जालियांवाला बाग हत्याकांड के 100 साल पूरे होने पर एबीपी न्यूज़ कर रहा है शहीदों को नमन
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कुछ दर्दनाक घटनाओं में से एक जालियांवाला बाग हत्याकांड है. एबीपी न्यूज़ आजा़दी के दीवानों और भारत मां के सच्चे सपूतों जिन्होंने जालियांवाला बाग में अपने प्राणों की आहुति दे दी उन्हें नमन करता है.
नई दिल्ली: एबीपी न्यूज़ जालियांवाला बाग हत्याकांड में शहीद हुए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सिपाहियों को नमन करता है. इस घटना में शहीद हुए लोगों की याद में पंजाब के अनेक शहरों में एबीपी न्यूज़ के द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जालियांवाला बाग हत्याकांड भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की कुछ दर्दनाक घटनाओं में से एक है जिसकी याद आते ही लोगों के सीने में आक्रोश की आग धधक उठती है. 13 अप्रैल, 1919 की ये घटना ब्रितानी इतिहास का वो काला धब्बा है जिसे अंग्रेज चाहकर भी मिटा नहीं सकते. हालांकि, कुछ दिनों पहले ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इस घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए इसे शर्मनाक करार दिया है.
भारत सहित दुनिया के मानवतावादी लोग उस घटना को कभी नहीं भूल सकते जब अंग्रेजों ने हजारों निहत्थे भारतीयों पर गोलियों की बरसात कर दी थी. इस घटना में ब्रिटिश सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक 379 लोग मारे गए थे जबकि 1200 से अधिक लोग घायल हुए थे. समय के चक्र के साथ इस घटना के दो दिन बाद 13 अप्रैल को 100 साल पूरे हो जाएंगे, लेकिन आज भी फिरंगियों के इस वहशीपन के प्रति लोगों के मन में उतना ही दर्द और गुस्सा है.
एबीपी न्यूज़ आजा़दी के दीवानों और भारत मां के सच्चे सपूतों जिन्होंने जालियांवाला में अपने प्राणों की आहुति दे दी उन्हें नमन करता है. उनके सम्मान में श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए एबीपी न्यूज़ ने गुरुवार को पंजाब के पटियाला शहर में नुक्कड़ नाटक, शपथ समारोह, टॉर्च रिले और रोड शो का आयोजन किया.
एबीपी न्यूज़ के इस कार्यक्रम का मकसद है कि लोग अपने आजादी के सिपाहियों को याद रखें. उनके स्थापित उच्च आदर्शों का अपने जीवन में पालन करें. आपको बता दें कि जालियांवाला बाग हत्याकांड में अंग्रेजों ने साल 1919 में 13 अप्रैल को वैसाखी के दिन जालियांवाला बाग में एक बैठक में भाग लेते लोगों पर गोलियों की बौछार कर दी थी. इस बाग में निकलने का एक ही रास्ता था जिसे जनरल डायर ने सिपाहियों से बंद करवा दिया था. इस कारण लोग इस बाग से बाहर नहीं निकल सके और देश की रक्षा में शहीद हो गए.
यह भी पढ़ें-
वोटिंग के बीच राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, न दो करोड़ जॉब, न 15 लाख रुपये और न अच्छे दिनलोकतंत्र का महापर्व: उम्र को धता बता मतदान करने पहुंचीं 107 साल की बुजुर्ग महिला
#KBPMSelfie: आप भी दिख सकते हैं अब ABP न्यूज़ पर, अभी देखें उनकी तस्वीरें जिन्होंने भेजी अपनी सेल्फी