कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों का कैंपेन जोरों पर है. अप्रैल-मई के महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने 200 प्लस सीट जीतने का लक्ष्य रखा है. वहीं 10 साल से सत्तारूढ़ टीएमसी का दावा है कि बीजेपी दहाई अंक पार नहीं कर पाएगी. वाम-कांग्रेस गठबंधन का कहना है कि मुकाबला त्रिकोणीय होगा.


राजनीतिक दलों के दावों के बीच एबीपी न्यूज़ ने कोलकाता में आज खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन आयोजित किया. इसमें गृहमंत्री अमित शाह भी शरीक हुए. उन्होंने कहा कि बीजेपी के सभी कार्यक्रम सफल हुए हैं. बंगाल की जनता से जितनी अपेक्षा थी, उससे 20 ही हुआ है, 19 नहीं.


अमित शाह ने बंगाल में लगातार दौरे को लेकर कहा कि देश के हर कोने में हमारी दिलचस्पी है. मैं हर जगह जाता हूं. सभी को अपनी विचारधारा के साथ आगे बढ़ना चाहिए और जनता के पास जाना चाहिए. चुनाव में प्रचार का मतलब यही है.


अमित शाह ने कहा बीजेपी हर समाज के पास जाती है. 2019 के चुनाव में जितने मतुआ समाज के लोग जुड़े थे उससे कहीं ज्यादा इस समाज के लोग इस बार के चुनाव में हमें वोट करेंगे. उन्होंने कहा कि इसकी एक बड़ी वजह है नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर हमारा वादा. जिसे 70 साल से वे मांग कर रहे थे. उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा था. हम चुनाव जीत गए.


घुसपैठ पर क्या बोले अमित शाह?


अमित शाह ने कहा कि चुनाव के बाद सबसे पहले हम तय करेंगे कि बीजेपी सरकार होने के बाद घुसपैठ नहीं हो पाए इस प्रकार की व्यवस्था बीजेपी की सरकार करेगी. बढ़ोतरी रुक जाएगी. सरकार घुसपैठ को रोक सकती है.


जय श्री राम का नारा


अमित शाह ने कहा, ''मैं बंगाल की जनता और देश की जनता को कहना चाहता हूं कि कोई भी नारा पार्टी दे देते ये नारा नहीं बनता है. जब नारा जनता के दिलों को छू जाता है तभी ये नारा बनता है. जय श्री राम कोई धार्मिक नारा नहीं है. जय श्री राम का नारा तुष्टिकरण की राजनीति होती थी उसके खिलाफ आक्रोश का नारा है.''


शाह ने सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में लगाए गए जय श्री राम के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि टीएमसी को इससे क्या परेशानी है? डर क्या है? आप भी लगा लो. झगड़ा ही समाप्त हो जाएगा.


उन्होंने आगे कहा, ''दर्शक जो होता है वह सरकारी नहीं होता है. बंगाल सरकार की पद्धति होगी कि दर्शक भी सरकारी होंगे. अगर जनता जय श्री राम का नारा लगाती तो मैं भी लगाने लगता. इसमें रूठने की क्या बात है.''


अमित शाह ने कहा कि 10 साल में सरकार ने ये स्थिति ला दी कि अगर यहां किसी को दुर्गा पूजा करना है तो वकील हायर कर हाई कोर्ट की अनुमति लेना होगा. तीन साल तक ऐसा हुआ. मुझे बहुत अच्छा लगा कि ममता दीदी ने सरस्वती पूजा करने के लिए गई. मेरे दिल को सुकुन मिला. लेकिन शायद उन्हें मालूम नहीं है कि यहां सरस्वती पूजा करने पर एक टीचर की हत्या कर दी गई. इस मामले में कोई पकड़ा नहीं गया.


'200 प्लस सीटें जीतेगी बीजेपी'


अमित शाह ने कहा, ''मैं वोटर को हिंदू-मुस्लिम की नजर से नहीं देखता हूं. कोई चुनाव आसान नहीं होता है. मैं चुनाव को कठिन मान कर ही लड़ता हूं. लेकिन मुझे आत्मविश्वास है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में 200 से अधिक ज्यादा सीटों के साथ बीजेपी सरकार बनाएगी.''


अमित शाह ने कहा कि सरकार तो बदलेगी ही, हमारे परिवर्तन का मतलब सिर्फ सरकार बदलना नहीं है. सिर्फ सीएम बदलना नहीं है. सोनार बंग्ला का निर्माण करना है और सुशासन का रिकॉर्ड बनाना है.


गृहमंत्री ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम शिखर सम्मेलन में कहा कि पक्का 200 सीटों के साथ हम जीतेंगे. मैं नहीं मानता हूं कि इससे कम सीटें आएंगी. नहीं आने का कोई सवाल ही नहीं है. 2017 से हम प्लानिंग कर रहे हैं. संगठन को मजबूत किया है. बूथ लेवल पर तैयारियां की है.


अमित शाह ने कहा कि ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट से लड़ें. उन्हें इतना विश्वास है तो वह सिर्फ एक जगह से चुनाव लड़ें. नंदीग्राम से ही लड़ें. हम दमखम से लड़ेंगे.


शाह ने बीजेपी के मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कहा कि इस बार उनका (ममता बनर्जी) चेहरा ही तकलीफ है. पार्टी तय करेगी हमारा चेहरा कौन होगा. संसदीय बोर्ड चेहरा तय करता है. कई जगह हम बगैर चेहरा दिए चुनाव जीते हैं.


अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के मंत्री पर हुए बम से हमले को लेकर कहा कि ममता बनर्जी इसकी जांच सीबीआई को सौंप दें. हम दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे. वो आरोप लगा रही हैं. हम इसकी जांच करवाएंगे.


शाह ने कहा कि बीजेपी के 130 कार्यकर्ता मौत के घाट उतार दिए गए. एक भी केस ढ़ंग से नहीं चलाया गया. क्या समझते हैं कि ऐसे ही बच जाएंगे. बीजेपी की सरकार आने के बाद पाताल में भी छुपे होंगे तो उसे ढूंढ कर जेल भेजेंगे.


ओवैसी को लेकर क्या बोले अमित शाह?


अमित शाह ने कहा कि हमारी और ओवैसी की दोस्ती कैसे हो सकती है. कोई टीम बी नहीं है. हर एक को चुनाव लड़ने का अधिकार है. वो अपना चुनाव लड़ रहे हैं और हम अपना चुनाव लड़ रहे हैं. अब आपको (विपक्ष) वो (ओवैसी) सूट नहीं करते हैं तो टीम बी है. अगर एक मत से हमारी सरकार गिर जाती है तो टीम ए है. ऐसे कैसे होगा.


उन्होंने कहा कि हम विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं. सोनार बंगला, कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. यहां घुसपैठ खत्म करने के एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं. रोजगार लाने के एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं.


अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस-लेफ्ट और अन्य दलों के गठबंधन से हमारा फायदा होगा. हमें हर एक समाज की चिंता है. झूठे प्रचार से हम चिंतित हैं. हमेशा टिकट जीतने के आधार पर दिया जाता है. वोटों के गणित के आधार पर टिकट दिया जाता है. पार्टी के फैसले को हिंदू-मुस्लिम की दृष्टि से नहीं देखा जाना चाहिए. क्योंकि धर्म का राजनीति में दखल नहीं होना चाहिए.


अमित शाह ने दूसरे पार्टी से आए नेताओं को लेकर कहा कि हर व्यक्ति देखता है कि उसका क्या भविष्य है. फैमली प्लानिंग पार्टी में नहीं, देश में होना चाहिए. सभी का स्वागत किया जाता है.


किसान आंदोलन


अमित शाह ने कहा कि करीब 130 साल से किसान जो खेत में उगाता है. उसकी मार्केटिंग की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया. 130 साल के बाद मोदी सरकार ये व्यवस्था कर रही है. प्रधानमंत्री ने अच्छे से कानून को समझाया है. इस कानून में कुछ ही मेंडटरी नहीं है. पुराने ऑप्शन बंद नहीं कर रहे हैं.


उन्होंने कहा, ''किसी को लगता है कि कुछ ऐसी चीजें हैं तो सरकार इसपर बातचीत के लिए तैयार है. मगर बातचीत नहीं हो सकती है कि पहले कहें कि पहले कानून वापस लीजिए फिर बातचीत करेंगे. ऐसा संभव नहीं है. कानून में जो प्रावधान किसान विरोधी लगता है उसपर चर्चा कीजिए. हम बदलने के लिए तैयार हैं. लेकिन आप रोड पर बैठकर चर्चा ही नहीं करना चाहते हैं तो मैं समझता हूं कि यह ठीक नहीं है. देश का किसान भी यह समझता है.''


अमित शाह ने कहा, ''एमएसपी का तीन नए कृषि कानूनों में कोई जिक्र नहीं है. एमएसपी पहले भी था और आगे भी जारी रहेगा.''


उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में किसानों की अलग समस्या है. यहां ममता सरकार केंद्र को लिस्ट ही नहीं देती है किसानों की. अगर लिस्ट देती तो सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6 हजार रुपया मिलता. मैं बंगाल के सभी किसानों से वायदा करता हूं कि हमारी सरकार बनने पर कि पुराना और नया पैसा दिया जाएगा.


पंजाब के निकाय चुनाव पर क्या बोले शाह?
गृहमंत्री ने कहा कि पंजाब में बीजेपी और अकाली दल का गठबंधन था. हम कुछ सीटों पर लड़ते थे. अब हमारा रोल बड़ा होगा वहां. कोई भी पार्टी रातों रात नहीं बढ़ती है. चुनाव के नतीजों को इसके साथ नहीं जोड़ना चाहिए. हम तो काफी जगह जीते हैं. जम्मू-कश्मीर, हैदराबाद, राजस्थान और मध्य प्रदेश में जीते हैं. हम वहां नहीं थे. हम पार्टी को बढ़ाएंगे. अगर कोई नाराज है तो मनाएंगे. सच्ची बात बताएंगे.


लाल किले में हुई हिंसा और टूलकिट मामले में हुई दिशा रवि की गिरफ्तारी पर उठ रहे सवालों पर अमित शाह ने कहा कि अगर कोई अपराध करता है तो क्या जांच में इसकी उम्र देखनी चाहिए. क्या नया तरीका है ये? जेंडर, प्रोफेशन पर ये तय होगा कि जांच होगी या नहीं. अगर एफआईआर गलत है तो कोर्ट जाइए. दिल्ली पुलिस अच्छे तरीके से जांच कर रही है.


असम चुनाव


अमित शाह ने कहा कि असम के अंदर एनआरसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का ऑर्डर है. कोई पार्टी का एजेंडा नहीं है. असम के अंदर विकास नहीं हुआ था. हमारी सरकार आई वहां विकास हो रहा है. 15 अगस्त और 26 जनवरी धूम-धाम से मनाए जाते हैं. मोदी सरकार ने जमकर काम किया है. असम की जनता को विकास चाहिए. असम में सीटें बढ़ेगी और हम सरकार बनाएंगे.


अमित शाह ने कहा कि तमिलनाडु और केरल में भी हम मेहनत कर रहे हैं.