लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए प्रियंका गांधी बस तो नहीं चलवा पाई लेकिन अलग-अलग तरीके से उनकी मदद यूपी से जुड़े लोगों तक पहुंच रही है. प्रियंका गांधी के निर्देश पर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने यूपी के 30 छात्रों को दिल्ली से घर पहुंचाया है. इस दौरान दिलचस्प बात ये हुई कि एनएसयूआई ने अपने प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी से जुड़े एक छात्र को भी घर पहुंचाने में मदद की.
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि "लॉकडाउन के कारण छात्रों को काफी परेशानी हो रही है. हमने दिल्ली में रह कर पढ़ने वाले यूपी के 30 छात्रों को गाड़ी का इंतजाम कर घर भेजा है." नीरज ने कहा कि महासचिव प्रियंका गांधी के निर्देश पर एनएसयूआई गाड़ी का इंतजाम कर और भी कई जरूरतमन्द छात्रों को घर जाने में मदद कर रहा है.
बहरहाल एनएसयूआई ने जिन छात्रों को घर भेजा उनमें दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले अजय पटेल भी हैं जो बनारस के रहने वाले हैं और एबीवीपी से जुड़े हैं. अजय पटेल ने बताया कि उन्होंने ट्विटर पर मदद मांगी जिसके बाद एनएसयूआई के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लकड़ा ने उनसे संपर्क किया. एबीपी न्यूज ने जब अजय पटेल ने संपर्क किया तो उन्होंने मदद के लिए प्रियंका गांधी और एनएसयूआई का शुक्रिया कहा लेकिन साथ मे ये भी कहा कि इससे उनकी विचारधारा नहीं बदलेगी.
क्या एबीवीपी से जुड़े छात्र की मदद पब्लिसिटी के लिए की गई? इसपर एनएसयूआई के अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि "हम छात्रों की मदद कर रहे हैं. इसमें किसी की विचारधारा या पार्टी या आड़े नहीं आती. अजय पटेल ने ट्विटर पर हमें टैग कर मदद मांगी थी."
भले की एनएसयूआई कह रही हो उन्होंने ये सब कुछ राजनीतिक लाभ के लिए नहीं किया लेकिन एनएसयूआई के नेता और यूपी कांग्रेस ट्वीटर पर अजय पटेल का वीडियो साझा कर अपने इस 'सेवा कार्य' को प्रोमोट कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उन्होंने राजनीति से ऊपर उठ कर प्रतिद्वंद्वी की मदद की है.
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