नई दिल्ली: जेएनयू के प्रो वॉइस चांसलर चिंतामणि महापात्रा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि हम घटना की निंदा करते हैं और इस आरोप की भी निंदा करते हैं कि यूनिवर्सिटी प्रशासन एबीवीपी और पुलिस के साथ मिला हुआ है. प्रो वॉइस चांसलर चिंतामणि महापात्रा ने कहा कि हमने पुलिस को समय पर बुलाया. साथ ही आगे ऐसी घटना ना हो इसको लेकर पूरी कोशिश जारी है. कुछ बच्चे दूसरों को परीक्षा देने से रोक रहे हैं. ये कानून और लोकतंत्र के खिलाफ है. अभी रजिस्ट्रेशन को रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया तो सिस्टम को तोड़ दिया गया. महापात्रा ने कहा कि बिना फाइन के 12 जनवरी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
उन्होंने पुलिस को बुलाने को लेकर कहा कि पुलिस बुलाने और नहीं बुलाने दोनों पर ही दिक्कत है. उन्होंने कहा कि घटना को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा हर कदम उठाए गए. प्रदर्शन कर रहे छात्रों से लगातार संवाद भी किया गया. प्रदर्शनकारियों की मांगे भी हमनें मानी लेकिन प्रदर्शनकारी छात्र कोर्ट का आदेश भी नहीं मानते. छात्र आपस में लड़ें तो हम क्या कर सकते हैं. रविवार की हिंसा की जांच दिल्ली पुलिस कर रही है. उनकी रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि कौन लोग आए और किसने हिंसा की?
चिंतामणि महापात्रा ने कहा कि जेनएयू खुला कैम्पस है. नकाबपोश को पहचानना मुश्किल है. हमारे गार्डस के पास हथियार नहीं होते हैं. उनके साथ मारपीट कर नकाबपोश लोग अंदर घुसे. CCTV को भी तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि छात्र हॉस्टल में CCTV लगाने नहीं देते हैं. हालांकि जो सबूत हैं उस आधार पर कार्रवाई हो रही है. कार्रवाई में एक-दो महीने का समय लगेगा. उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य होने तक कैम्पस में पुलिस मौजूद रहे.
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