कोरोना वायरस महामारी की मार झेल रहे व्यापारी और आमजन का सिर दर्द ताजा मिले बिजली के बिलों ने बढ़ा दिया है. करीब 2 महीने तक बंद रही दुकानें के बिजली बिलों के भुगतान को लेकर अब आमजन के स्वर मुखर होने लगे हैं. इसको लेकर विद्यार्थी परिषद् के छात्र-छात्राओं ने भीलवाड़ा में सिक्योर मीटर्स कार्यालय पर एक अनूठा प्रदर्शन कर सबको हैरान दिया.
इन प्रदर्शनकारियों ने अपना-अपना खून निकाल एक थाली में भरकर सिक्योर मीटर्स कम्पनी के अधिकारियों से उसे पीने का आग्रह किया है. प्रदर्शनकारियों का आशय था जब इन दुकानदार और आमजन का खून ही चूसना है तो फिर अप्रत्यक्ष क्यों? विद्यार्थी परिषद् के प्रदर्शनकारी प्रत्यक्ष रूप में खुद ही खून ले आए.
सूचना पर सिटी कोतवाली और प्रतापनगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को समझाया और मामले को शांत करवाया.
इस प्रदर्शन के सूत्रधार और एबीवीपी के विभाग सहसंयोजक शंकर गुर्जर ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बन्द दुकानों के भी सिक्योर मीटर्स कम्पनी ने बिजली के बिल पुराने बिलों के हिसाब से निकालकर भेज दिए. जब व्यापारी अपना व्यापार बंद रखे हुए हैं तो ऐसे में वह कैसे बिजली का बिल भर पायेगा. इसके कारण हम यहां पर खून लेकर आये हैं.
शंकर गुर्जर का कहना है 'हम उनसे आग्रह कर रहे हैं कि वे आमजन का खून ना चूसे बल्कि सीधे ही यह खून पी लें.' गुर्जर ने चेतावनी दी कि अगर अब भी सिक्योर कम्पनी बिलों में छूट नहीं देती है तो उग्र आन्दोलन किया जायेगा.
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