(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मातृभूमि में महिला सुरक्षा पर पड़ताल: रात में रांची में महिला सुरक्षा भगवान भरोसे, रिपोर्टर को अजनबी ने कहा- बुला लो पुलिस
देश में पिछले कुछ दिनों में महिलाओं के खिलाफ अपराध की कई घटनाएं सामने आई हैं जिससे यह मसला एक बार फिर जोर पकड़ने लगा है कि आखिर महिलाएं देश में सुरक्षित हैं भी या नहीं.
रांची: आपका अपना चैनल एबीपी न्यूज़ लगातार देश में महिलाएं कितनी सुरक्षित हैं इसकी पड़ताल कर रहा है. इसी सिलसिले में एबीपी न्यूज़ रिपोर्टर कुमकुम बिनवाल मंगलवार की रात झारखंड की राजधानी रांची के विभिन्न सड़कों पर अकेली खड़ी रहीं. कुमकुम ने रांची के सड़कों पर महिला सुरक्षा की पड़ताल रात 8.30 बजे से करनी शुरू की.
इस तहकीकात की शुरुआत हमारी संवाददाता कुमकुम बिनवाल ने रांची के संग्रामपुर से की. यहां के बस स्टैंड पर कुछ दिनों पहले ही एक लॉ स्टूडेंट अगवा की गई थी और उसका गैंगरेप किया गया था. इसके बावजूद बस स्टैंड पर बिल्कुल अंधेरा था और सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे. यहां पुलिस की गाड़ी गश्त करती हुई भी नहीं दिखी और रास्ते में कई जगह स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही थी.
कुमकुम बिनवालसंग्रामपुर के बाद एबीपी न्यूज संवाददाता कुमकुम राजधानी रांची के रॉक गार्डन इलाके में पहुंचीं. हमारी संवाददाता कुमकुम यहां करीब आधे घंटे तक मौजूद रहीं. इस दौरान एक आदमी कुमकुम के पास आया और वह कुमकुम से बातें करने की कोशिश करने लगा.
उस व्यक्ति को संवाददाता कुमकुम ने कई बार दूर रहने की हिदायत दी, लेकिन वह हमारी रिपोर्टर की तमाम बातों को अनसुना कर रहा था. कुमकुम ने उस शख्स को पुलिस बुलाने की धमकी भी दी लेकिन उसके मन में रांची पुलिस का कोई भय और खौफ नहीं था.
शख्स ने संवाददाता कुमकुम को पुलिस बुलाने की खुली चुनौती दी. इस दौरान जहां हमारी संवाददाता खड़ी थीं वहां से पुलिस की कोई भी गाड़ी नहीं गुजरी. ऐसे में अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि रात के अंधेरे में झारखंड की राजधानी में महिलाओं का अकेले चलना खतरे से खाली नहीं है.