(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
ABP न्यूज़ की महिला सुरक्षा पर पड़ताल: पटना की सड़कों पर रात में नहीं दिखी पुलिस की गाड़ी, लोग करते रहे परेशान
महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है कि देश में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं. बिहार की राजधानी पटना में इसकी पड़ताल की एबीपी न्यूज़ संवाददाता निधि श्री झा ने. इस दौरान उनका जो अनुभव रहा वो यहां पढ़ें.
पटना: देश में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं इसकी पड़ताल आपका अपना चैनल एबीपी न्यूज़ लगातार कर रहा है. इस पड़ताल के लिए एबीपी न्यूज़ संवाददाता निधि श्री झा मंगलवार की रात बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न सड़कों पर अकेली खड़ी रहीं. पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी के पास संवाददाता निधि श्री रात के करीब 10 बजे अकेली खड़ी थीं. इस दौरान कई बाइक सवार निधि को घूरते रहे. कुछ बाइक सवार ने निधि से बात करने की भी कोशिश की.
इसके बाद रात के करीब एक बजे हमारी संवाददाता निधि श्री पटना के बेहद हाई प्रोफाइल इलाके बेली रोड पर खड़ी हुईं. यह पटना का ऐसा इलाका है जिसके पास ही मुख्यमंत्री सचिवालय और कुछ दूर पर हाईकोर्ट है. यहां भी लोग निधि को सड़क पर अकेले देखकर धूर रहे थे. एक शख्स मदद करने के नाम पर हमारी संवाददाता से बात करने की कोशिश करता रहा.
निधि श्री झानिधि के बार-बार कहने के बावजूद वह जाने को तैयार नहीं होता है. इसके बाद निधि के बहुत जोर देने पर वह शख्स जाने के लिए तैयार तो होता है, लेकिन वहां से जाने के नाम पर कुछ दूर जाकर खड़ा हो जाता है. इसी दौरान निधि के पास दो बाइक सवार आते हैं जो इससे पहले भी हमारी संवाददाता के पास आ चुके थे. निधि के पास एक और व्यक्ति पहुंचता है जिसे निधि के नाम और पता जानने की बहुत अधिक दिलचस्पी थी.
हमारी संवाददाता से लोग इस तरह से बात करने की कोशिश करते रहे
बाइक सवार- कोई दिक्कत है रिपोर्टर- आप यहां दूसरी बार क्यों आ रहे हैं बाइक सवार- कुछ कहता है रिपोर्टर- सुनाई नहीं दे रहा है, आप क्या बोल रहे हैं बाइक सवार- किसका वेट कर रही हो आप रिपोर्टर- मैं अपने फ्रेंड का वेट कर रही हूं बाइक सवार- काफी लेट नहीं हो गया रिपोर्टर- कोई बात नहीं. आप लोग भी तो सड़क पर घूम रहे हैं ना रात को जिस तरह आपका ठीक है, उस तरह मेरा भी ठीक है.
यहां आपको बता दें कि पटना के हाई प्रोफाइल इलाके बेली रोड पर निधि 15 मिनट से अधिक समय तक खड़ी रहीं, लेकिन एक भी पुलिस की गाड़ी इस दौरान वहां से नहीं गुजरी. इससे पता चलता है कि अगर किसी महिला को रात में सड़कों पर जाना पड़े तो वह कितनी सुरक्षित हैं.