ABP Southern Rising Summit Live: तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन बोले, 'परिसीमन से दक्षिण के राज्यों में लोकसभा सीटें होंगी कम'
ABP Southern Rising Summit 2023 Live: एबीपी सदर्न राइजिंग समिट 2023 का आयोजन चेन्नई में किया गया. इस समिट में दक्षिण भारत की कई हस्तियों ने हिस्सा लिया.
उदयनिधि स्टालिन ने कहा, "तमिलनाडु की GRP (Gross Enrolment Ratio) 60 फीसदी है. साउथ केंद्र सरकार को ज्यादा टैक्स पे करती है. 2014 लोकसभा चुनाव से अब तक तमिलनाडु पांच लाख करोड़ रुपये का टैक्स पे कर चुका है."
उदयनिधि स्टालिन ने कहा, "पिछले 50 साल में दक्षिण भारत के राज्यों का विकास तेजी से हुआ है. हमने शिक्षा, हेल्थ और इंडस्ट्री पर फोकस किया है. तमिलनाडु देश का पहला राज्य था जो आईटी पॉलिसी लेकर आई."
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इस दौरान राज्य की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने कहा, "70 के दशक में केंद्र सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम को बढ़ावा दिया था, दक्षिण भारतीय राज्यों ने इसे प्रभावी ढंग से लागू किया था. इससे दक्षिण भारतीय राज्यों की जनसंख्या हिस्सेदारी में कमी आई. आज इसका उपयोग हमारे खिलाफ किया जा रहा है."
मंत्री उदयनिधि ने आगे कहा, "हमें हमारे अधिकारों को छीनने के लिए रची जा रही साजिश के प्रति सचेत रहना चाहिए और उसके अनुसार कार्य करना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि राज्य के अधिकारों के लिए लड़ने वाले अधिकांश राजनीतिक दल इस कदम का विरोध करेंगे. इस जन आंदोलन में डीएमके सबसे आगे होगी."
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने परिसीमन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "अगर लोकसभा में सीटों की कुल संख्या में बदलाव किए बिना परिसीमन किया जाता है, तो तमिलनाडु को 8 सीटों का नुकसान होगा, जो मौजूदा 39 सीटों से घटकर 31 हो जाएगी. यह दक्षिणी राज्यों की आवाज को चुप कराने की कोशिश है."
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर दिए बयान पर कहा, "बीजेपी ने राजनीतिक फायदे के लिए मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया. इसके लिए उन्होंने नॉर्थ इंडियन मीडिया पर बयान को गलते तरीके फैलाने का आरोप लगाया.
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट 2023 में तमिलनाडु के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने परिसीमन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इससे दक्षिण के राज्यों में लोकसभा सीटें कम होंगी. ऐसे में सभी पार्टियों को अलर्ट रहने की जरूरत है.
उदयनिधि स्टालिन ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, "केंद्र राज्य सरकार के कार्यों में बाधा डालने के लिए राज्यपालों को भेज रहा है."
तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, "आजादी के बाद सभी राज्यों में समान दर्जा दिया गया था. तमिलनाडु ने जो भी प्रगति की है वह द्रविड़ शैली सरकार के कारण है."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने संबोधन देने पहुंचे हैं.
एबीपी के पहले सदर्न राइजिंग समिट में भाग लेने वाले हस्तियों को एबीपी नेटवर्क के सीईओ अविनाश पांडे ने धन्यवाद किया.
बीजेपी नेता अन्नामलाई ने कहा, "हमारे पास एक ओबीसी प्रधानमंत्री है. किसी अन्य पार्टी ने बीजेपी जैसा प्रतिनिधित्व नहीं दिया है. क्या आपको याद नहीं है कि कांग्रेस के समय में सोनिया गांधी कैसे रिकॉर्ड में आईं थीं."
कविता ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जब वह शासन में होती है तो खुद जाति जनगणना नहीं करवाती है और अब जाति जनगणना की डिमांड कर रही है. बीआरएस की सरकार बनते ही राज्य में जाति जनगणना कराई जाएगी. कविता ने बीजेपी से सवाल किया कि जनगणना क्यों नहीं की गई?
कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित भारत सरकार को चुनौती देता हूं कि कि वे पुष्टि करें कि चीन ने भारत में घुसपैठ की है या नहीं.
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम 2024 के लोकसभा चुनाव में 400 सीट जीतेंगे."
पिछले 8 सालों से मदुरै एम्स बनने की बात की जा रही है, उसका क्या हुआ? उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष ने सवाल किया कि नेशनल लेवल की राजनीति में तमिलनाडु की भागीदारी कम है इस पर केंद्र की सरकार क्या कर रही है?
बीआरएस नेता कविता ने तमिलनाडु बीजेपी प्रमुख के अन्नामलाई से 2026 के परिसीमन को लेकर सवाल पूछा, "क्या बीजेपी परिसीमन की प्रक्रिया को स्पष्ट करेगी और लोगों को बताएगी कि इसका तमिलनाडु के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? यदि इसे लागू किया गया तो सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश को होगा, जिसके पास पहले से ही सबसे अधिक सांसद हैं."
बीआरएस नेता कविता ने बीजेपी नेता अन्नामलाई ने पूछा, "पिछले 8 सालों से मदुरै एम्स बनने की बात की जा रही है, उसका क्या हुआ?" उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष ने सवाल किया कि केंद्र की राजनीति में तमिलनाडु की भागीदारी कम है इस पर केंद्र सरकार क्या कर रही है?
बीआरएस नेता कविता ने कहा, "बीजेपी पीएम मोदी के 56 इंच सीने की बात करती है, लेकिन चीन हमारे देश में सड़क बना रहा है. चीन अरुणाचल प्रदेश के गांवों का नाम बदल रहा है इसे लेकर केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही है.
कविता को जवाब देते हुए कांग्रेस नेता के चिदंबरम ने कहा कि इंडिया गठबंधन की दो बैठक हो चुकी है और वे बीजपी के सामने मजबूत होकर उभरेंगे. इस वजह से गठबंधन नहीं टूटेगा.
बीआरएस की कविता ने कहा कि भारतीय राजनीति में हमेशा तीसरे खिलाड़ी का उदय हुआ है, बीआरएस वह तीसरी पार्टी है. उन्होंने कहा कि 2024 के चुनावों के बाद सौदेबाजी की स्थिति होगी, क्योंकि अन्नाद्रमुक टूट सकती है.
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में बीआरएस नेता के कविता ने कहा कि 5 राज्यों के चुनाव रिजल्ट के बाद इंडिया गठबंधन टूट सकता है.
आगामी चुनावों को लेकर तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई ने कहा, "अगला चुनाव मोदी के साथ या मोदी के खिलाफ होने को लेकर होगा. इसे लेकर कोई बीच को रुख नहीं होगा."
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि राज्य में बीजेपी बहुत मेहनत कर रही है. 2024 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए अहम होने वाला है. लोगों ने हमारे विकास मॉडल को पसंद किया है.
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में भाग लेने के लिए कविता कल्वाकुंतला, कार्ति चिदम्बरम और के. अन्नामलाई मंच पर पहुंचे
विपक्षी नेता का जिक्र करते हुए उनसे पूछा गया कि 'क्या साउथ बीजेपी मुक्त होगी'. इस सावल का जवाब देते हुए खुशबू बोलीं, "यह लोकतंत्र है सभी को बोलने का हक है. जो लोग ऐसा बोल रहे हैं उन्हें मैं कहना चाहती हूं कि हम लोग दक्षिण में जल्द ही आने वाले हैं और जब हम आएंगे तो आप लोग गुम हो जाएंगे."
आगामी चुनावों के लेकर बीजेपी नेता खुशबू ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं वहां अभी ज्यादा फोकस है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जनवरी 2024 से तैयारी में जुटेंगे. पीएम मोदी कई बार दक्षिण भारत का जिक्र कर चुके हैं विशेष तौर पर तमिलनाडु का. तमिलनाडु के प्रति पीएम को जो प्यार उसे सबको देखना चाहिए.
खुशबू सुंदर ने एक राजनीतिक रैली की एक घटना को याद करते हुए कहा, "चेन्नई में एक राजनीतिक रैली में एक व्यक्ति ने मेरे साथ दुर्व्यवहार करने की कोशिश की, इसलिए मैंने उसे थप्पड़ मारा."
बीजेपी नेता और अभिनेत्री ने पूछा गया इस समय वह खुद को किस तरह की भूमिका में देखती हैं? उन्होंने जवाब दिया, "चाहे आप किसी भी राजनीतिक पार्टी से ताल्लुक रखते हों सबसे जरूरी है एक अच्छा इंसान बनना. 10 साल पहले मैं राजनीति के बारे में सोचती भी नहीं थी."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में भाग लेने के लिए अभिनेत्री और बीजेपी नेता खुशबू सुंदर पहुंची हैं.
सुहासिनी ने खुलासा किया कि दक्षिण के अभिनेता एक परिवार की तरह हैं, उन्होंने कहा, "हमारे पास एक व्हाट्सएप ग्रुप है, हम हर दिन चैट करते हैं. अब हम अपने पोते-पोतियों की तस्वीरों के साथ-साथ दैनिक जीवन के अपडेट भी साझा करते हैं. उनमें से कई राजनेता हैं, इसलिए आज मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि वहां गाजा-इजरायस पर वार्ता नहीं होगी."
अभिनेत्री सुहासिनी ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि सुपरस्टार रजनीकांत उन्हें कैप्टन बुलाया करते थे.
भारतीय सिनेमा में राजनीति कितनी महत्वपूर्ण है? इस सवाल का जवाब देते हुए सुहासिनी ने कहा, "भारत में राजनीति के बिना कोई फिल्म नहीं है, आज की दुनिया में राजनीतिक फिल्म बनाना मुश्किल है."
सुहासिनी ने कहा कि फिल्म किसी सीन को लेकर सिर्फ महिलाएं ही असहज नहीं होतीं. रोजा और दिल से फिल्म का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पुरुष अभिनेता भी कुछ दृश्यों को करने में झिझकते हैं.
सुहासिनी ने खुलासा किया कि कमल हसन और मणिरत्नम 35 साल बाद एक साथ काम करने जा रहे हैं.
सुहासिनी ने ऐतिहासिक महाकाव्य पोन्नियिन सेलवन का जिक्र किया. उन्होंने खुलासा कहा, "मैंने मणिरत्नम से यह फिल्म नहीं बनाने के लिए कहा था. इससे पहले बनाई गई कई राजनीतिक-ऐतिहासिक फिल्मों की विफलता के बाद मैं आश्वस्त थी कि इस तरह के विचार काम नहीं करेंगे."
अभिनेत्री और निर्देशक सुहासिनी मणिरत्नम से पूछा गया कि क्या मणिरत्नम की पत्नी होना फुल टाइम जॉब है? उन्होंने इस सवाल पर जवाब दिया "यह फुल टाइम जॉब से कहीं अधिक है. हर समय महिलाएं इसी तरह काम करती हैं."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में भाग लेने के लिए भारतीय अभिनेत्री और फिल्म डायरेक्टर सुहासिनी मणिरत्नम पहुंची हैं.
महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद बोलीं जब तक यह कानून बन नहीं जाता तब तक महिलाओं की भागीदारी बढ़ने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बीजेपी से अधिक महिलाएं हैं.
सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई बोली मैंने राहुल गांधी के नेतृत्व में जो छह साल काम किया है वह बहुत महत्वपूर्ण हैं. हमने रोज 20 घंटे काम किए जिससे भारत के विचार को समझने में मदद मिली.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा पर सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई ने कहा कि इस यात्रा से हम लोगों को बता पाए कि राहुल गांधी कौन हैं. इस यात्रा को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई गई, लेकिन लोगों से हमें बहुत प्यार मिला.
इंडिया गठबंधन में पीएम उम्मीदवार को लेकर सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई ने कहा, "लोग कहते हैं कि इंडिया गठबंधन के पास पीएम उम्मीदवार नहीं है. राहुल गांधी पीएम उम्मीदवार हैं. इस समय वह देश के सबसे बड़े नेता हैं."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में सेन्नीमलाई ने कहा कि आज युवाओं के सामने एक ही मुद्दा है जॉब. उनकी पढ़ाई. जब मैं अपने क्षेत्र में घूमती हूं तो उनके सामने यही मुद्दा है.
भारत की राजनीति में महिलाओं की भूमिका पर तमिलनाडु के करूर से कांग्रेस सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, मैं 21 साल की उम्र में पहली बार पंचायत चुनाव लड़ी. जोथिमनी सेन्नीमलाई ने महिला आरक्षण को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को क्रेडिट दिया. उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने ही तमिलनाडु में पहली बार महिला आरक्षण दिया.
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में भाग लेने के लिए कांग्रेस सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई पहुंची हैं. सेन्नीमलाई तमिलनाडु के करूर से सांसद हैं.
सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर के लिए एजुकेशन को लेकर चैतन्या प्रकाश ने कहा, "मैं अपनी डिग्री पूरा करना चाहती हूं, लेकिन काम की वजह से मैं ऐसा नहीं कर पा रही हूं."
अभिनेत्री दीपिका वेंकटाचलम ने कहा, "जब मैंने सोशल मीडिया चालाना शुरू किया था उस समय मैं सिर्फ लड़कियों को फॉलो की थी, लेकिन अब ट्रेंड बदल गया है."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में चैतन्या प्रकाश (डिजिटल कंटेट क्रिएटर), अर्धरा साजन (डिजिटल कंटेट क्रिएटर) और दीपिका वेंकटाचलम (एक्टर और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर) रख रही हैं राय.
गोपालकृष्ण गांधी ने बोलते हुए मणिपुर का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "यह गृहयुद्ध नहीं है. हमारे अपने देश में दो समुदायों के बीच नफरत और गुस्सा है. भारत के अंदर दो समुदाय के बीच इतना गुस्सा है कि एक-दूसरे को मारने को आतूर हैं."
गोपालकृष्ण गांधी ने कहा, "इस समय दुनिया में दो बड़े युद्ध चल रहे हैं. रूस-यूक्रेन और इजरायल-फलस्तीन ये सब लाइव वॉर हैं. यह केवल बॉर्डर और राजनीतिक कंट्रोल की बात नहीं है बल्कि यह एक दूसरे से नफरत करते हैं. ये एक-दूसरे पसंद नहीं करते हैं.
पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर गोपालकृष्ण गांधी ने कहा, "देश के फ्रीडम फाइटर के उद्देश्य यही था कि देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम हो. महात्मा गांधी कभी भी किसी चीज को नेतृत्व करने के रूप में नहीं दिखना चाहते थे. वे इस सच्चाई को जानते थे कि उन्हें भारत के आम लोगों से जबरदस्त समर्थन प्राप्त था."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में डिबेट के लिए पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर गोपालकृष्ण गांधी पहुंचे हैं.
कांग्रेस सांसद एमवी गौड़ा ने नोटबंदी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी के नारायणन तिरुपति को जवाब देते हुए कहा, "बीजेपी ने कृषि अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया. बीजेपी ने हमें मणिपुर की त्रासदी दी. उन्होंने हमारी जमीन चीनियों को दे दी."
तमिलनाडु बीजेपी के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने सीपीआई (एम) नेता जॉन ब्रिटास को जवाब देते हुए पूछा, "केरल में प्रेस की आजादी कहां है? भारत में छुआछूत केवल कम्युनिस्टों से आई. आज लोग पीएम नरेंद्र मोदी के कारण खुलकर अपनी बात रख सकते हैं. विकास ही हिंदुत्व है."
सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि बीजेपी विपक्षी सरकारों को बदनाम करने की मंशा से काम करती है. दे केरला स्टोरी फिल्म पर बोलते हुए उन्होंने कहा केरल की यह कहानी एक राज्य को बदनाम करने के लिए बनाई गई थी.
कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद एमवी राजीव गौड़ा ने कहा कि बीजेपी कानूनों और प्रवर्तन एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा, "बीजेपी सरकार मीडिया घरानों के पीछे जा रही है. इस दावे पर कि बीजेपी तमिलनाडु में सरकार बनाएगी. हम बीजेपी मुक्त दक्षिण भारत का अनुभव कर रहे हैं और यह तो बस शुरुआत है. कर्नाटक में बीजेपी पर 40% सरकार कमीशन वाली सरकार का ठप्पा लग गया. इससे उनका पतन हो गया."
तमिलनाडु बीजेपी के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने कहा कि भगवा पार्टी तमिलनाडु में सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा, "द्रमुक (DMK), अन्नाद्रमुक (AIADMK) और बीजेपी के अलावा कोई ऐसी पार्टी यह नहीं कह सकती कि वे तमिलनाडु में सरकार बना सकते हैं."
सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास ने न्यूजक्लिक मामले को उठाते हुए आरोप लगाया कि एक मीडिया हाउस पर फर्जी आरोप लगाए गए थे. ब्रिटास ने कहा, "आपके पास लोकतंत्र तभी हो सकता है जब आपके पास स्वतंत्र मीडिया हो."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में डिबेट के लिए केरल से सीपीएम के सांसद जॉन ब्रिटास, तमिलनाडु बीजेपी के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति और कांग्रेस नेता राजीव गौड़ा पहुंचे हैं. इस कार्यक्रम को मशहूर लेखक चेतन भगत मॉडरेट कर रहे हैं.
मंत्री पी थियागा राजन ने एक पार्टी के शासन करने पर कहा, "लोकतंत्र की धारणा यह है कि हमें सभी की आवाजें सुनी जानी चाहिए और फिर एक नीति बनानी चाहिए."
पी थियागा राजन ने अन्नाद्रमुक (AIADMK) और बीजेपी से अलग होने पर आश्चर्य जताया. उन्होंने कहा, "राजनीति अजीब साथी बनाती है, यदि बीजेपी नहीं होती तो जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक पांच साल तक सरकार नहीं चला पाते."
मंत्री पी थियागा राजन ने कहा, "हमने दक्षिण भारत में धर्म का लोकतंत्रीकरण किया. धर्म को हथियार बनाकर लोगों को बांटने की राजनीति दक्षिण भारत में नहीं चलेगी."
एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में तलिनाडु के मंत्री और डीएमके नेता पी थियागा राजन ने कहा कि लो लोकतंत्र की धारणा यह कहती है कि लोगों की आवाजें सुनी जानी चाहिए और फिर हमें एक नीति बनानी चाहिए.
युवा संगीतज्ञ महेश राघवन और नंदिनी शंका ने एबीपी सदर्न राइजिंग समिट में हिस्सा लिया. इस समिट का हिस्सा बनते हुए उन्होंने बताया कि दोनों दंपति संगीत के जरिए कैसे मिले. राघवन ने कहा, मैंने एक दिन यूट्यूब पर इनका वीडियो देखा था और वह मुझे बहुत अच्छा लगा, उसके बाद मैंने इनको इंस्टाग्राम पर फॉलो किया. नंदिनी शंका ने कहा, इन्होंने जब मुझे फॉलो किया तो मैंने इनको फॉलो बैक दिया क्योंकि मैं इनके वीडियो पहले ही देख चुके थे. राघवन ने कहा, इसके बाद हमारी फ्रेंडशिप हो गई बाद में हम मुंबई के एक कंसर्ट में मिले और फिर हमारी शादी हो गई.
गुरुचरण दास ने कहा कि भारत पहले 40 वर्षों तक आर्थिक रूप से बेड़ियों में जकड़ा हुआ था. उन्होंने कहा, लेकिन, मैं इसके लिए नेहरू को दोषी नहीं ठहराता. लेखक ने कहा कि भारत को असली आजादी 1947 में नहीं, 1991 में मिली थी.
उन्होंने कहा, 'हमें 1947 में आजादी नहीं मिली थी. हमें वास्तविक आजादी 40 साल बाद 1991 में मिली. असली आजादी सिर्फ राजनीतिक आजादी नहीं है. हमें कामकाजी जीवन में भी आजाद होने की जरूरत है. हमें आर्थिक आजादी 1991 में मिली. इन 30 सालों में हमने 400 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. अर्थव्यवस्था 7% की दर से बढ़ी है. हालांकि, हमने अभी भी औद्योगिक क्रांति नहीं की है. 7% की वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था होने के बावजूद हमने नौकरियां पैदा नहीं की हैं.
गुरुचरण दास ने कहा कि आज के युवा भाग्यशाली हैं कि वे नेहरू के समाजवाद से नहीं गुजरे. नेहरू ने हमारे देश के लिए बहुत कुछ अच्छा किया, हमारे देश को एकजुट रखा लेकिन उनमें एक खुद दोष था. भारतीयों की दो पीढ़ियों को आर्थिक मामले में बढोतरी के अवसर नहीं मिले. उन्होंने कहा, इंदिरा गांधी ने इस देश के लिए जितना अच्छा नहीं किया उससे ज्यादा देश के लिए बुरा किया.
गुरचरण दास कहते ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपनी जिंदगी काटने से पहले जीनी आनी चाहिए. उन्होंने कहा, हार्वड में मैंने सबकुछ पढ़ा. मुझको जो अच्छा लगता था मैं उसको ही पढ़ने लगता था. मैंने संस्कृत भी पढ़ी. जब मेरी मां को पता चला कि मैं संस्कृत पढ़ रहा हूं तो उन्होंने कहा, यह तो मरी हुई भाषा है, तुम्हे मुर्दे ही नौकरी देंगे.
गुरचरण दास ने कहा, अपनी पढ़ाई करने के लिए उनको दो काम करने पड़े. उन्होंने कहा, वह पूरे हफ्ते विक्स बेच रहे होते थे तो वहीं वीकेंड में वह नाटक लिखते थे. उन्होंने कहा, मैंने अपना पहला नाटक रविवार को लिखा.
द सदर्न राइजिंग समिट 2023 में बोलते हुए कहा, कई चीजों को हासिल करने में समय लगता है. एक समय मेरी मां ने अपनी डायरी में लिखा था कि मैं बहुत ही कठिन बच्चा हूं उन्होंने मुझसे कहा कि मैं मेरे पिता जैसा क्यों नहीं हूं. मुझ पर हमेशा मेरी मां का प्रभाव ज्यादा रहा है. क्योंकि वह मुझसे हमेशा कहती थीं कि मुझे पढ़ने के साथ-साथ अच्छे पैसे भी कमाने चाहिए.
अभिनेत्रा रेवती ने कहा, उनकी नेटफ्लिक्स सीरीज टूथ परी ने एक अभिनेत्री के रूप में मुझे बहुत चुनौती दी. उन्होंने कहा, उन्होंने आधुनिक समय की विक्का पुजारिन लूना लुका की भूमिका निभाई. उन्होंने कहा, 'मुझे अपनी पहली फिल्म बनाने में 18 साल लग गए. मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैंने कभी निर्देशक बनाने की योजना नहीं बनाई थी. यह बस हो गया.
1986 में आई मणि रत्नम की फिल्म मौना रागम के बारे में बात करते हुए निर्देशक और अभिनेत्री ने कहा, मेरे मन के सबसे नजदीक उनकी यही फिल्म है. रेवती ने कहा, मौना रागम कोई भी नहीं करना चाहता था लेकिन बावजूद इसके मणिरत्नम ने इसका निर्देशन किया. उन्होंने कहा कि यह मेरे करियर की पहली फिल्म थी जिसका प्रदर्शन बहुत ही यथार्थवादी है और यह मेरे दिल के बहुत करीब है.
भारतीय अभिनेत्री और निर्देशक रेवती ने दक्षिण भारतीय सेना और उसमें काम करने के अपने अनुभवों के बारे में बात की. इस पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, उनके लिए किसी फिल्म में काम करने के लिए अभिनेता से अधिक कहानी ज्यादा जरूरी है.
भारत के अपने पसंदीदा संगीतकारों के बारे में पूछे जाने पर रिकी केज ने कहा कि वह जयंती कुमारेश, टीएच विनायकराम और सेल्वा गणेश जैसे शास्त्रीय गायकों को सुनते हैं. उन्होंने कहा, 'एआर रहमान ने संगीत की भाषा बदलकर रख दी है. हर भारतीय संगीतकार किसी न किसी तरह से उनसे प्रेरित है, जिसमें मैं भी शामिल हूं.'
रिकी केज ने बॉलीवुड में काम नहीं करने को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा, बॉलीवुड हमारे संगीत को ठीक पहचान नहीं दिला सका है. उसने अब तक अपने बनाए गानों में सांस्कृतिक विवधिता को बदलने को लेकर कुछ नहीं किया है.
तीन बार के ग्रैमी पुरस्कार विजेती रिकी केज ने 'द सदर्न राइजिंग समिट 2023' कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, 'इतने बड़े मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करना अपने आप में एक अद्भुत एहसास है. 20 देशों में 100 से अधिक संगीत पुरस्कार जीत चुके रिकी केज ने आगे कहा कि संगीत संचार के लिए एक बहुत शक्तिशाली भाषा है. उन्होंने कहा, दुनिया को अगर कोई बेहतर जगह बना सकता है तो वह सिर्फ संगीत है.
राज्यपाल की सरकार पर भूमिका को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में सुंदरराजन ने कहा, राज्यपाल को केंद्र सरकार और लोगों के बीच पुल का काम करना चाहिए. उन्होंने कहा, राज्यपाल बनने को लेकर कुछ नियम हैं और कुछ जिम्मेदारियां हैं लेकिन एक धारणा है कि उनको चार दीवारी के भीतर रहना चाहिए और रबर स्टांप की तरह काम करना चाहिए. लेकिन राज्यपाल तो सड़क पर बने उस स्पीड ब्रेकर की तरह है जिसका काम दुर्घटनाएं होने से बचाना है.
एबीपी नेटवर्क के कार्यकर्म में बोलते हुए तेलंगाना की गर्वनर ने कहा, राज्य के सीएम के राज्य के राज्यपाल के प्रति कुछ दायित्व होते हैं लेकिन बावजूद इसके केसीआीर ने उनसे पिछले तीन सालों में एक बार भी मुलाकात नहीं की है. उन्होंने कहा मैं यहां राजभवन की नहीं बल्कि राज्यपाल के ऑफिस में मुलाकात की बात कर रही हूं.
एबीपी नेटवर्क के सीईओ के संबोधन के बाद तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा, एक राजनेता गर्वनर हो सकता है लेकिन एक गर्वनर राजनेता नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा लेकिन एक गवर्नर के रूप में हम सिर्फ रबर स्टैंप की तार एक चार दिवारी के भीतर तक सीमित नहीं रह सकते हैं. मैं पेशे से डॉक्टर हूं और मुझे लोगों की नस्ल समझना आता है.
उन्होंने तेलंगाना के सीएम के साथ अपने संबंधों पर भी बात की. उन्होंने कहा, सीएम और राज्यपाल के बीच अच्छे संबंध होने चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से उनके तेलंगाना के सीएम के साथ संबंध अच्छे नहीं हैं.
एबीपी की 'द सदर्न राइजिंग समिट 2023' का उद्घाटन तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने किया. इस दौरान उनके साथ एबीपी नेटवर्क के सीईओ अविनाश पांडे, एबीपी देशम के संपादक गूटी वीरा नागेश्वर राव और सहायक संपादक गणेश रामचंद्रन शामिल थे.
एबीपी नेटवर्क की 'द सदर्न राइजिंग समिट 2023' समिट का उद्घाटन राष्ट्रगान के साथ शुरू हो गया है. यह शिखर सम्मेलन चेन्नई के होटल ताज कोरोमंडल में आयोजित किया जा रहा है. आप इसे news.abplive.com, abpnadu.com और abpdesam.com पर लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है.
इस समिट में प्रसिद्ध लेखक गुरुचरण दास और संगीतकार महेश राघवन और नंदिनी शंकर भी समसामयिक मुद्दों पर बात करेंगे. तमिलनाडु के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पी थियागा राजन, सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास, तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति, कांग्रेस सांसद जोथिमनी सेन्नीमलाई, अभिनेता और राजनीतिज्ञ खुशबू सुंदर, उदयनिधि स्टालिन विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखेंगे.
एबीपी नेटवर्क के 'द सदर्न राइजिंग समिट 2023' कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां और राजनेता 'न्यू इंडिया' के अपने विचार, राजनीति में महिलाओं की भूमिका, विविधता और आगामी 2024 के आम चुनाव पर अपने विचार साझा करेंगे.
एबीपी नेटवर्क के द सदर्न राइजिंग समिट में तेलंगाना के गर्वनर सुंदरराजन, तमिलनाडु सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन हिस्सा लेंगे. इस मौके पर वह विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी बात रखेंगे. एबीपी नेटवर्क के इस कार्यक्रम की शुरुआत द साउदर्न राइजिंग समिट 2023 में तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन के साथ शुरू होगी जोकि राज्य के प्रशासन में राज्यपाल की भूमिका को फिर से परिभाषित करने पर बात की जाएगी.
बैकग्राउंड
ABP Southern Rising Summit 2023 Live: एबीपी न्यूज द सदर्न राइजिंग समिट 2023 का उद्घाटन गुरुवार (12 अक्टूबर 2023) को होगा. इस समिट में व्यापार, राजनीति, सिनेमा, खेल, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों की प्रसिद्ध हस्तियां एक मंच पर आएंगी. इस कार्यक्रम का उद्देश्य दक्षिण भारत के पाच राज्यों आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना में असाधारण प्रगति, सांस्कृतिक समृद्धि और सामाजिक सद्भाव पर चर्चा करने का है.
इस समिट का आयोजन ताज कोरोमंडल चेन्नई में किया जा रहा है और इसका प्रसारण सुबह 10 बजे से news.abplive.com, abpnadu.com और abpdesam.com पर किया जाएगा. इस कार्यक्रम में विविध क्षेत्रों की हस्तियां और राजनेता 'नए भारत' के अपने विचार, राजनीति में महिलाओं की भूमिका, विविधता और आगामी 2024 के आम चुनाव पर अपने विचार साझा करेंगे. यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब दक्षिण भारत में व्यस्त राजनीतिक गतिविधियां देखी जा रही हैं. अन्नाद्रमुक ने बीजेपी के साथ संबंध तोड़ने से लेकर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन टिप्पणी तक पर अपना बयान दिया है.
एबीपी नेटवर्क की द सदर्न राइजिंग समिट 2023 तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई साउंडराजन के साथ शुरू होगी जो राज्यपाल की भूमिका को फिर से परिभाषित करने पर अपने विचार साझा करेगी. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध संगीतकार और ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका पर अपने विचार साझा करेंगे. बाहुबली अभिनेता राणा दग्गुबाती भारत की फिल्मों की विविधता पर बोलेंगे जबकि अनुभवी अभिनेता-निर्देशक रेवती बड़े पर्दे पर अपने 40 साल के अनुभव को साझा करेंगे. शिखर सम्मेलन में प्रसिद्ध लेखक गुरुचरण दास और संगीतकार महेश राघवन और नंदिनी शंकर भी समसामयिक मुद्दों पर बात करेंगे.
2024 के लोकसभा चुनाव कुछ ही महीने दूर हैं, कई राजनेता विभिन्न विषयों पर अपनी बात रखेंगे. कई नेता बताएंगे कि आखिर भारत जैसे देश में संघवाद की आवश्यकता क्यों है, तमिलनाडु मॉडल और देश राजनीति में महिलाओं के साथ-साथ क्या सीख सकता है.
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