ABP Shikhar Sammelan 2024: लोकसभा चुनाव की जोर-शोर से चल रही तैयारियों के बीच एबीपी न्यूज का शिखर सम्मेलन 2024 हुआ है. हाल ही में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) को लेकर केंद्र सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया था. इसके अलावा लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है और पूरे देश में सियासी दंगल शुरू है.


ऐसे चुनावी सरगर्मी वाले समय में हो रहे इस शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सोशल मीडिया और अरविंद केजरीवाल को लेकर खुलकर बात की. 


'भ्रष्टाचार की सजा केजरीवाल को भुगतनी होगी, बच नहीं सकते'


खास तौर पर केजरीवाल से संबंधित सवालों का जवाब में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री रहते अरविंद केजरीवाल ने जो भ्रष्टाचार किया है उसी की वजह से उनका हश्र (जेल में हैं) हुआ है. 
दिल्ली आबकारी नीति भ्रष्टाचार के मामले में आम आदमी पार्टी सहित समूचे विपक्ष के केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में अश्विनी वैष्णव ने कहा, "भारत की ज्यूडिशरी प्रणाली बिल्कुल इंडिपेंडेंस और बिना किसी दबाव के काम करती है. आबकारी नीति भ्रष्टाचार के मामले में अरविंद केजरीवाल के मंत्री इतने लंबे समय से जेल में हैं. अगर मनी ट्रेल का साफ सबूत नहीं होता तो क्या ज्यूडिशरी इतने दिनों तक इन्हें जेल में रहने देती?"


'अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री हैं तो कानून से नहीं बच सकते'


 अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने लंबे समय तक लोगों को बेवकूफ बनाने का काम किया है लेकिन अब उनके भ्रष्टाचार पर से पर्दा उठ चुका है. लोग समझ गए हैं कि अरविंद केजरीवाल क्या हैं. उन्होंने भ्रष्टाचार किया है तो उन्हें इसका परिणाम भुगतना ही होगा. वह मुख्यमंत्री हैं तो कानून उनके लिए अलग होगा और बच जाएंगे, ऐसा होगा नहीं. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जैसा किया है उसी की वजह से उनका यह हश्र हुआ है.


 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया को लेकर भी कही बड़ी बात


 इसके अलावा एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सोशल मीडिया को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 20-25 सालों से इंजीनियरिंग के फील्ड में इस्तेमाल होता रहा है लेकिन अब इसे बड़े पैमाने पर यूज किया जा रहा है. निश्चित तौर पर इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं. डीप फेक जैसी टेक्नोलॉजी के जरिए समाज में भ्रम फैल सकता है इसलिए बहुत समझदारी से इसका इस्तेमाल करना होगा.
 सोशल मीडिया को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आज जानकारी का सबसे बड़ा जरिया सोशल मीडिया है इसलिए उस पर पब्लिश होने वाली या अपलोड होने वाली हर तरह की सामग्री की रिस्पांसिबिलिटी संबंधित कंपनियों की ही होनी चाहिए और पूरी दुनिया में इस तरह के मत बन रहे हैं. हम (भारत) भी इसी दिशा में सोच रहे हैं.


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