बरेली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और संस्थापक एम. एस. गोलवलकर पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बरेली कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया.


पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि बरेली कालेज में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी में कल मुख्य अतिथि की हैसियत से शिरकत कर रहे काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर चौथी राम ने अपने सम्बोधन में संघ संस्थापक एम. एम. गोलवलकर और संघ प्रमुख मोहन भागवत को कथित रूप से 'आतंकवादी' कह दिया.

इसी बीच, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं को इसकी भनक लगी और वे कार्यक्रम स्थल पहुंचकर ''बरेली कॉलेज को जेएनयू नहीं बनने देंगे'' के नारे लगाने लगे. प्रोफेसर के पक्ष में आये समाजवादी छात्र सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष हृदयेश यादव और उनके समर्थक और एबीवीपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये.

सूत्रों ने बताया कि हंगामा कर रहे कुछ छात्र आयोजन स्थल पर लगे बुक स्टाल पर पहुंच गए. वहां उन्होंने किताबें फेंक दीं और वहां पड़ी कुर्सियां, मेज तोड़ डाले. आनन-फानन में प्रोफेसर चौथी राम को कॉलेज से बाहर पहुंचा दिया गया. पदाधिकारियों ने संगोष्ठी कक्ष में ताला लगा दिया और संगोष्ठी को रद्द कर दिया गया. हालात बेकाबू होते देख पुलिस को सूचना दे दी गयी.

संघ प्रमुख पर कथित अभद्र टिप्पणी की जानकारी मिलते ही इसके विरोध में संघ और विहिप के सदस्य भी बरेली कॉलेज पहुंच गए. इन सदस्यों ने वहां कई शिक्षकों को जमकर फटकार लगायी.