ABP Shikhar Sammelan: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के लोग बीजेपी से तंग आ गए हैं, 2022 में उखाड़ फेंकना चाहते हैं. लोग बेताब हैं, बस चुनाव का इंतजार कर रहे हैं. अखिलेश यादव ने abp न्यूज़ के खास कार्यक्रम 'शिखर सम्मेलन' में कहा कि हम चुनाव में छोटे दलों के साथ गठबंधन करेंगे. कई दलों से बातचीत हो रही है. उन्होंने तालिबान और किसानों को लेकर भी अपनी राय रखी.
अखिलेश यादव ने तालिबान को लेकर कहा, ''देश की सरकार तालिबान को लेकर क्या रुख रखती है? जब तक ये ब्रीफिंग न दे दे सभी राजनीतिक दलों को तब तक कोई भी बयान देना ठीक नहीं है. वहां की आम जनता खास कर महिलाएं और बच्चे वो सुरक्षित रहें ये कोशिश होनी चाहिए. जो सुझाव देने होंगे वो भारत सरकार को देंगे, ये प्लेटफॉर्म नहीं है जहां हम चर्चा करें कि भारत का क्या रोल हो?''
क्या तालिबान से राजनयिक संबंध रखना चाहिए? इस सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि भारत सरकार के अमेरिका से संबंध अच्छे रहे हैं, तो भारत सरकार को काफी जानकारी होगी. उन्हें चर्चा कर फैसला लेना चाहिए.
मानसून सत्र
संसद में हंगामा को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि देश की जनता ने बीजेपी पर भरोसा किया. सबसे अधिक सांसद यूपी से बने. क्या वजह थी कि सरकार को जासूसी करनी पड़ रही है? बीजेपी के लोगों की भी जासूसी हो गई. ये सामने आना चाहिए कि आखिरकार कौन लोग थे जासूसी करने वाले.
चुनाव में एजेंडा क्या है?
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस संकल्प पत्र को देखकर बीजेपी पर जनता ने भरोसा किया, वो कितने पूरे हुए? बीजेपी सारे वायदे भूल गई. बीजेपी को याद दिलाना चाहता हूं कि 2022 तक 70 लाख युवाओं को रोजगार दे देंगे. प्रदेश में छह आईटी पार्क बन जाएंगे. छात्रों को लैपटॉप मिलेंगे. बीजेपी ने वायदा किया कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज में वाईफाई लग जाएगा. 25 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे. छह नए एम्स बनेंगे. लड़कियों के लिए निशुल्क पढ़ाई होगी. गन्ने का भुगतान होगा. कोरोना के समय में सरकार ने लोगों को छोड़ दिया था.
उन्होंने आगे कहा, ''अभी भी गन्ना किसानों का बकाया है. 2022 आते आते किसानों की आय दोगुनी कर देंगे. ये वायदे बीजेपी ने किए. बीजेपी बताए कि कब पूरे होंगे ये वायदे. सिलेंडर, खाद, पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. किसानों का भविष्य खतरे में है. नए कानूनों से कैसे किसानों को फायदा होगा ये बता दे. मंडी बंद हो जाएगी. स्टोरेज किसी और के हाथ में चला जाएगा. उद्योगपतियों को ये छूट दी गई है. समाजवादी पार्टी किसानों के साथ है.''
अखिलेश यादव ने कहा कि बंगाल की जनता ने बीजेपी को नकार दिया. यहां से बाबाजी (योगी आदित्यनाथ) जाने वाले हैं. जब वो लोकसभा के सांसद थे तभी से हम उन्हें बाबाजी ही कहते हैं.
गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव का बयान
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का आरएलडी के साथ है. राकेश टिकैत किसानों की बात कर रहे हैं. बीजेपी को छोड़कर सभी दल उनका समर्थन कर रहे हैं. यूपी का किसान बीजेपी को हटाएगा.
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि सभी छोटे दलों को साथ लाने का काम करें. बहुत से दल हैं. महान दल है, उनसे समझौता है. संजय चौहान से समझौता है और जो लोग आना चाहेंगे उनके साथ गठबंधन की कोशिश होगी.
शिवपाल यादव को लेकर अखिलेश क्या बोले?
शिवपाल यादव की पार्टी से गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि उनके लिए, उनके दल के लिए पार्टी ने सीटें छोड़ी है और बकायदा सम्मान किया जाएगा.
अखिलेश यादव ने चाचा से मुलाकात नहीं करने को लेकर कहा कि यूपी में बीजेपी की सरकार है और हमारा अनुभव कहता है कि एक बार मैं इसी तरह संजय निषाद से मिल लिया था, सुबह मिला और शाम को बीजेपी में चले गए वो. यहां बीजेपी की सरकार है. मिलना मिलाना की बात अलग है. समझौता हमारा है, आने वाले समय में समझौता करेंगे. समाजवादी पार्टी उनका (शिवपाल यादव) पूरा सम्मान करेगी.
विलय को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि इसका समय नहीं है. बता दें कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एबीपी न्यूज़ के खास कार्यक्रम 'शिखर सम्मेलन' में विलय के सवाल पर कहा कि सम्मान मिले तो सम्मान के साथ विलय के लिए तैयार हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को हटाना चाहती है, जनता इंतजार कर रही है कि कब चुनाव हो? यूपी में युवा, किसान, व्यापारी और मजदूर हर वर्ग के लोग खड़े हैं बीजेपी को हटाने के लिए. इतनी लाठी नौजवान कभी नहीं खाया होगा.
उन्होंने कहा कि जिस मुख्यमंत्री से गोरखपुर नहीं संभल रहा है वो यूपी कैसे संभाल पाएंगे. गोरखपुर में बेटी पिता को पिटते हुए देख रही थी, वीडियो बना रही थी ताकि पुलिस को बताती. उसको गोली मार दी गई. वो इस दुनिया को छोड़कर चली गई. गोरखपुर में जब सीएम जाते हैं कोई न कोई बड़ी घटना हो जाती है. गली में पहुंचने के लिए लोगों को नाव से जाना पड़ता है.
अखिलेश यादव ने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की गिरफ्तारी का भी जिक्र किया. उन्होंने पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के आरोप लगाए. अखिलेश यादव ने मुजफ्फरनगर दंगा को लेकर कहा कि जो कानूनी कार्रवाई की जा सकती थी वो की गई थी. जो लोग दोषी थे, मुकदमे दर्ज किए गए. सरकार से जानना चाहते हैं कि सीएम योगी ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे वापस ले लिए.
बीजेपी पर अखिलेश यादव का आरोप
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि पिछड़ों को कैसे लड़ाएं, दलित और पिछड़ों में कैसे झगड़ा हो. गंगा जमुनी तहजीब कैसे खत्म हो? मुस्लिम के खिलाफ नफरत कैसे हो. भाईचारा खत्म हो जाए.
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कितने उपमुख्यमंत्री हैं? एक सीएम हैं, दो डिप्टी हैं. एक घूमने वाले, एक दिल्ली से, एक छिपे हैं. एक बनना चाहते थे. वो दर-दर भटकते रहे. शायद बन जाते तो भला होता.
असदुद्दीन ओवैसी
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी विचारधारा से जिनका मिलाप होगा उनके साथ गठबंधन करेंगे. समाजवादी पार्टी अपने सिद्धांत और कार्यक्रम को लेकर जाएगी. उस दल (एआईएमआईएम) के बारे में देश जानता है कि वो वही बात करते हैं जो बीजेपी को पसंद आता है.
जातिगत जनगणना
अखिलेश यादव ने कहा कि पिछली बार जब जनगणना हुई तो ज्यादातर दलों ने कांग्रेस से मांग की. एक बार फिर मांग उठ रही है. बीजेपी क्यों नहीं कराना चाहती है? जब ज्यादातर दल मांग कर रही है. बीजेपी के कुछ लोग भी चाहते हैं. जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होने चाहिए. जिसकी जितनी आबादी है, उसको उतनी भागीदारी मिलनी चाहिए.