Hardeep Singh Puri on Harsimrat Kaur: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी बुधवार को एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने अकाली दल के एनडीए गठबंधन से अलग होने के मामले से जुड़ा बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि तब की केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट बैठक के दौरान तीन कृषि कानूनों का समर्थन और स्वागत किया था. पुरी ने बताया कि लेकिन बाद में बाहर आकर वो पलट गईं और अकाली दल गठबंधन से बाहर हो गया.
हरसिमरत कौर बादल ने हाल ही में पेश किए गए केंद्रीय बजट को लेकर टिप्पणी की थी और सरकार को लंगड़ी सरकार तक कह दिया था. इसपर जवाब देते हुए एबीपी शिखर सम्मेलन के दौरान हरदीप सिंह पुरी ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि वे (हरसिमरत कौर) महिला हैं, मैं इसपर ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा, लेकिन उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि पंजाब में सबसे ज्यादा किसानों को एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) दिया जा रहा है. उन्हें इस तरह की बात नहीं बोलनी चाहिए यदि कोई मदद की आवश्यकता है तो बताना चाहिए.
हरदीप सिंह पुरी बोले- अच्छा हुआ वो खुद गठबंधन से बाहर गए
इसी दौरान पुरी ने वो किस्सा भी बताया जिसमें हरसिमरत कौर ने कैबिनेट बैठक के दौरान कृषि कानूनों का स्वागत किया था. पुरी ने इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि अच्छा हुआ उन्होंने खुद गठबंधन तोड़ा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अकाली दल से गठबंधन टूटने के बाद पंजाब में बीजेपी के वोट प्रतिशत में 3 फीसदी की बढ़त हुई है अकाली दल खत्म होने की कगार पर आ गया है.
विपक्ष की सिलेक्टिव मेमोरी- हरदीप सिंह पुरी ने किया पलटवार
हरदीप सिंह पुरी ने एबीपी शिखर सम्मेलन के दौरान बजट को लेकर दिए गए विपक्षी दलों के बयान पर भी पलटवार किया. उन्होंने कहा, "विपक्ष की पहले से ही सिलेक्टीव मेमोरी रहती है. जब भी बजट पेश होता है तो ये (विपक्ष) पहले से ही विरोधी विचार बना लेते हैं. अगर बजट में गांव, गरीब, किसान, युवा और महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया जाता तो विपक्ष कहने का हकदार था, लेकिन बजट में सभी क्षेत्रों के लिए काम किया गया है."
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