Indian Airline Companies: भारतीय विमानन कंपनियों के 75 से अधिक विमान रखरखाव और इंजन से संबंधित मुद्दों के कारण अभी के समय में ठप पड़े हैं. विमान क्षेत्र की सलाहकार कंपनी सीएपीए (CAPA) की मंगलवार (1 नवंबर) को जारी रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.


सीएपीए की रिपोर्ट ‘India Medium Term Scenario-2023’ में कहा गया है कि ये विमान रखरखाव और इंजन से संबंधित खामियों के कारण बंद पड़े हैं. इन विमानों की संख्या भारतीय बेड़े का लगभग 10 से 12 फीसदी है और दूसरी छमाही में उसका फाइनेंस नतीजों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है.


सप्लाई हो सकती है इफेक्ट 


आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, अभी के समय में 75 से अधिक विमान खड़े हैं. ये विमान पहले से ही गलत लागत के चलते गंभीर चुनौतियां पैदा कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी के समय में और आने वाले समय की सप्लाई को प्रभावित करने वाली गंभीर सप्लाई रेंज के कारण क्षमता इफेक्ट हुई है.


अप्रैल, 2023 से शुरू होने वाले नए फाइनेंस वर्ष में इन मुद्दों के बढ़ने की संभावना है. जो आने वाले समय में सप्लाई को इफेक्ट करेगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल पायलटों और इंजीनियरों की कमी जैसे गैर-सप्लाई के मुद्दे भी उद्योग के लिए चुनौती पैदा कर सकते हैं.


तीन सलाहकार समूहों का गठन 


इससे पहले विमानन मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र की चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के और उन्हें सुलझाने के लिए तीन सलाहकार समूहों का गठन किया था. इन समूहों में विमानन कंपनियां, हवाई अड्डा संचालित मालवाहक विमान ग्राउंड हैंडलिंग कंपनियां, उड़ान का ट्रेनिंग देने के लिए एफटीओ और रखरखाव और मरम्मत करने वाली कंपनियां एमआरओ शामिल हैं.


कोरोना महामारी की वजह से विमानन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ था. चुनौतियों का समाधान खोजने के लिए विमानन मंत्रालय ने सलाहकार समूह बनाया था. जिसको लेकर नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने ट्वीट भी किया था.


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