ABP Budget Conclave: लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बुधवार (24 जुलाई) को एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में अपनी सबसे बड़ी ताकत का खुलासा किया. साथ ही उन्होंने इमोशनल मूवमेंट का भी जिक्र किया. एलजेपी के चीफ ने कहा कि उनके पिताजी के निधन के बाद बहुत सी घटनाएं उनके साथ घटीं, जिसके बाद उन्होंने तय किया कि पुराना गौरव वापस लौटाना है.


उन्होंने कहा, “मेरे पापा के बाद बहुत सारी चीजें मेरे साथ हुईं, पार्टी टूट गई और बहुत सारे लोग चले गए. बहुत सारे आरोप प्रत्यारोप लगे हम पर लेकिन मैंने मां से कहा था कि पुराना गौरव फिर से लौटाऊंगा और जिस दिन मैंने शपथ ली तो मां ने खुद कहा कि जितना खोया था उससे ज्यादा पा लिया है.”


‘जो कुछ भी हूं मां की वजह से हूं’


चिराग पासवान ने कहा, “मैं आज जो कुछ भी हूं, उन्हीं की वजह से हूं. मेरा तो वजूद ही उनकी वजह से है. मेरी सबसे बड़ी ताकत मेरी मां रही हैं. मेरा मानना है कि अगर बेटा या बेटी अपने परिवार के नाम को आगे लेकर न पाए तो कम कम से उस परिवार के नाम को खराब करने का हक भी उसके पास नहीं है. मेरे ऊपर आरोप लगे. इस बात की सबसे ज्यादा तकलीफ अगर किसी को थी तो मेरी मां को थी. पिता के जाने का दुख तो था ही लेकिन परिवार भी टूटा.”


‘वो 13 जून की रात आज भी याद है’


उन्होंने पुरानी बात याद करते हुए कहा, “मुझे वो 13 जून की रात आज भी अच्छी तरह से याद है जब परिवार टूटने के बाद मेरी मां एक कोने में रो रही थीं. मैं उनके कमरे गया और उनको गले लगाया और उनसे सिर्फ इतना ही कहा कि मुझे नहीं पता कैसे करूंगा लेकिन इतना वादा करता हूं कि हर वो चीज जो आपने खोई है, एक एक करके वापस लाकर दूंगा. फिर जब मैंने शपथ ली तो उस रात वो मेरे कमरे में आईं और गले लगाया. उन्होंने कहा कि बेटे आज तुमने मुझे हर चीज वापस लौटा दी है.”


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