कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में राजनीतिक हिंसा एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है. बीजेपी सत्तारूढ़ टीएमसी पर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट और डराने के लिए हिंसा करने का आरोप लगा रही है. वहीं टीएमसी का कहना है कि बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता ही हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं.
इस बीच गृहमंत्री अमित शाह ने सख्त लहजे में कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या में शामिल लोगों को नहीं बख्शेंगे. उन्होंने कहा, ''पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था खराब हो चुकी है. बीजेपी के 130 कार्यकर्ता मौत के घाट उतार दिए गए. एक भी केस ढ़ंग से नहीं चलाया गया. क्या समझते हैं कि ऐसे ही बच जाएंगे. बीजेपी की सरकार आने के बाद पाताल में भी छुपे होंगे तो उसे ढूंढ कर जेल भेजेंगे.''
अमित शाह ने कहा कि जो पार्टी राजनीतिक हिंसा में विश्वास रखती है वह बंगाल की अस्मिता को बरकरार नहीं रख सकती है. उन्होंने कहा कि एक मौका दे दीजिए, पांच साल में हम सोनार बांग्ला बनाएंगे.
अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के मंत्री पर हुए बम से हमले को लेकर कहा कि ममता बनर्जी इसकी जांच सीबीआई को सौंप दें. हम दूध का दूध और पानी का पानी कर देंगे. वो आरोप लगा रही हैं. हम इसकी जांच करवाएंगे.
बता दें कि बुधवार की शाम को पश्चिम बंगाल के मंत्री जाकिर हुसैन पर उस समय देसी बम से हमला किया गया जब वह मुर्शिदाबाद जिले के नीमतिता रेलवे स्टेशन पर कोलकाता जाने के लिए रेलगाड़ी का इंतजार कर रहे थे.
मंत्री पर बम के हमले को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साजिश बताया है. उन्होंने कहा, ''जाकिर हुसैन पर बम से हुआ हमला एक साजिश का हिस्सा था और कुछ लोग उन पर दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए ‘दबाव’ बना रहे थे.''
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