India-Canada Relations: भारत से खराब हुए रिश्तों के लिए सिर्फ ट्रूडो जिम्मेदार!, कनाडा में हुए सर्वे ने खोली पोल
India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच संबंध पिछले कुछ महीनों में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं. इस बीच एक सर्वे में जस्टिन ट्रूडो सरकार को लेकर बड़ा दावा किया गया है.
India Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच संबंधों में पिछले कुछ महीनों में तनाव बढ़ा है. एक हालिया सर्वे में दावा किया गया है कि 40% कनाडाई मानते हैं कि जस्टिन ट्रूडो सरकार ने भारत के साथ संबंधों को सही तरीके से नहीं संभाला है. ये सर्वे नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन (Angus Reid Institute and Asia-Pacific Foundation of Canada)के मदद से किया गया था.
दरअसल, भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते संबंधों को लेकर कनाडाई जनता जस्टिन ट्रूडो की पालिसी और मैनेजमेंट संतुष्ट नहीं है. सर्वे के अनुसार, 39 प्रतिशत कनाडाई लोगों को लगता है कि ट्रूडो सरकार संबंधों को ठीक से नहीं संभाल रही है, जबकि 32 प्रतिशत लोगों का मानना इसके विपरीत है. सर्वे में दावा किया गया है कि 39 प्रतिशत कनाडाई लोगों को लगता है कि ट्रूडो के तहत भारत और कनाडा के बीच संबंधों में कोई सुधार नहीं होगा.
भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंध
भारत और कनाडा के बीच संबंध पिछले सितंबर में तब बिगड़ गए थे जब जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में आरोप लगाया था कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट शामिल थे, जिसे 18 जून, 2023 को सरे में मार गिराया गया था. अक्टूबर में, दोनों देशों के बीच संबंधों में तब खटास आ गई जब कनाडाई अधिकारियों ने निज्जर की हत्या की जांच में भारत के हाई कमिश्नर संजय वर्मा और अन्य राजनयिकों को "Persons of interest" के रूप में नामित किया था.
भारत ने कनाडा के आरोपों को किया था खारिज
कनाडा के आरोपों को खारिज करते हुए, भारत ने अपने हाई कमिश्नर को वापस बुला लिया और छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया. पिछले महीने, एक कनाडाई अधिकारी ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कनाडा के अंदर खालिस्तानी चरमपंथियों को निशाना बनाकर हिंसा, धमकी और खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान चलाने का आदेश दिया. कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के संसद सदस्यों को बताया कि उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट को शाह के नाम की पुष्टि की है, जिसने सबसे पहले आरोपों की रिपोर्ट की थी.
विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोप की निंदा करते हुए इसे "बेतुका और निराधार" बताया. MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 2 नवंबर को कहा, "भारत सरकार केंद्रीय गृह मंत्री के बारे में किए गए बेतुके और निराधार आरोपों का कड़े शब्दों में विरोध करती है." जायसवाल ने यह भी कहा कि शुक्रवार को नई दिल्ली में एक कनाडाई राजनयिक को तलब किया गया और आरोप का औपचारिक रूप से विरोध करने के लिए एक पत्र सौंपा गया. उन्होंने चेतावनी दी, "इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकतों से द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर परिणाम होंगे."