ABP Shikhar Sammelan: राज्यपाल धनखड़ बोले- बंगाल की स्थिति भयावह, उद्योग-धंधे भी हो रहे बंद
ABP Shikhar Sammelan Jagdeep Dhankhar: बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि राज्य की स्थिति इस वक्त भयावह और भयंकर है.
ABP Shikhar Sammelan: पश्चिम बंगाल में इसी साल अप्रैल-मई में विधानसभा के चुनाव होने हैं. इससे पहले आज एबीपी नयूज़ ने शिखर सम्मेलन का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में आज बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की ममता सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि राज्य की स्थिति इस वक्त भयावह और भयंकर है. उन्होंने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. यहां उद्योग-धंधे भी बंद होते जा रहे हैं. लोग बेरोजगार हो रहे हैं.
संविधान की लक्ष्मण रेखा किसी को पार नहीं करने दूंगा- राज्यपाल
जगदीप धनखड़ ने कहा, ''बंगाल का राज्यपाल बनना मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. मुझ पर बड़ा उत्तरदायित्व है और संविधान की रक्षा और जनहित मेरी जिम्मेदारी है. मेरा ये संकल्प भी है कि किसी भी परिस्थिति में संविधान की लक्ष्मण रेखा न तो मैं पार करुंगा और न ही किसी को करने दूंगा.'' उन्होंने कहा, ''मुझे मीडिया से बहुत उम्मीदें हैं. पश्चिम बंगाल के लोगों का किसी से कोई मुकाबला नहीं है. यहां के लोग बहुत मेहनती हैं.''
बंगाल में महिला अपराध चरम पर- राज्यपाल
महिला अपराध को लेकर उन्होंने कहा, ''बंगाल में महिला अपराध चरम पर है. हालात बहुत खराब है. प्रशासन ने रेप और कैडनेपिंग की जानकारी देने से मना कर दिया है. हमें महिला अपराध का डेटा नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, ''ममता सरकार मेरा साथ नहीं देती है. उनसे फोन पर कई बार बात हुई, हालांकि मुलाकात उतनी बार नहीं हुई जितनी होनी चाहिए थी. मुझे कभी किसी सरकारी कार्यक्रम में बुलाया गया. मैंने किसी एसपी और कलेक्टर की शक्ल नहीं देखी.''
धनखड़ ने आगे कहा, ''मैं खुद किसान परिवार से हूं. बंगाल के किसानों को दस हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है, क्योंकि यहां पीएम किसान निधि योजना लागू नहीं की की गई है. बंगाल में अन्नदाता के पेट पर लात मारी जा रही है. इतनी भयावह की स्थिति है कि लोग बात नहीं कर पा रहे हैं. लोग ईंट और सीमेंट अपनी मर्जी से नहीं खरीद सकते.''
जुलाई 2019 से सरकार ने मेरे किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया- धनखड़
धनखड़ ने कहा, ‘’विधानसभा की कार्यवाही ब्लैकआउट रखी गई. यहां के हालात इमरजेंसी से भी भयानक हैं. मुझे कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी जाती. मेरा दायित्व राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करना है, लेकिन जुलाई 2019 से सरकार ने मेरे किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया है'' उन्होंने कहा, ''राज्य में सरकारी कर्मी अब नेताओं की तरह काम कर रहे हैं.''
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