ABP News MP Shikhar Sammelan LIVE: कमल पटेल बोले- BJP एक गंगा, कांग्रेस से आने वालों का स्वागत | जीतू पटवारी ने लोकतंत्र की हत्या का लगाया आरोप
ABP News MP Shikhar Sammelan LIVE Updates: मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार को एक साल पूरा हो गया है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज 'एमपी शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.
किसान कर्जा माफी के मुद्दे पर सफाई देते हुए कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा, 'हमारी सरकार में 12 हजार करोड़ रुपये का कर्जा किसानों का माफ हुआ और 24 लाख से ज्यादा किसानों का कर्जा माफ हुआ. ये सबकुछ 15 महीने में हुआ. अगर पांच साल हमारी सरकार चलती तो एक-एक किसान का कर्जा माफ होता.'
एबीपी न्यूज के एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने हैं. कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. जवाब में वीडी शर्मा ने कहा, 'देश में लोकतंत्र की हत्या करने का काम कांग्रेस ने ही किया है. 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने गरीबों के हर मारे, उनके लिए लाई योजनाओं को बंद किया.'
एबीपी न्यूज के एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब बीजेपी नेता वीडी शर्मा और कांग्रेस नेता अरुण यादव आमने सामने हैं. कांग्रेस नेता अरुण यादव ने बीजेपी पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. जवाब में वीडी शर्मा ने कहा, 'देश में लोकतंत्र की हत्या करने का काम कांग्रेस ने ही किया है. 15 महीने में कमलनाथ सरकार ने गरीबों के हर मारे, उनके लिए लाई योजनाओं को बंद किया.'
शिखर सम्मेलन में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'ज्योतिरादित्य सिंधिया महत्वाकांक्षी थे. अगर वह बात मानते तो अगली बार सीएम बन जाते. कमलनाथ के बाद अगला नंबर उनका ही आता है.' साथ ही दिग्विजय सिंह ने खुद पर लगे सांप्रदायिकता के आरोपों को खारिज किया है.
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हैं. एबीपी से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, 'हमने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. व्यापम घोटाले की जांच शुरू हो गई थी. लेकिन सौदेबाजी करके बीजेपी ने हमारी सरकार गिरा दी. 35-40 करोड़ रुपये उन्होंने खर्च किए. हमने सरकार बचाने की कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाए. कमलनाथ जी का 15 महीने का कार्यकाल रचनात्मक रहा है. असल में बीजेपी ने ये सरकार खरीदी है. शिवराज सरकार के एक साल के शिवराज सरकार ने व्यापम घोटाला-2 हो गया. शिवराज सिंह का पूरा परिवार घोटाले में लिप्त है.'
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह हैं. एबीपी से बातचीत में दिग्विजय ने कहा, 'हमने भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की. व्यापम घोटाले की जांच शुरू हो गई थी. लेकिन सौदेबाजी करके बीजेपी ने हमारी सरकार गिरा दी. 35-40 करोड़ रुपये उन्होंने खर्च किए. हमने सरकार बचाने की कोशिश की लेकिन नहीं बचा पाए. कमलनाथ जी का 15 महीने का कार्यकाल रचनात्मक रहा है. असल में बीजेपी ने ये सरकार खरीदी है. शिवराज सरकार के एक साल के शिवराज सरकार ने व्यापम घोटाला-2 हो गया. शिवराज सिंह का पूरा परिवार घोटाले में लिप्त है.'
अपने कामकाज का जिक्र करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'जो लोग गुंदागर्डी करते हैं, दादागिरी करते हैं, महिलाओं के खिलाफ गतिविधियां करने वाले माफियाओं के खिलाफ मध्य प्रदेश में अभियान चल रहा है. इंदौर में हम 50 हजार करोड़ के प्लॉट वापस करा चुके हैं. माफियाओं के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई हो रही है.'
कांग्रेस पर हमला करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'राहुल गांधी अजीब तरह की बातें करते हैं. भारत को उत्तर भारत और दक्षिण भारत कहते हैं. क्या ये दोनों अलग-अलग हैं? ये बांटने की राजनीति अंग्रेजों और जिन्ना की थी, अब यही राहुल गांधी की है. अगर यही सोच रही तो कांग्रेस कहीं की नहीं रहेगी. चुनाव जीतने पर वह लोकतंत्र पर उंगली उठा देते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि उनमें नेतृत्व करने की क्षमता नहीं है. वह अभी 10 साल के हैं.'
ममता बनर्जी पर हमला करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'बंगाल में आंतक फैला हुआ है. बीजेपी नेताओं की हत्याएं हो रही हैं. बंगाल को विकास की राह पर सिर्फ नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार ही ले जा सकती है. ममता कहती हैं खेला होबे. अब दीदी का खेला खत्म. अब खेला होगा विकास का. दीदी ने किसानों के 6000 रुपये छीने. बीजेपी की सरकार बनने पर किसानों के खाते में 6000 रुपये डाल दिए जाएंगे. मेरा दीदी से सवाल है कि तुम जय श्रीराम से क्यों चिड़ती हो. जय श्रीराम हमारी संस्कृति है.'
कांग्रेस की 15 महीने की सरकार पर निशाना साधते हुए एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'कमलनाथ जी की सरकार ने सवा महीने में मध्य प्रदेश को तबाही के कगार पर लाकर रख दिया. मध्य प्रदेश सेक्रेटरी दलाली का अड्डा था. भृष्टाचार बढ़ रहा था, जनता परेशान थी. सिंधिया जी ने उन्हें बार-बार समझाया. आखिरकार वह बीजेपी में आ गए. यहां हम लोग परिवार की तरह मिलकर काम कर रहे हैं. उनकी सरकार में आतंक का सम्राज्य कायम था.'
एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं कोरोना आने के बाद मुख्यमंत्री बना था. तब लॉकडाउन लगा था. सरकार का खजाना खत्म हो चुका था. लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद हमारा रेवन्यू 2 फीसदी पहले से ज्यादा रहा. कोरोना काल में हमने रोजगार पोर्टल बनाया है. इसके जरिए हजारों लोगों को रोजगार दिया. हमने टारगेट बनाया कि हर महीने एक लाख लोगों को रोजगार दिलाएंगे. रोजगार के अवसर में कमी नहीं आने दी.'
एबीपी से शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'मैं जैसे पहले सरकार चला रहा था, वैसी ही अब चला रहा हूं. सिंधिया जी और उनके मित्र बेहद ऊर्जा से भरे हुए हैं. मिलजुलकर बहुत बेहतर काम कर रहे हैं.' दोबारा कोरोना की लहर पर बोले शिवराज, 'मध्य प्रदेश में आज 1300 से ज्यादा केस आए हैं, जो चिंता का विषय है. कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. कोरोना का वायरस है. जनता से अपील है कि सभी मास्क लगाएं. वैक्सीनेशन भी जरूरी है. वैक्सीन कोरोना से लड़ने की ताकत देती है. हमारा अभियान चल रहा है.'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एबीपी शिखर सम्मेलन के मंच पर हैं. चुनाव में हारे लेकिन फिर से सरकार बनी अब एक साल पूरा कर रहे हैं. आखिर कैसे बीजेपी के लिए भरोसेमंद हैं. क्या खासियत है वो सरकार में स्थायित्व ला सके जबकि कभी भी इधर से उधर डोलने का खतरा है. आइए शिवराज चौहान से ही जानते हैं...
बंगाल पर एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'ममता बनर्जी घुसपैठियों की नेता हैं. घुसपैठियों ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है. 23 फीसदी वोट्स में 10 फीसदी वोट घुसपैठियों ने दिया है.'
एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'अगला चुनाव आते-आते कांग्रेस में केवल राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ही बचेंगे. बाकी सभी नेता या तो कांग्रेस छोड़ देंगे या घर बैठ जाएंगे. देश को चलाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की ही नहीं बल्कि विपक्ष की भी होती है. अगर देश संकट में हो तो विपक्ष को भी देश के साथ खड़ा होना चाहिए.'
बंगाल में हिंदू की राजनीति पर उमा भारती ने कहा, 'ममता ने पहले कांग्रेस के साथ वामपंथियों का इस्तेमाल किया. लेकिन आज वह अकेली पड़ गई हैं. आज जनता समझ गई है.' ममता की चोट पर उमा ने कहा, 'पता नहीं उन्हें कैसे चोट लग गई. उन्हें z+ सुरक्षा मिली हुई है. मुझे भी z+ सुरक्षा मिली है. ममता कभी भी सत्ता में नहीं आ पाएंगी.'
बंगाल जाने के सवाल पर एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'मैं बंगाल जाउंगी. ममता बहुत ही गलत भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं. वह अपना आपा खो चुकी हैं. उनका वहां पत्ता साफ होने वाला है. लेकिन मेरा मुख्य फोकस गंगा पर है.'
एबीपी से उमा भारती ने कहा, 'शिवराज जी का एक साल का पूरा कार्यकाल मैंने देखा है. वह आदमी कई महीने तक तीन मंत्रियों के सहारे सरकार चलाते रहे. उपचुनाव में उन्होंने दिन रात मेहनत की थी. कमलनाथ मेरे बड़े भाई जैसे हैं, लेकिन वह अपनी सरकार नहीं संभाल पाए. कांग्रेस ने अपना मुख्य कैंपनर (ज्योतिरादित्य सिंधिया) खो दिया. कमलनाथ जी सरकार नहीं चला पा रहे थे. पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह सरकार चला रहे थे. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आने वाले नेता बड़े-बड़े मंत्री थे, लेकिन उनका वहां सम्मान नहीं हुआ.'
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती है. उमा भारती खुद को हिंदुत्व की असली लंबरदार मानती है, लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी हिंदू कार्ड पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहा है. तो असली हिंदुत्व क्या है? बंगाल में जो आवाज सुनाई दे रही है वो क्या है.. क्या हिन्दुवादी आवाज है? आइए उमा भारती से जानने की कोशिश करते हैं.
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती है. उमा भारती खुद को हिंदुत्व की असली लंबरदार मानती है, लेकिन बंगाल में ममता बनर्जी हिंदू कार्ड पर बीजेपी को घेरने की कोशिश कर रहा है. तो असली हिंदुत्व क्या है? बंगाल में जो आवाज सुनाई दे रही है वो क्या है.. क्या हिन्दुवादी आवाज है? आइए उमा भारती से जानने की कोशिश करते हैं.
G-23 पर एबीपी से कमलनाथ ने कहा, 'ये लोग कांग्रेस में सुधार की बात कर रहे हैं. सभी से मेरे पुराने संबंध हैं. लगातार बातचीत होती है. उनका लक्ष्य कांग्रेस में सुधार लाने का है.' कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव पर कमलनाथ ने कहा, 'पार्टी का नया अध्यक्ष गांधी परिवार का हो या न हो. कोई भी हो सकता है. जून में इसका चुनाव होना है. राहुल गांधी जी ने अध्यक्ष बनने के लिए मना कर दिया है. इसमें मेरा व्यक्तिगत ओपिनियन नहीं है.'
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने एक बार फिर EVM का मुद्दा उठाया है. कमलनाथ ने कहा, 'आखिर बीजेपी ईवीएम के पीछे ही क्यों पड़ी है? बैलेट पेपर से चुनाव क्यों नहीं कराती? मुझे भी चुनाव में ईवीएम को प्रभावित करने का ऑफर मिला था, लेकिन मैंने कहा कि मैं इस चक्कर में नहीं पड़ता. अमेरिका, यूरोप, जापान में ईवीएम से चुनाव नहीं लड़ा जाता. क्या उनके पास ये तकनीक नहीं है?'
एबीपी से खास बातचीत में कमलनाथ ने कहा, 'मध्य प्रदेश में अब सौदेबाजी की सरकार चल रही है. जनता ने हमें चुना था. सौदे की राजनीति का प्रवेश लोकतंत्र के लिए बहुत खतरा है. मैं भी सौदा कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया.'
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब हमारे साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं. एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है.
एमपी शिखर सम्मेलन के मंच पर अब हमारे साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं. एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है.
ममता बनर्जी की चोट पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'हम उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हैं लेकिन इसमें राजनीति खेला नहीं करते. 10 साल का मुख्यमंत्री अपना रिपोर्ट कार्ड न बताकर सिर्फ सामने वाली की गलतियां गिनाएं उनके नेताओं के खिलाफ अपशब्द बोलें तो आप समझ सकते हैं कि वह 10 साल का कितना असफल मुख्यमंत्री रहा होगा.'
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के चुनाव न लड़ने की वजह के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा, 'दिलीप घोष जनता के एक नेता हैं. उनके नेतृत्व में हम लोग चुनाव लड़ रहे हैं. हम उनके समय का जनता के बीच में ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहते हैं. हम बंगाल में सरकार बना रहे हैं और सरकार बनाने के लिए सरकार चलाने वाले लोगों की भी आवश्यकता है. हम अच्छी सरकार चलाना चाहते हैं.'
ममता पर हमला करते हुए शिखर सम्मेलन में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, '10 साल तक मुख्यमंत्री रहने के बाद जनता के सामने जाकर कहना मैं हिंदू हूं. ये गलत है. 10 साल काम करने के बाद उन्हें अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखना चाहिए.'
एबीपी से एक्सक्लुजिव बातचीत में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, 'कांग्रेस ने चुनाव से पहले जो वादें किए थे उनमें कोई वादा पूरा नहीं कर सकी. मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का एक साल में जाना उनके लिए बड़ा सबक है. घोषणापत्र में ऐसे वादें होने चाहिए जो पूरे भी किए जा सके.'
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर चर्चा के लिए एमपी शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है. कार्यक्रम में पहले मेहमान हैं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, जिनका आजकल सारा ध्यान मध्य प्रदेश की जगह बंगाल पर है. बंगाल में कमल खिलाने के लिए कैलाश विजयवर्गीय पुरजोर कोशिश कर रहे हैं.
एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज आज सुबह 9 बजे से 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.
एक साल पहले 20 मार्च को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से राज्य में शिवराज सरकार ने सत्ता संभाल रखी है. आखिर कैसा बीता मध्य प्रदेश का ये एक साल और कितनी बदल गई शिवराज की चाल. इस पर चर्चा के लिए एबीपी न्यूज आज सुबह 9 बजे से 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है.
बैकग्राउंड
ABP News MP Shikhar Sammelan : मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के एक साल पूरे होने पर सबसे बड़ी चर्चा के लिए एबीपी न्यूज 'शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है. इस खास कार्यक्रम में बीजेपी-कांग्रेस के राजनीतिक दिग्गजों से सवाल जवाब करेंगे. 'शिखर सम्मेलन' में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती समेत कई दिग्गज शामिल होंगे.
जानें कब-कौन होंगे e शिखर सम्मेलन में LIVE?
- कैलाश विजयवर्गीय- सुबह 9 बजे
- कमलनाथ- सुबह 10 बजे
- उमा भारती- सुबह 10:30 बजे
- शिवराज सिंह चौहान- सुबह 11 बजे
- दिग्विजय सिंह- दोपहर 12 बजे
- वीडी शर्मा बनाम अरुण यादव- 12:30 बजे
- जयवर्धन, सिद्धार्थ तिवारी, ओम प्रकाश सकलेखा, सुरेन्द्र पाटवा- 1 बजे
- कृष्णा गौड, दिप्ती सिंह, भक्ति शर्मा, मेघा परमार- 3 बजे
- कांग्रेस बीजेपी का फेस ऑफ- 4 बजे
- मंजर भोपाली, जावेद खान- 5 बजे
MP में कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा
मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के गिरने के एक साल पूरा होने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शानिवार को प्रदेश भर में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया. इस दिवस को लोकतंत्र सम्मान दिवस के तौर पर मनाया. मालूम हो कि पिछले साल 20 मार्च को ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 समर्थक विधायकों के कांग्रेस छोड़ने से प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी.
सिंधिया और उनके समर्थक कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे और प्रदेश में 15 महीने के अंतराल के बाद एक फिर बीजेपी की सरकार बनी थी. इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक वीडियो संदेश में कहा, '2018 में जनता ने वोट देकर नई ऊर्जा के साथ कांग्रेस की सरकार बनाई थी. लोगों की उम्मीदों और हमारे वचनों को पूरा करने का कार्य हमने शुरू किया और हमारी सरकार ने अपने कार्यकाल में जो कार्य किये वो सब आपको सामने हैं.'
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