पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव तो अभी दूर है लेकिन एबीपी न्यूज सी वोटर्स सर्वे में फिलहाल टीएमसी की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है. 294 सदस्यीय विधानसभा में ओपिनियन पोल के मुताबिक, 154 से 162 सीटें ममता बनर्जी की अगुवाई वाली टीएमसी को मिल सकती है जबकि बीजेपी यहां पर 98 से 106 सीट पर सिमट सकती है.


ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी किसे अपना उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारेगी तो ज्यादा फायदा मिलेगा? सर्वे में बीजेपी की तरफ से सौरव गांगुली को सबसे ज्यादा लोगों ने पसंद किया है. ऐसे में अगर सौरव गांगुली राजनीति में एंट्री कर कमल का दामन थामते हैं तो बीजेपी को सीधा फायदा पहुंच सकता है.


सर्वे के मुताबिक, सौरव गांगुली को लेकर 34 फीसदी लोग मानते हैं कि अगर वह बीजेपी का मुख्यमंत्री चेहरा बनते है तो पार्टी को फायदा होगा. जबकि, बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बारे में 15 फीसदी राज्य के लोग मानते हैं कि अगर उन्हें पार्टी सीएम उम्मीदवार बनाकर उतारती है तो पार्टी को ममता के खिलाफ फायदा मिल सकता है.


लेकिन, इस चुनाव में टीएमसी का दामन छोड़ ममता के कभी बेहद करीबी रहने वाले शुभेंदु अब बीजेपी के खेमे में आ चुके हैं. ममता ने शुभेंदु के गढ़ में जाकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इस बीच, राज्य की 12 फीसदी जनता का ऐसा मानना है कि अगर बीजेपी बंगाल में शुभेंदु अधिकारी को सीएम का चेहरा बनाकर उतरती है तो चुनाव में फायदा होगा.


जाहिर है, बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर सबसे ज्यादा पंसद सौरव गांगुली को किया जा रहा है.   हालांकि, बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने उन सभी कयासों को खारिज कर दिया है कि वह बीजेपी ज्वाइन करने जा रहे हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने  इस वक्त ऐसा कुछ नहीं होगा और ना ही उन्होंने हाल में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के दौरान इस बारे में कोई चर्चा की.


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