इस घटना के पीछे प्रशासन ने अपनी चूक मानी है और एडिशनल एसपी ने एबीपी न्यूज से कहा कि इस कार्यक्रम के लिए प्रशासन से मंजूरी नहीं ली गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रैक्टर रेस के दौरान दर्शक दीर्घा में सैकड़ों लोग मौजूद थे तभी टिन शेड भरभराकर गिर गया और इसमें करीब 250-300 लोग नीचे गिर गए. दर्शकों पर टिनशेड गिरने से कई लोग जख्मी हो गए और वहां भगदड़ मच गई. प्रशासन ने हादसे पर अपनी गलती मानते हुए कहा है कि इस कार्यक्रम के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी और जांच की जाएगी कि किस तरह इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस ट्रेक्टर रेस को देखने के लिए करीब 10 हजार लोग वहां मौजूद थे और रेस के दौरान हूटिंग करने के वक्त ये हादसा हुआ. जिस जगह टिन शेड गिरा वहां करीब हजार लोगों की भीड़ मौजूद थी और एक साथ लोगों के खड़े होने से टिन शेड भार सह नहीं पाया और जोरदार आवाज़ के साथ नीचे आ गिरा. लोग एक दूसरे के ऊपर गिर पड़े और चीख-पुकार मच गई.
बताया जा रहा है कि प्रशासन की ओर से जिला कलेक्टर के साथ-साथ एसपी और राज्य सरकार के मंत्री को भी घटनास्थल के लिए तुरंत भेजा गया. इसके बाद ही एडिशनल एसपी ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए मंजूरी नहीं लिए जाने के बावजूद इतने बड़े पैमाने पर यहां भीड़ इकट्ठी हो गई थी.
श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर ग्यानाराम ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक हादसे में घायल हुए दस लोगों को पदमपुर के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल पांच लोगों को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने हादसे के जांच के निर्देश दिए हैं.