ABP Shikhar Sammelan 2020: केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सीएए नागरिकता लेने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए बना है. पूरी प्रक्रिया को अपनाने के बाद ये कानून बना. विशेष वर्ग को इस कानून को लेकर गुमराह किया गया. गैर-जिम्मेदार लोग अफवाह फैला रहे हैं. हिंदुस्तान को मुसलमानों ने अपनी मर्जी से चुना. मुसलमान इस देश के निर्माण का हिस्सा बने. नकवी ने कहा कि जो मुसलमानों को यहां से जाने के लिए कहता है तो वे उनसे कहे कि पहले तुम यहां से रफू चक्कर हो जाए. उन्होंने कहा, ‘’मैं तो हिंदुस्तान छोड़कर कभी नहीं जाऊंगा.’’


एनआरसी पर उन्होंने कहा कि ये प्रक्रिया असम तक ही सीमित है. उन्होंने पूछा कि किसने कहा कि एनआरसी आएगा. एनआरसी शूरू करने की प्रक्रिया दूर तक नहीं है. एनआरसी पर भय और भ्रम का भूत खड़ा किया गया है. उन्होंने दावा किया कि 99 फीसदी मुसलमानों के पास वोटर आईडी कार्ड है. वे सबसे पहले अपना वोटर आईडी कार्ड बनाते हैं और उसे संभाल कर रखते हैं.

नकवी ने कहा कि देश की जो तहजीब है उसे कुछ षड्यंत्रकारी तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. एक शेर पढ़ते हुए उन्होंने कहा, ‘’हर तरफ अपने को बिरखा हुआ पाओगे, आइने को तोड़कर पछताओगे.’’ वहीं देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि वे किसी भी आंदोलन और प्रदर्शन के बिल्कुल भी खिलाफ नहीं हैं लेकिन हिंसा को कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता है. मुख्तार अब्बास नकवी ने माना कि दुष्प्रचार फैलाने वाले कुछ सफल हुए हैं लेकिन सभी मुसलमान गुमराह नहीं हुए हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम घर-घर जाकर लोगों को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में बताएंगे. नागरिकता संशोधन कानून भारत के लोगों के लिए नहीं है. ये तीन देशों के अल्पसंख्यों को नागरिकता देने का कानून है. पीएम नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास की बात कही है. समाज के सभी हिस्से के लोगों का पीएम मोदी पर विश्वास है. मोदी सरकार में किसी के साथ धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं हुआ है.

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