VVIP हेलीकॉप्टर घोटाला: क्रिश्चेन मिशेल के बाद दो और आरोपियों को भारत लाया गया
वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में भारत ने क्रिश्चेन मिशेल के बाद दो और आरोपियों को दुबई से प्रत्यर्पित किया है. यह कार्रवाई बुधवार को की गई. दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपे जाने की उम्मीद है.
नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के चर्चित मामलों की जांच कर रही एजेंसियों ने वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में वांछित दुबई के एक कारोबारी और एक अन्य कॉरपोरेट उड्डयन लॉबिइस्ट को भारत प्रत्यर्पित किया है. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि 3600 करोड़ रुपये के अगस्तावेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर धन शोधन मामले के संबंध में दुबई के अधिकरियों ने राजीव शमशेर बहादुर सक्सेना को बुधवार सुबह को ही पकड़ा था.
सक्सेना को धन शोधन के आरोपों में उनकी भूमिका की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपे जाने की उम्मीद है. अकाउंटेंट का भी काम करने वाले सक्सेना को दुबई के अधिकारियों द्वारा ईडी के आग्रह पर एक अदालत के गैरजमानती वारंट जारी करने के आधार पर भारत भेजा गया है.
इस मामले में सह आरोपी और कथित बिचौलिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को पिछले साल दिसंबर में दुबई से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है. सक्सेना के वकीलों ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ यूएई में कोई प्रत्यर्पण कार्यवाही शुरू नहीं हुई और उन्हें भारत भेजे जाने के समय अपने परिवार या वकीलों से मिलने नहीं दिया गया.
माना जाता है कि धन शोधन मामले में ईडी और सीबीआई द्वारा वांछित कॉरपोरेट उड्डयन लॉबिइस्ट दीपक तलवार को भी दुबई से राजीव सक्सेना के साथ भारत लाया गया है. ईडी ने दुबई में रहने वाले सक्सेना को इस मामले में कई बार तलब किया था और 2017 में चेन्नई हवाई अड्डे से उसकी पत्नी शिवानी सक्सेना को गिरफ्तार किया था. वह जमानत पर रिहा चल रही है. ईडी का आरोप है कि सक्सेना, उसकी पत्नी और दुबई स्थित उसकी दो फर्मों ने धन शोधन किया है.
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