने कहा, "कांग्रेस की सरकार इनके खुद के कर्मों की वजह से गिरी. चुनाव जीतने के लिए इन्होंने हर वर्ग के साथ छल किया. पहले कांग्रेस घोषणापत्र निकालती थी. अब घोषणा पर से विश्वास उठ गया. इसलिए ये नई चीज़ वचन पत्र लाए."
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने कहा कि आठ राज्यों की सरकार देश के प्रधानमंत्री ने गिरा दी. उन्होंने कहा कि ये आरोप नहीं है, बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद मंच से इस बात को स्वीकार किया. उन्होंने कहा, "देश के प्रधानमंत्री ने, देश के गृह मंत्री ने लोकतंत्र की हत्या करके जो चेन चलाई, उसका असर हम पर भी हुआ. थोड़ी चूक हमसे भी हुई. हम नहीं समझ पाए कि देश के प्रधानमंत्री एक अगल भारत बनाना चाहते थे. उन्होंने ऐसा भारत बनाया, जिसमें लोकतंत्र की कीमत नहीं बची है."
कृष्णा गौड, दिप्ती सिंह, भक्ति शर्मा और मेघा परमार ने महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय रखी. राज्य की राजनीति में महिलाओं की स्थिति और तमाम मुद्दों पर इन्होंने अपना नज़रिया पेश किया. आधी आबादी, पूरी राजनीति विषय पर इन महिलाओं से बातचीत की गई.
माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मध्य प्रदेश की मेघा परमार ने कहा कि कोई भी सरकार आए, उनका उद्देश्य जन कल्याण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जनकल्याण में खास तौर से महिलाओं की भागीदारी को भढ़ावा दिया जाना चाहिए.
शिखर सम्मेलन के मंचर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के फटी जींस के बायन पर सभी लोगों ने अपनी राय रखी. मंच पर मौजूद लोगों ने फटी जींस के बयान पर तो बोला लेकिन सीएम रावत के बयान को लेकर किसी ने कोई भी टिप्पणी नहीं कि.
शिक्षा को लेकर जयवर्धन सिंह ने कहा कि अगर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले तो युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलेगा. वहीं बीजेपी के नेताओं ने कहा कि हमारी सरकार ने रोजगार को लेकर बहुत काम किए गए हैं.
जयवर्धन सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने किसानों के कर्ज माफ किए. लेकिन बीजेपी सरकार अभी तक किसानों का कर्ज माफी नहीं की है. जयवर्धन सिंह ने बताया कि कर्ज माफी की जानकारी राज्य के कृषि मंत्री ने विधानसभा में एक प्रश्न के जवाब में दी.
सुरेंद्र पटवा ने कहा कि राज्य में कोरोना के दौरान भी लगातार रोजगार को लेकर काम होता रहा. लव जिहाद को लेकर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में इसकी जरूरत है तभी लाया गया. मुख्यमंत्री लगातार अच्छे काम कर रहे हैं. भू माफियाओं के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है.
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब नेता पुत्रों की एंट्री हो चुकी है. अब जयवर्धन सिंह, सिद्धार्थ तिवारी, ओम प्रकाश सकलेजा, सुरेंद्र पटवा अपनी अपनी बात रख रहे हैं.
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब नेता पुत्रों की एंट्री हो चुकी है. अब जयवर्धन सिंह, सिद्धार्थ तिवारी, ओम प्रकाश सकलेजा, सुरेंद्र पटवा अपनी अपनी बात रख रहे हैं.
पांच साल सरकार चलती तो 1-1 किसान का कर्जा माफ होता
किसान कर्जा माफी के मुद्दे पर सफाई देते हुए कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा, 'हमारी सरकार में 12 हजार करोड़ रुपये का कर्जा किसानों का माफ हुआ और 24 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ हुआ. ये सबकुछ 15 महीने में हुआ. अगर पांच साल हमारी सरकार चलती तो एक-एक किसान का कर्जा माफ होता.'
बीजेपी नेता वीडी शर्मा ने कहा, 'कमलनाथ सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था. इसलिए चुनकर आए लोगों ने ही अपनी सरकार का साथ छोड़ दिया.' वहीं कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बीजेपी पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथियों को खरीदने का आरोप लगाया.
बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने
एबीपी न्यूज के एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने हैं. कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. जवाब में वीडी शर्मा ने कहा, 'देश में लोकतंत्र की हत्या करने का काम कांग्रेस ने ही किया है. 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने गरीबों के हर मारे, उनके लिए लाई योजनाओं को बंद किया.'
बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने
एबीपी न्यूज के एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने हैं. कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. जवाब में वीडी शर्मा ने कहा, 'देश में लोकतंत्र की हत्या करने का काम कांग्रेस ने ही किया है. 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने गरीबों के हर मारे, उनके लिए लाई योजनाओं को बंद किया.'


बंगाल चुनाव प्रचार प्रसार पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'मैं हमेशा संगठन से जुड़ा हुआ व्यक्ति हूं. जहां जाने के लिए कहा जाता है वहां जाता हूं.' कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के सवाल पर दिग्विजय ने कहा, 'हमारा लोकतांत्रिक प्रजातंत्रों पर विश्वास है. जी-23 के किसी भी नेता ये नहीं कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष नहीं होना चाहिए.'
"सिंधिया बात मानते तो अगली बार सीएम बन जाते"
शिखर सम्मेलन में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'ज्योतिरादित्य सिंधिया महत्वाकांक्षी थे. अगर वह बात मानते तो अगली बार सीएम बन जाते. कमलनाथ के बाद अगला नंबर उनका ही आता है.' साथ ही दिग्विजय सिंह ने खुद पर लगे सांप्रदायिकता के आरोपों को खारिज किया है.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एबीपी मंच पर
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हैं. एबीपी से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, 'हमने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. व्यापम घोटाले की जांच शुरू हो गई थी. लेकिन सौदेबाजी करके बीजेपी ने हमारी सरकार गिरा दी. 35-40 करोड़ रुपये उन्होंने खर्च किए. हमने सरकार बचाने की कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाए. कमलनाथ जी का 15 महीने का कार्यकाल रचनात्मक रहा है. असल में बीजेपी ने ये सरकार खरीदी है. शिवराज सरकार के एक साल के शिवराज सरकार ने व्यापम घोटाला-2 हो गया. शिवराज सिंह का पूरा परिवार घोटाले में लिप्त है.'
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एबीपी मंच पर
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हैं. एबीपी से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, 'हमने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. व्यापम घोटाले की जांच शुरू हो गई थी. लेकिन सौदेबाजी करके बीजेपी ने हमारी सरकार गिरा दी. 35-40 करोड़ रुपये उन्होंने खर्च किए. हमने सरकार बचाने की कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाए. कमलनाथ जी का 15 महीने का कार्यकाल रचनात्मक रहा है. असल में बीजेपी ने ये सरकार खरीदी है. शिवराज सरकार के एक साल के शिवराज सरकार ने व्यापम घोटाला-2 हो गया. शिवराज सिंह का पूरा परिवार घोटाले में लिप्त है.'
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिस तरह के आरोप महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे हैं, अगर मैं मुख्यमंत्री होता तो तुरंत उनसे इस्तीफा ले लेता. बता दें, अनिल देशमुख पर मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर ने 100 करोड़ रुपये वसूली करने के आरोप लगाए हैं.
माफियाओं के खिलाफ मध्य प्रदेश में अभियान जारी
अपने कामकाज का जिक्र करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'जो लोग गुंदागर्डी करते हैं, दादागिरी करते हैं, महिलाओं के खिलाफ गतिविधियां करने वाले माफियाओं के खिलाफ मध्य प्रदेश में अभियान चल रहा है. इंदौर में हम 50 हजार करोड़ के प्लॉट वापस करा चुके हैं. माफियाओं के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई हो रही है.'


"राहुल गांधी में नेतृत्व करने की क्षमता नहीं"
कांग्रेस पर हमला करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'राहुल गांधी अजीब तरह की बातें करते हैं. भारत को उत्तर भारत और दक्षिण भारत कहते हैं. क्या ये दोनों अलग-अलग हैं? ये बांटने की राजनीति अंग्रेजों और जिन्ना की थी, अब यही राहुल गांधी की है. अगर यही सोच रही तो कांग्रेस कहीं की नहीं रहेगी. चुनाव जीतने पर वह लोकतंत्र पर उंगली उठा देते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि उनमें नेतृत्व करने की क्षमता नहीं है. वह अभी 10 साल के हैं.'
"ममता कहती हैं खेला होबे, अब दीदी का खेला खत्म"
ममता बनर्जी पर हमला करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'बंगाल में आंतक फैला हुआ है. बीजेपी नेताओं की हत्याएं हो रही हैं. बंगाल को विकास की राह पर सिर्फ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ही ले जा सकती है. ममता कहती हैं खेला होबे. अब दीदी का खेला खत्म. अब खेला होगा विकास का. दीदी ने किसानों के 6000 रुपये छीने. बीजेपी की सरकार बनने पर किसानों के खाते में 6000 रुपये डाल दिए जाएंगे. मेरा दीदी से सवाल है कि तुम जय श्रीराम से क्यों चिड़ती हो. जय श्रीराम हमारी संस्कृति है.'
"कमलनाथ सरकार में आतंक का साम्राज्य कायम था"
कांग्रेस की 15 महीने की सरकार पर निशाना साधते हुए एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'कमलनाथ जी की सरकार ने सवा महीने में मध्य प्रदेश को तबाही के कगार पर लाकर रख दिया. मध्य प्रदेश सेक्रेटरी दलाली का अड्डा था. भृष्टाचार बढ़ रहा था, जनता परेशान थी. सिंधिया जी ने उन्हें बार-बार समझाया. आखिरकार वह बीजेपी में आ गए. यहां हम लोग परिवार की तरह मिलकर काम कर रहे हैं. उनकी सरकार में आतंक का सम्राज्य कायम था.'
"रोजगार के अवसर में कमी नहीं "
एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं कोरोना आने के बाद मुख्यमंत्री बना था. तब लॉकडाउन लगा था. सरकार का खजाना खत्म हो चुका था. लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद हमारा रेवन्यू 2 फीसदी पहले से ज्यादा रहा. कोरोना काल में हमने रोजगार पोर्टल बनाया है. इसके जरिए हजारों लोगों को रोजगार दिया. हमने टारगेट बनाया कि हर महीने एक लाख लोगों को रोजगार दिलाएंगे. रोजगार के अवसर में कमी नहीं आने दी.'
"जनता से अपील है कि सभी मास्क लगाएं"
एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं जैसे पहले सरकार चला रहा था, वैसी ही अब चला रहा हूं. सिंधिया जी और उनके मित्र बेहद ऊर्जा से भरे हुए हैं. मिलजुलकर बहुत बेहतर काम कर रहे हैं.' दोबारा कोरोना की लहर पर बोले शिवराज, 'मध्य प्रदेश में आज 1300 से ज्यादा केस आए हैं, जो चिंता का विषय है. कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. कोरोना का वायरस है. जनता से अपील है कि सभी मास्क लगाएं. वैक्सीनेशन भी जरूरी है. वैक्सीन कोरोना से लड़ने की ताकत देती है. हमारा अभियान चल रहा है.'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री एबीपी के मंच पर
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एबीपी शिखर सम्मेलन के मंच पर हैं. चुनाव में हारे लेकिन फिर से सरकार बनी अब एक साल पूरा कर रहे हैं. आखिर कैसे बीजेपी के लिए भरोसेमंद हैं. क्या खासियत है वो सरकार में स्थायित्व ला सके जबकि कभी भी इधर से उधर डोलने का खतरा है. आइए शिवराज चौहान से ही जानते हैं...


'अगले चुनाव तक कांग्रेस में केवल राहुल-प्रियंका गांधी बचेंगे'
बंगाल पर एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'ममता बनर्जी घुसपैठियों की नेता हैं. घुसपैठियों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है. 23 फीसदी वोट्स में 10 फीसदी वोट घुसपैठियों ने दिया है.'
'अगले चुनाव तक कांग्रेस में केवल राहुल-प्रियंका गांधी बचेंगे'
एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'अगला चुनाव आते-आते कांग्रेस में केवल राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही बचेंगे. बाकी सभी नेता या तो कांग्रेस छोड़ देंगे या घर बैठ जाएंगे. देश को चलाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि विपक्ष की भी होती है. अगर देश संकट में हो तो विपक्ष को भी देश के साथ खड़ा होना चाहिए.'
'ममता कभी भी सत्ता में नहीं आ पाएंगी'
बंगाल में हिंदू की राजनीति पर उमा भारती ने कहा, 'ममता ने पहले कांग्रेस के साथ वामपंथियों का इस्तेमाल किया. लेकिन आज वह अकेली पड़ गई हैं. आज जनता समझ गई है.' ममता की चोट पर उमा ने कहा, 'पता नहीं उन्हें कैसे चोट लग गई. उन्हें z+ सुरक्षा मिली हुई है. मुझे भी z+ सुरक्षा मिली है. ममता कभी भी सत्ता में नहीं आ पाएंगी.'
क्या उमा भारती चुनाव प्रचार करने बंगाल जाएंगी?
बंगाल जाने के सवाल पर एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'मैं बंगाल जाउंगी. ममता बहुत ही गलत भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं. वह अपना आपा खो चुकी हैं. उनका वहां पत्ता साफ होने वाला है. लेकिन मेरा मुख्य फोकस गंगा पर है.'
"कमलनाथ अपनी सरकार नहीं संभाल पाए"
एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'शिवराज जी का एक साल का पूरा कार्यकाल मैंने देखा है. वह आदमी कई महीने तक तीन मंत्रियों के सहारे सरकार चलाते रहे. उपचुनाव में उन्होंने दिन रात मेहनत की थी. कमलनाथ मेरे बड़े भाई जैसे हैं, लेकिन वह अपनी सरकार नहीं संभाल पाए. कांग्रेस ने अपना मुख्य कैंपनर (ज्योतिरादित्य सिंधिया) खो दिया. कमलनाथ जी सरकार नहीं चला पा रहे थे. पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह सरकार चला रहे थे. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले नेता बड़े-बड़े मंत्री थे, लेकिन उनका वहां सम्मान नहीं हुआ.'
एबीपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब उमा भारती
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती है. उमा भारती खुद को हिंदुत्व की असली लंबरदार मानती है, लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी हिंदू कार्ड पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहा है. तो असली हिंदुत्व क्या है? बंगाल में जो आवाज सुनाई दे रही है वो क्या है.. क्या हिन्दुवादी आवाज है? आइए उमा भारती से जानने की कोशिश करते हैं.
एबीपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब उमा भारती
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती है. उमा भारती खुद को हिंदुत्व की असली लंबरदार मानती है, लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी हिंदू कार्ड पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहा है. तो असली हिंदुत्व क्या है? बंगाल में जो आवाज सुनाई दे रही है वो क्या है.. क्या हिन्दुवादी आवाज है? आइए उमा भारती से जानने की कोशिश करते हैं.


कौन होगा कांग्रेस का नया अध्यक्ष
G-23 पर एबीपी से कमलनाथ ने कहा, 'ये लोग कांग्रेस में सुधार की बात कर रहे हैं. सभी से मेरे पुराने संबंध हैं. लगातार बातचीत होती है. उनका लक्ष्य कांग्रेस में सुधार लाने का है.' कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पर कमलनाथ ने कहा, 'पार्टी का नया अध्यक्ष गांधी परिवार का हो या न हो. कोई भी हो सकता है. जून में इसका चुनाव होना है. राहुल गांधी जी ने अध्यक्ष बनने के लिए मना कर दिया है. इसमें मेरा व्यक्तिगत ओपिनियन नहीं है.'
कमलनाथ ने उठाया EVM का मुद्दा
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक बार फिर EVM का मुद्दा उठाया है. कमलनाथ ने कहा, 'आखिर बीजेपी ईवीएम के पीछे ही क्यों पड़ी है? बैलेट पेपर से चुनाव क्यों नहीं कराती? मुझे भी चुनाव में ईवीएम को प्रभावित करने का ऑफर मिला था, लेकिन मैंने कहा कि मैं इस चक्कर में नहीं पड़ता. अमेरिका, यूरोप, जापान में ईवीएम से चुनाव नहीं लड़ा जाता. क्या उनके पास ये तकनीक नहीं है?'
"मध्य प्रदेश में अब सौदेबाजी की सरकार चल रही है"
एबीपी से खास बातचीत में कमलनाथ ने कहा, 'मध्य प्रदेश में अब सौदेबाजी की सरकार चल रही है. जनता ने हमें चुना था. सौदे की राजनीति का प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत खतरा है. मैं भी सौदा कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया.'
एबीपी के मंच पर कमलनाथ
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब हमारे साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं. एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है.
एबीपी के मंच पर कमलनाथ
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब हमारे साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं. एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है.
"10 साल का असफल मुख्यमंत्री"
ममता बनर्जी की चोट पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'हम उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं लेकिन इसमें राजनीति खेला नहीं करते. 10 साल का मुख्यमंत्री अपना रिपोर्ट कार्ड न बताकर सिर्फ सामने वाली की गलतियां गिनाएं उनके नेताओं के खिलाफ अपशब्द बोलें तो आप समझ सकते हैं कि वह 10 साल का कितना असफल मुख्यमंत्री रहा होगा.'


दिलीप घोष चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे?
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के चुनाव न लड़ने की वजह के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा, 'दिलीप घोष जनता के एक नेता हैं. उनके नेतृत्व में हम लोग चुनाव लड़ रहे हैं. हम उनके समय का जनता के बीच में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहते हैं. हम बंगाल में सरकार बना रहे हैं और सरकार बनाने के लिए सरकार चलाने वाले लोगों की भी आवश्यकता है. हम अच्छी सरकार चलाना चाहते हैं.'
'ममता बनर्जी को 10 साल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए'
ममता पर हमला करते हुए शिखर सम्मेलन में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, '10 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद जनता के सामने जाकर कहना मैं हिंदू हूं. ये गलत है. 10 साल काम करने के बाद उन्हें अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखना चाहिए.'
'कमलनाथ सरकार का एक साल में जाना उनके लिए सबक'
एबीपी से एक्सक्लुजिव बातचीत में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'कांग्रेस ने चुनाव से पहले जो वादें किए थे उनमें कोई वादा पूरा नहीं कर सकी. मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का एक साल में जाना उनके लिए बड़ा सबक है. घोषणापत्र में ऐसे वादें होने चाहिए जो पूरे भी किए जा सके.'
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
MP शिखर सम्मेलन की शुरू
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
कितनी बदल गई शिवराज की चाल
एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज आज सुबह 9 बजे से 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.
कितनी बदल गई शिवराज की चाल
एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज आज सुबह 9 बजे से 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.

बैकग्राउंड

ABP News MP Shikhar Sammelan : मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर सबसे बड़ी चर्चा के लिए एबीपी न्यूज 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है. इस खास कार्यक्रम में बीजेपी-कांग्रेस के राजनीतिक दिग्गजों से सवाल जवाब करेंगे. 'शिखर सम्मेलन' में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती समेत कई दिग्गज शामिल होंगे.


 


जानें कब-कौन होंगे e शिखर सम्मेलन में LIVE?




    • कैलाश विजयवर्गीय- सुबह 9 बजे





    • कमलनाथ- सुबह 10 बजे





    • उमा भारती- सुबह 10:30 बजे





    • शिवराज सिंह चौहान- सुबह 11 बजे





    • दिग्विजय सिंह- दोपहर 12 बजे





    • वीडी शर्मा बनाम अरुण यादव- 12:30 बजे





    • जयवर्धन, सिद्धार्थ तिवारी, ओम प्रकाश सकलेखा, सुरेन्द्र पाटवा- 1 बजे





    • कृष्णा गौड, दिप्ती सिंह, भक्ति शर्मा, मेघा परमार- 3 बजे





    • कांग्रेस बीजेपी का फेस ऑफ- 4 बजे





    • मंजर भोपाली, जावेद खान- 5 बजे



 


MP में कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा
मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के गिरने के एक साल पूरा होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शानिवार को प्रदेश भर में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया. इस दिवस को लोकतंत्र सम्मान दिवस के तौर पर मनाया. मालूम हो कि पिछले साल 20 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 समर्थक विधायकों के कांग्रेस छोड़ने से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी.


 


सिंधिया और उनके समर्थक कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और प्रदेश में 15 महीने के अंतराल के बाद एक फिर बीजेपी की सरकार बनी थी. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक वीडियो संदेश में कहा, '2018 में जनता ने वोट देकर नई ऊर्जा के साथ कांग्रेस की सरकार बनाई थी. लोगों की उम्मीदों और हमारे वचनों को पूरा करने का कार्य हमने शुरू किया और हमारी सरकार ने अपने कार्यकाल में जो कार्य किये वो सब आपको सामने हैं.'



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