ABP Shikhar Sammelan Live: शिखर सम्मेलन में बोले अखिलेश- बीजेपी ब्राडिंग और झूठ फैलाने में नंबर-1, हम छोटे दलों के साथ करेंगे गठबंधन
ABP Shikhar Sammelan Live: यूपी विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों को परखने के लिए आज abp न्यूज़ पर सबसे बड़ा मंच सजा है. abp शिखर सम्मेलन में आज जानिए सभी दलों का सियासी दांव पेंच. अपडेट्स के लिए बने रहिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि मायावती प्रदेश की बड़ी नेता हैं लेकिन उनका रास्ता गलत है. उन्होंने कहा कि देश को उम्मीद जागी यूपी के गठबंधन को लेकर. उस कोशिश को बीएसपी ने खत्म किया. उन्होंने कहा कि मैं आने वाले समय में जो चुनाव होने जा रहा है, उसकी फिक्र कर रहा हूं.
अखिलेश यादव ने कहा कि मंदिर बनाने में देरी क्यों हो रही है. वे जान बूझकर मंदिर बनाने में देरी कर रही है, ताकि तीन-चार चुनाव लड़ लिए जाए. सपा अध्यक्ष ने कहा कि मैं चंदा नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि हम परिवार के साथ दर्शन करने जाएंगे और वहां पर दर्शन से पहले दक्षिणा देंगे. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब अयोध्या विवाद खत्म हो चुका है.
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार झूठ फैलाने और ब्राडिंग में नंबर वन है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अब चुनाव नहीं जीतेगी, यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी उद्योगजगत को फायदा पहुंचा रही है. उन्होंने सवाल किया कि महंगे पेट्रोल-डीजल से किसे फायदा पहुंचाया जा रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि मेरा और सपा का बड़े दलों के साथ अनुभव अच्छा नहीं रहा है. लेकिन छोटे दलों को साथ लाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आज बहस इस बात पर होनी चाहिए कि किसने बेहतर काम किया, किसने इन्फ्रास्ट्रक्चर के डेवलप किया. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में 22 महीने में एक्सप्रेस बन गया था. योगी सरकार ने कोई नया काम नहीं किया. योगी सरकार पिछली सरकार के काम का श्रेय ले रही है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जातीय जनगणना होनी चाहिए और जिसकी जितनी आबादी है उस हिसाब से उसे आरक्षण दिया जाए. अखिलेश ने कहा कि सरकार आखिर इससे क्यों बचती है. शिखर सम्मेलन में अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपने कार्यक्रम, सिद्धांत को लेकर लोगों के बीच जाएगी. उन्होंने कहा कि हर पार्टी जो बीजेपी हराना चाहती है तो उसे आना चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना के दौरान योगी सरकार ने कहा कि गंगा में आ रही लाशें बिहार से आ रही हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में सबको वैक्सीन लग जाएगी तो मैं भी लगवाऊंगा. अखिलेश ने कहा कि टीका लगवाने वाला मैं आखिरी व्यक्ति होऊंगा. सपा अध्यक्ष ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि जो वैक्सीन उपलब्ध हो जाए, तो उसे कराना चाहिए. अगर वैक्सीन उपलब्ध नहीं है तो उसके लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार है.
अखिलेश यादव ने कहा कि अगर कोई झूठ बोलने वाली पार्टी है तो वह सबसे पड़ी झूठ बोलने वाली पार्टी बीजेपी है. अगर उसने धोखा दिया तो सभी को दिया है. अखिलेश ने कहा कि जो विकास की गति समाजवादी पार्टी सरकार में थी, आखिरकार सड़कों के काम क्यों नहीं हो रहे हैं? सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे कहा कि कोरोना के दौरान दुनिया में जितना मदद वहां के सरकारों ने की उस वक्त सरकार ने ही साथ छोड़ दिया.
अखिलेश यादव ने एबीपी शिखर सम्मेलन में कहा कि बीजेपी की राजनीति है कि कैसे भारत की गंगा जमुनी तहजीब खत्म हो जाए, कैसे भाईचारा खत्म हो जाए. उन्होंने कहा कि सरकार दोनों काम करती है, झगड़ा भी कराती है और कैसे नफरत फैले वो काम भी करती है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी सभी वर्गों को साथ लेकर चलने का काम किया है. अखिलेश बोले कि जब बीजेपी झूठ बोलकर 300 सीटें ला सकती है तो सपा सबको साथ लेकर क्यों नहीं ला सकती है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी से गोरखपुर नहीं संभल रहा है तो वह कैसे प्रदेश को संभालेंगे. उन्होंने कहा कि एक बेटी जो अपने पिता को पिटते हुए का वीडियो बना रही थी, उसे गोली मार दी गई. अखिलेश ने कहा कि बीजेपी की सरकार में जिस तरह से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव किया जा रहा है, ऐसा कभी नहीं हुआ.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की कोशिश अगले विधानसभा चुनाव से पहले छोटे दलों को साथ लाना है. उन्होंने कहा कि चाचा शिवपाल के सवाल पर कहा कि उनका और उनकी पार्टी का पूरा सम्मान किया जाएगा. अखिलेश ने कहा कि जनता इस बार चुनाव का इंतजार कर रही है क्योंकि वे योगी सरकार को हटाना चाहती है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों का अपमान किया जा रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोना काल के दौरान किसानों ने काफी मेहनत की है. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो देश की अर्थव्यवस्था और खराब हो जाती है. सपा अध्यक्ष ने कहा सरकार ये समझाए कि नए कृषि कानूनों से किसानों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि इसका कई राज्यों में विरोध हो रहा है, ये सिर्फ एक राज्य की बात नहीं है.
एबीपी शिखर सम्मेलन में यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार को यह बताना चाहिए कि आखिर अफगानिस्तान पर उसका क्या रूख है. उन्होंने कहा कि तालिबान पर बातचीत के बाद निर्णय लिया जाना चाहिए. उन्होंने पेगासस के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार लोगों की जासूसी करवा रही है.
संजय सिंह ने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में कानून व्यवस्था बद से बदतर हुई है. भ्रष्टाचार चरम पर है. इसके साथ ही, मंत्रियों पर करप्शन के आरोप लगे और सीएम मौन रहे. इसके बाद यह आरोप लगा कि सीएम की भी उस पर मौन सहमति है. शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था का बुरा हाल है. उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के दौरान बीजेपी के वोटर क्या यह भूल जाएंगे कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने क्या झेला है. वे यह भूल जाएंगे कि 100 रुपये से ज्यादा एक लीटर पेट्रोल के लिए दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के वोटर इस बार उसके खिलाफ वोट करेंगे.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यूपी में आगामी चुनाव को लेकर गठबंधन के बारे में कहा कि वे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पिछले दिनों मिले. उन्होंने कहा कि गठबंधन के बारे में अभी इंतजार किया जाना चाहिए. संजय सिंह ने कहा कि आज यूपी में क्या हो रहा है यह अखबार पढ़ने के बाद पता चल जाएगा. कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार चरम पर है. आप सांसद ने आगे कहा कि कितनी सीटें पर लड़ा जाए, यह राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा. लेकिन हमारी तैयारी 403 सीटों पर चल रही है और भी छह महीने का समय है.
संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल का दिल्ली मॉडल, जिसमें 300 यूनिट बिजली, स्वास्थ्य समेत जो चीजें हैं, वो हम उत्तर प्रदेश में दे सकते हैं. उन्होंने कहा आज यूपी की हालत ये है कि अगर मिड-डे मिल में अगर नमक रोटी दी जा रही है, उसके खिलाफ कोई रिपोर्टिंग करता है तो उस पत्रकार के खिलाफ केस हो जाता है. उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी संगठन निर्माण के रास्ते पर निकली हुआ है. सदस्यता अभियान चलाया है और एक महीने में एक करोड़ सदस्य बनाने के लक्ष्य को और 15 दिनों के लिए आगे बढ़ाया है.
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा से सांसद संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा यहां पर महिलाएं के मन में असुरक्षा की भावना है. वहां पर आम आदमी पार्टी मजबूत होकर उभरी है.
शिवपाल यादव ने कहा कि जब हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन करते हैं तो वे सुनते हैं, हमसे मिलते भी हैं, लेकिन हमारे भतीजे ही हमारी नहीं सुनते हैं. उन्होंने कहा कि नेताजी से हम रोज मिल आते हैं. उन्होंने कहा कि नेताजी के समय में हम प्रदेश अध्यक्ष रहे, वो दूसरा दौर था. अब भतीजों का दौर है. शिवपाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि नेताजी वाला दौर एक बार शुरू से हो. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि बीजेपी को हटाने के लिए सभी पार्टियां एक हो जाएं. इसके लिए सभी पार्टियों को एकजुट करें. ऐसी स्थिति में वह अखिलेश को सीएम मानने के लिए तैयार हो जाएंगे.
शिवपाल यादव ने कहा कि वह अखिलेश यादव के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी में विलय के लिए तैयार हैं, लेकिन हमारा और हमारे साथियों को पहले सम्मान किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब हमने पार्टी बनाई, उस समय प्रोफेसर रामगोपाल से भेंट हुई. उस समय हमने कहा कि नई पार्टी बना ली. उसके बाद शिकोहाबाद में रामगोपाल ने कहा था कि ऐसी पार्टी तो बनती रहती है, उसे तो 500 वोट नहीं मिलेंगे. उसके बाद हमने यह तय किया था कि फिरोजाबाद से ही चुनाव लड़ेंगे.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी चीफ शिवपाल यादव ने कहा कि हमें कितनी बार अखिलेश यादव से कहा कि बात कर लो. उन्होंने कहा कि फिरोजबाद से वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे. लेकिन इसलिए लड़ गए क्योंकि जब उन्होंने पार्टी बनाई, वह नेताजी के आदेश पर बनाई थी. उन्होंने कहा कि आज तक नेताजी की बात कभी नहीं टाली.
शिवपाल यादव ने कहा कि यूपी में जब मायावती की अगुवाई में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी, उस वक्त समाजवादी पार्टी सड़कों पर उतरकर संघर्ष करती थी. उन्होंने कहा कि नेता की अगुवाई में संघर्ष होता है. अखिलेश यादव के साथ आने के एबीपी न्यूज़ की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में शिवपाल यादव ने कहा कि छोटे को बड़ों के साथ आना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले चार साल से अखिलेश यादव से ठीक तरह से बात नहीं हो पाई है.
बीएसपी नेता एमएच खान ने कहा कि मायावती सरकार के दौरान 11 मेडिकल कॉलेज, 200 डिग्री कॉलेज बनवाए. जेवर एयरपोर्ट का अधिग्रहण किया. यमुना एक्सप्रेस बनवाया. उन्होंने कहा कि बहनजी को जनता की जरूरत है, और जनता हमें पसंद कर रही है.
बीएसपी प्रवक्ता एमएच खान ने एबीपी शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए कहा कि हमारी पार्टी का नारा है- सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय, उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से प्रबुद्ध गोष्ठी हो रही है. उन्होंने कहा कि जिसकी जितना संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी. एमएच खान ने कहा कि उर्दू-फारसी यूनिवर्सिटी देश में कहीं नहीं बनी, लेकिन लखनऊ में मायावती ने बनवाया.
सपा नेता जावेद अली ने एबीपी शिखर सम्मेलन में कहा कि मेरी पार्टी समाजवादी पार्टी हिन्दू-मुसलमान नहीं करती. चाहे वो हिन्दू हो या मुसलमान जो भी कमजोर तबका है, उसे साथ लेकर उत्तर प्रदेश को बेहतर प्रदेश बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि हमने कभी भी एमवाई का नारा समाजवादी पार्टी ने नहीं दिया है. हमारा एकता हिन्दू-मुसलमान लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि विदेश नीति पर हमारा स्टैंड हमेशा सरकार के साथ रही है. जावेद अली ने कहा कि तालिबान पर सरकार ने आम सहमति बनाने की पहली बार कोशिश की है. उन्होंने कहा कि तालिबान पर मुनव्वर राणा ने जो कुछ भी कहा उस पर समाजवादी पार्टी बयान देने के लिए बाध्य नहीं है.
एबीपी शिखर सम्मेलन में एआईएमआईएम प्रवक्ता सैय्यद असीम वकार ने कहा कि सच्चर कमेटी 2005 में बनी. यह कमेटी बने 15 साल हो गए. लेकिन, किसी भी एक राज्य में मुसलमान की स्थिति अच्छी नहीं है. हम चाहते हैं कि मुसलमान जब हिन्दुस्तान में खड़ा हो तो उसका नाम लेने से लोग डरे नहीं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी के लोग अब मुझे नहीं बुलाते हैं. आजाद ये बात बोल रहे हैं तो राहुल और सोनिया गांधी को यह पूछना चाहिए कि उन्होंने यह बात क्यों बोली.
एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में कांग्रेस नेता हिलाल अहमद ने कहा कि बीजेपी का विजन ही डिविजन है. उन्होंने कहा कि बीजेपी विघटनकारी शक्ति है. उन्होंने कहा कि सच्चर कमेटी में यह बताया गया है कि मुसलमानों की स्थिति बदतर है. उन्होंने कहा सबसे ज्यादा मुसलमान यूपी, बिहार और बंगाल में है, जहां पर कांग्रेस 30 सालों से सत्ता में है. ऐसे में यह सवाल उन क्षेत्रीय दलों से किया जाना चाहिए, कि उन्होंने मुसलमानों को कहां से कहां पहुंचा दिया है.
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा का चुनाव होना है. ऐसे में एबीपी शिखर सम्मेलन में बीजेपी नेता कमर अली ने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों का हमेशा वोट बैंक समझा. आज मुसलमानों की स्थिति दलितों से बदतर है. उन्होंने कहा कि 1951 में मुसलमान कितना पढ़ लिखा था और सरकारी नौकरियों में कितने थे. और आज वे पंक्चर बना रहे हैं. ये कांग्रेस ने स्थिति बनाई है.
अजय लल्लू ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने 90 लाख लोगों से पिछले दिनों सीधे संवाद किया. उन्होंने कहा कि बुरे दिन हमेशा के लिए नहीं रहते हैं. उन्होंने कहा कि यहां पर योगी सरकार हर मोर्चे पर विफल है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी जनता के दिलों में हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में बुनियादी मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे. अजय लल्लू ने कहा कि यूपी में प्रचासर वाली सरकार है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा यूपी सरकार के विफलताओं के खिलाफ हम प्रियंका गांधी के साथ संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सोनभद्र में जो अत्याचार हुआ उसके खिलाफ प्रियंका ने कहा कि जब तक पीड़ित परिवार से नहीं मिलूंगा जाऊंगी नहीं. उन्होंने न्याय की लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ एक पार्टी नहीं बल्कि विचारधारा है. अजय लल्लू ने कहा कि मुख्यमंत्री पर फैसला आलाकमामन लेगा, लेकिन 2022 में हमारी सरकार बनने जा रही है.
कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने कहा महिला सुरक्षा असंवेदनशील मामला है, लेकिन इसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जहां तक सामाजिक सुरक्षा की बात है तो यह पहले से बेहतर हो रहा है, एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. महिलाएं एफआईआर दर्ज कराने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से यह पॉजिटिव चीज है.
समाजवादी पार्टी नेता जूही सिंह ने कहा कि यूपी की सरकार यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि महिलाएं असुरक्षित हो सकती है. उन्होंने कहा कि सरकार असंवेदनशील है, इसके सारे अधिकारी और खुद मुख्यमंत्री भी, क्योंकि गृह विभाग की उनके पास है. उन्होंने कहा कि कई ऐसे मामले जो लोगों के बीच नहीं आ पाते, उसे मीडिया सामने लेकर आ रही है.
एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में कांग्रेस प्रवक्ता अदिति सिंह, एसपी नेता जूही सिंह और कांग्रेस विधायक अदिति सिंह ने हिस्सा लिया. कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया सुले ने कहा कि कोई औरत अगर राजनीति में आगे बढ़ना चाहती है तो उसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए. सुप्रिया सुले ने कहा कि मैं यूपी से हूं. हम सब इस देश की आधी आबादी है. इस पुरूष प्रधान देश में महिलाएं काफी जद्दोजहद करती हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अगर कोई औरत आगे बढ़ती है तो उसकी चीरहरण हो जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी में आधी आबादी की आवाज को कुचलने का पूरा प्रयास किया जाता है.
बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने एबीपी न्यूज़ के शिखर सम्मेलन में बात करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और बीएसपी सत्ता का सपना देख रही है. उन्होंने कहा की यूपी की जनता सब देख चुकी है. विपक्ष झूठे आरोप लगाता है. उन्होंने कहा कि सपा और बसपा 2017 के नतीजे न भूलें.
कहानीकार नीलेश मिश्रा ने कहा कि आज क्रिएटिव इकोनॉमी का दौर है. उन्होंने कहा कि यूपी के जो क्रिएटर यानी जो रचनात्मकता है उन्हें मौका नहीं मिल पाता है. यह काफी बड़ा नुकसान है. नीलेश ने आगे कहा कि वो दस साल से लखनऊ में रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसमें बहुत बड़ा मौका है. आज की दुनिया वैल्यूएशन समझती है. उन्होंने कहा कि यूपी के 75 जिलों के क्रिएटर्स और उनका बनाया हुआ कंटेंट और उनकी आउडियंस यह करोड़ों डॉलर की बिजनेस होता. उन्होंने कहा कि कलाकारों का इस्तेमाल सिर्फ फिलर्स के तौर पर किया जाता है.
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम में अब अगले मेहमान गायिका मालिनी अवस्थी और कहानीकार नीलेश मिश्रा हैं. मालिनी अवस्थी एक लोकगीत गायिका हैं. हिंदी, भोजपुरी गाने गाती हैं. मंच पर आते ही मालिनी अवस्थी ने सबसे पहले रक्षाबंधन के त्योहार पर एक खूबसूरत गीत गाया.
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि हम पहले बड़ी पॉलिटिकल पार्टी के पीछे घूमते थे, लेकिन अब हम अपने दम पर पावर हासिल करेंगे. उन्होंने इस बार यूपी चुनाव में किसी के भी साथ गठबंधन करने से इन्कार कर दिया है.
उत्तराधिकारी के सवाल पर मायावती ने कहा, 'मेरा स्वास्थ्य अभी ठीक है. इसलिए अभी मेरा कोई उत्तराधिकारी नहीं है. जब मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा तो मैं अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कर दूंगी. ये तय है कि उत्तराधिकारी दलित वर्ग का ही होगा क्योंकि इस वर्ग ने मेरा हमेशा से साथ दिया है.'
एक सवाल के जवाब में ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया, "असदुद्दीन ओवैसी ने हमसे कहा है कि बीजेपी को छोड़कर आप किसी के साथ समझौता कर लो, हम आपके साथ हैं. ओवैसी एक उभरते हुए सितारे हैं. वह लीडर हैं नौकर नहीं." राजभर ने आगे कहा, "अगर यूपी में हमारी सरकार बनती है तो पांच साल में पांच मुख्यमंत्री बनेंगे और 20 उप मुख्यमंत्री होंगे." हालांकि राजभर ने ये भी कहा है कि अगर यूपी में 2-5 सीटों से बीजेपी की सरकार बनने से रह जाती है तो उनकी पार्टी बीजेपी को समर्थन नहीं देगी.
यूपी चुनाव में गठबंधन के सवाल पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'हमारी पार्टी किसके साथ गठबंधन करेगी, ये 7 सितंबर के बाद निर्णय कर लिया जाएगा. हम या तो अखिलेश यादव या मायावती या कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हमारी पहली प्राथमिकता कांग्रेस है. आज देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को भी कांग्रेस से डर है.' राजभर ने आगे कहा, 'बीजेपी सरकार पिछड़ों के साथ भेदभाव करती है. बीजेपी की मीटिंग में योगी, राजनाथ सिंह, अमित शाह सौफे पर बैठते हैं और केशव प्रसाद मौर्या को प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठाया जाता है. क्योंकि केशव प्रसाद मौर्या पिछड़ी जाति से हैं.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम में अगले मेहमान अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर हैं. बीजेपी पर निशाना साधते हुए राजभर ने बोले, "प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि देश बिकने नहीं देंगे, आज देश बेच रहे हैं.'
इस सवाल के जवाब में अनुप्रिया पटेल ने कहा, 'पिछली बार हम 11 सीटों पर लड़े थे, जिसमें से 9 सीटे जीती थी. हर पार्टी विस्तार चाहती हैं. हमारी पार्टी का भी विस्तार होगा.'
अनुप्रिया पटेल ने कहा, 'सरकार लगातार काम कर रही है. सरकार की योजनाओं का लाभ सभी व्यक्तियों को हुआ है, हमारी सरकार ने विकास को नई पहचान दी है. देश में यूपी की रैंकिंग नंबर पर पहुंच गई है.' महामारी पर अुनप्रिया पटेल ने कहा, 'कोरोना संकट अभी खत्म नहीं हुआ है. ऐसी महामारी को किसी को उम्मीद नहीं थी. दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर इसका असर हुआ है लेकिन अब हालात सुधर रहे हैं. सरकार ने भी आपदा से निपटने की कई तरह की योजनाएं बना रखी हैं.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन के कार्यक्रम में अगली मेहमान अब अनुप्रिया पटेल हैं. एक सवाल के जवाब में अनुप्रिया पटेल ने कहा, 'हमने हाल ही में जनआर्शीवाद यात्रा निकाली है. जनता का बहुत सहयोग मिला है. उम्मीद है यूपी चुनाव में भी जनता का प्यार मिलेगा. यूपी की 24 करोड़ आबादी है. मुझे ये लगता है कि सरकार को संवेदनशील होना चाहिए.'
राम मंदिर के मुद्दे पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अगर 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद नहीं तोड़ी जाती तो आज वहां क्या होता? सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद नहीं बनाई गई थी, वहां राम मंदिर बनाने का फैसला आस्था के आधार लिया गया है. हम यही चुनाव में कहेंगे.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अखिलेश यादव पहले m-m की बात करते हैं, जब मुख्यमंत्री बन जाते हैं तो m-m को भूल जाते हैं फिर सिर्फ y-y की बात करते हैं.' यूपी चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी समाजवादी पार्टी से गठबंधन के मूड में नहीं हैं. आने वाले समय में ओवैसी की पार्टी चंद्रशेखर आजाद और ओम प्रकाश राजवर से गठबंधन कर सकती है.
इस सवाल के जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मैं यहां लीडर बनने नहीं आया हूं. मैं उत्तर प्रदेश के मुसलमानों को लीडर बनाने आया हूं. बीजेपी को रोकना सिर्फ मुसलमानों की जिम्मेदारी है. लोग हमे बीजेपी की बी-टीम कहते हैं. हम मुसलमानों के हक की बात करते हैं तो बी-टीम हो जाते हैं." गठबंधन के सवाल पर ओवैसी ने कहा, 'इस पर अभी चर्चा होनी है. हम अकेले नहीं हैं. हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हमारी पार्टी यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.'
इस सवाल के जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'मेरा मकसद मंत्री बनना नहीं है. हमे ये पहले निर्णय करना होगा कि हमें तालिबान का साथ देना है या नहीं. सरकार जवाब देने से घबरा रही है. हमें एक नई विदेश नीति की जरूरत है.' यूपी चुनाव के मुद्दे पर ओवैसी ने कहा, "हम बीजेपी को हराना चाहते हैं ताकि योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री न बने. इसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं. आज के मुसलमानों को समझना होगा कि ये चुनाव केवल जिंदगी मौत का नहीं है. ये मुसलमानों के मुद्दों का चुनाव है."
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में अगले मेहमान अब एआईएमआईएम के संयोजक असदुद्दीन ओवैसी हैं. ओवैसी ने बड़ा आरोप लगाया है कि भारत अफगानिस्तान में हथियार छोड़कर आ गया. अफगानिस्तान के मुद्दे पर ओवैसी ने कहा, 'आतंक को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. तालिबान के आने से भारत को आगे परेशानी होने वाली है. भारत सरकार चुप है. केंद्र इस वक्त वेट एंड वॉच की स्थिति में है. एक तरह से देखा जाए तो सरकार की नजर यूपी चुनाव पर है. आने वाले चुनाव में तालिबान-तालिबान होने वाला है. बीजेपी तालिबान-तालिबान करेगी.'
यूपी चुनाव 2022 में गठबंधन के सवाल पर एबीपी न्यूज के मंच पर आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ये निर्णय पार्टी लेगी. उन्होंने कहा, 'मैं इसपर कुछ नहीं कह सकता हूं. मैं तो पार्टी का कार्यकर्ता हूं. पार्टी जैसा कहती है मैं वैसा ही करता हूं.' हालांकि उनकी बातों से ऐसा ही लग रहा था कि उनकी पार्टी यूपी में अकेले ही सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर बनाने से क्या फायदा होगा. इससे किसी को रोजगार नहीं मिलेगा. दलितों को इससे क्या फायदा होगा. बीजेपी केवल हिंदुओं और मुसलमानों को लड़ाने में लगी है. अगल दलित समाज के लोग हिंदू हैं तो क्यों उन्हें दलित कहा जाता है.'
भीम आर्मी के संयोजक चंद्रशेखर आजाद ने कहा, 'हमारी आजाद समाज पार्टी 2022 चुनाव में बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी. देश में सबसे ज्यादा अत्याचार दलितों के साथ होता है. इसलिए मैं दलितों के साथ खड़ा रहता हूं.' जजों की नियुक्ति के मुद्दे पर बोले, 'सुप्रीम कोर्ट को ये अधिकार नहीं होना चाहिए. इनको जनता के टैक्स से पैसे मिल रहा है. इन जजों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए. दलित या एससी/एसटी जाति के लोग जज क्यों नहीं बनते.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में अगले मेहमान अब आजाद समाज पार्टी (ASP) के संयोजक चंद्रशेखर आजाद हैं. एबीपी न्यूज के कार्यक्रम में बोले, मेरा असली नाम चंद्रशेखर है, आजाद बाद में लगाया, जब मुझे ये महसूस हुआ कि ये आजादी झूठी है. इसलिए अपने नाम के बाद आजाद लगा लिया. मैं लगातार हल्ला इसलिए मचाता रहता हूं क्योंकि ये सरकार गूंगी बहरी है.
इस सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा, 'मैंने सारा कानून पढ़ा है. तीनों कृषि कानून 'काला कानून' है. मैं यहां कानूनों की बात करने नहीं आया हूं.' इसके बाद राकेश टिकैत पूछे गए सवाल का जवाब देने की बजाए उल्टा एंकर रुबिका लियाकत से ही सवाल पूछने लगे. कृषि कानूनों के सवाल पर जवाब नहीं दे पाए.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में कहा, 'हम किसी राजनीतिक पार्टी का प्रचार नहीं कर रहे हैं. हम केवल किसानों का प्रचार कर रहे हैं. किसानों की बात उठाना गुनाह है क्या. आजकल एंकर बीजेपी के प्रवक्ता बन गए हैं.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में अगले मेहमान अब किसान नेता राकेश टिकैत हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में जुड़े राकेश टिकैत ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने 2024 तक किसानों की आमदनी दोगुनी होने का वादा किया है, अब तीन साल रह गए. हमें इसी का इंतजार है.'
एबीपी न्यूज के शिखर सम्मेलन में बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने कहा, हमे समाजवादी पार्टी से कोई फायदा नहीं हुआ. ये बहुत सोच समझकर निर्णय लिया है कि हम आगे समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेंगे. हमारा केवल पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन किया है. यूपी में किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं है. ओवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन पर हमारी कोई बात नहीं हुई और न ही होगी. यूपी में हमारा गठबंधन केवल जनता के साथ है.
इस सवाल के जवाब में सतीश मिश्रा ने कहा, यूपी में बहुजन समाज पार्टी एक मात्र पार्टी है जो अकेले चुनाव लड़ रही है और अकेली ही सरकार बनाएगी. बीएसपी किसी की B टीम नहीं है बल्कि ए टीम है. सपा, कांग्रेस हमारी पार्टी को लेकर गलत प्रचार करते हैं.
बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने कहा, 'यूपी में कानून व्यवस्था सबसे ज्यादा खराब है. सरकार के खिलाफ बोलने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. विकास के नाम पर कुछ नहीं है. यहां तक कि अयोध्या और वाराणसी में भी विकास के नाम पर कुछ नहीं है. ब्राह्मण, दलित और किसानों का शोषण हुआ. छोटे बड़े सभी कारखाने बंद हो गए. प्रवासियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई.'
बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आगे कहा, हम केवल ब्राह्मण सम्मेलन नहीं कर रहे हैं. हम प्रभुत्व समाज का सम्मेलन कर रहे हैं. इन सम्मेलनों में सबसे ज्यादा लोग ब्राह्मण समाज के लोग आ रहे हैं. बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज आज ठगा महसूस कर रहा है. इसलिए ब्राह्मण समाज बढ़ चढ़कर भाग ले रहा है.
ब्राह्मणों के मुद्दे पर बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, चुनाव से पहले हम पूरा प्रदेश घूम रहे हैं. ब्राह्मण समाज लगातार हमारे साथ जुड़ रहा है. इस बार संख्या 2007 से भी ज्यादा है. इसका कारण ये है कि ब्राह्मणों का एनकाउंटर और उनको शोषण. 2007 में बीएसपी सरकार के दौरान ब्राह्मणों को लुभाना पड़ता था, लेकिन आज खुद ब्राह्मण समाज के लोग हमारे साथ जुड़ रहे हैं. ब्राह्मणों को पता है उनके लिए क्या सही है. 2022 में हम बहन मायावती को मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प ले चुके हैं. ब्राह्मण समाज हमारे साथ है.
एबीपी न्यूज पर शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है. पहले मेहमान बीएसपी के कद्दावर नेता सतीश चंद्र मिश्र हैं. बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने एबीपी न्यूज से कहा, आज के नौजवान बहुजन समाज पार्टी से जुड़ रहे हैं. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव हैं.
एबीपी शिखर सम्मेलन में आजाद समाज पार्टी के संयोजक चंद्रशेखर आजाद, बीएसपी के संतीश चंद्र मिश्रा, किसान नेता राकेश टिकैत, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के शिवपाल यादव और आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह जैसे कई बड़े नेता भी शिरकत करेंगे.
यूपी चुनाव से पहले आज सुबह 10 बजे से एबीपी न्यूज 'शिखर सम्मेलन' का आयोजन कर रहा है. इस खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल होंगे.
बैकग्राउंड
ABP News Shikhar Sammelan Live: देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. सभी राजनीतिक दलों ने इस चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों को परखने के लिए आज आपके चैनल abp न्यूज़ पर सबसे बड़ा मंच सजा है. एबीपी शिखर सम्मेलन में आज जानिए सभी दलों का सियासी दांव पेंच.
कौन-कौन शामिल होंगे?
यूपी चुनाव से पहले आज सुबह 10 बजे से एबीपी न्यूज 'शिखर सम्मेलन' का आयोजन कर रहा है. इस खास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, आजाद समाज पार्टी के संयोजक चंद्रशेखर आजाद, बीएसपी के संतीश चंद्र मिश्रा, किसान नेता राकेश टिकैत, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के शिवपाल यादव और आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह जैसे कई बड़े नेता शिरकत कर रहे हैं.
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टीवी के साथ लोकप्रिय वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट और एप Hotstar पर शिखर सम्मेलन की लाइव कवरेज देख सकते हैं. इसके साथ ही आप यूट्यूब पर भी एबीपी न्यूज की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं. आप अपने एंड्राएड या आईओएस स्मार्टफोन में ABP Live का एप इंस्टॉल करके लाइव टीवी के साथ-साथ शिखर सम्मेलन पर लिखी गई स्टोरी पढ़ सकते हैं.
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