(Source: Poll of Polls)
ICMR के सीरो सर्वे में बड़ा खुलासा- मई तक देश में 64 लाख लोग हुए थे कोरोना से संक्रमित
सीरो सर्वे के मुताबिक जिन जगहों पर संक्रमण के मामले उस समय सामने नहीं आए उसके पीछे भी असल वजह ये है कि उन इलाकों में टैस्टिंग फैसलिटी नहीं थी.
नई दिल्ली: देश में कोरोना संकट विकराल रूप ले चुका है और भारत में 45 लाख 50 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. देश में 76 हजार से ज्यादा लोग इस बीमारी के कारण अपनी जान गंवा बैठे हैं. इस बीच एक ऐसा आंकड़ा सामने आया है जो आपको चौंका देगा.
मई तक 64 लाख लोग थे कोरोना संक्रमित ! ICMR ने कुछ दिन पहले नेशनल सीरोलॉजिकल सर्वे कराया था जिसके नतीजे सामने आ गए हैं. इसमें एक चौंकाने वाली बात आई है कि मई की शुरुआत तक 64 लाख (64,68,388) लोगों के कोरोना वायरस के संपर्क में आने की बात सामने आ गई है. इसको प्रतिशत में देखें तो ये 0.73 फीसदी वयस्कों के कोरोना से संक्रमित होने की बात है.
अगर इसे दूसरे शब्दों में कहा जाए तो सीरो सर्वे के मुताबिक आरटी-पीसीआर से एक कन्फर्म पॉजिटिव मामला सामने आ रहा था जबकि मई के दौरान उस समय 82 से लेकर 130 कोरोना संक्रमण के के मामले सामने आ रहे थे.
लॉकडाउन के दौरान के हैं आंकड़े सीरो सर्वे के मुताबिक जिन जगहों पर संक्रमण के मामले उस समय सामने नहीं आए उसके पीछे भी असल वजह ये है कि उन इलाकों में टैस्टिंग फैसलिटी नहीं थी और वहां कोरोना के टेस्ट अच्छी संख्या में नहीं हुए. इसके अलावा जब ये सर्वे कराया गया तो उस समय देश में लॉकडाउन भी लगा हुआ था.
कब हुआ सर्वे ये सर्वे 11 मई से लेकर 4 जून तक के समय के बीच कराया गया और 28,000 लोगों को इस दौरान कवर किया गया जिनके ब्लड सैंपल में एंटीबॉडीज मिलीं जो कि कोविड कवच एलीसा किट के यूज से आती है. इस सर्वे में 18 साल से ऊपर के वयस्क लोगों का सैंपल लिया गया था. सर्वे का सैंपल साइज 28,000 था.
कितने राज्यों में किया गया सर्वे देश के 21 राज्यों के 70 जिलों में जाकर 700 गांव या वार्ड में इस नेशनल सीरोलॉजिकल सर्वे को किया गया था. इनमे से 181 यानी 25.9 फीसदी शहरी इलाके थे
आयु के मुताबिक सीरो सर्वे के नतीजे 18 से 45 साल के बीच के व्यस्कों के लिए किए गए टैस्ट के बीच पॉजिटिवटी देखे तो 43.3 फीसदी लोग पॉजिटिव रहे. 46-60 साल के आयु ग्रुप में से 39.5 फीसदी लोग के पॉजिटिवटी पाई गई और 60 साल से ऊपर के आयु ग्रुप में 17.2 फीसदी पॉजिटिव मामले दिखे.
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