Acharya Pramod Krishnam Statements: कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोप में शनिवार (11 फरवरी) को आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. कांग्रेस से निष्कासित किए जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 'राम और राष्ट्र' पर समझौता नहीं किया जा सकता.
आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस में रहते हुए पार्टी विरोधी बयान देते थे. इसके के चलते कांग्रेस ने उन पर यह कार्रवाई की है. हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर 'श्री कल्कि धाम' के शिलान्यास समारोह के लिए उन्हें आमंत्रित किया था.
राम मंदिर पर पार्टी लाइन से अलग बयान
प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस के शामिल न होने के हाईकमान के फैसले पर सवाल उठाए थे और अपनी ही पार्टी की आलोचना की थी. वहीं, उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने के भारत सरकार के फैसले समर्थन किया था. उन्होंने कहा, "लालकृष्ण आडवाणी इतने वरिष्ठ हैं, इतने बुज़ुर्ग हैं. उन्होंने देश की इतनी सेवा की है. उन्हें भारत रत्न मिल रहा है, मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं."
राहुल गांधी पर साधा निशाना
प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी से मिलने में मुझे 4-5 दिन लगे. राहुल गांधी व्यस्त रहते हैं. वे थोड़ा कम मिलते हैं, उनका ज्यादा मिलने का स्वभाव भी नहीं है. राहुल गांधी के पास जब समय होगा तभी मिलेंगे. शायद उन्हें लगता होगा कि इनसे मिलना समय की बर्बादी है."
मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर भड़के प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस बयान पर नाराजगी जताई थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि बूथ लेवल पर ऐसे आदमी को तैनात करना चाहिए, जो भौंके, आपके साथ रहे और लड़े. इस पर प्रमोद कृष्णम ने कहा कि बड़े नेताओं को अपनी मर्यादा और भाषा का ध्यान रखना चाहिए. कार्यकर्ताओं से पार्टी बनती है. कार्यकर्ता कर्मठ और कर्मवीर होता है.
'इंडिया गठबंधन का अंतिम संस्कार'
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इंडिया गठबंधन तो बीमारी से ग्रस्त बताया और कहा, "मुझे लगता है कि इंडिया गठबंधन जैसी कोई चीज है ही नहीं. इंडिया गठबंधन का जैसे ही जन्म हुआ, वैसे ही वह बहुत बीमारियों से ग्रस्त हो गया, ICU में चला गया और फिर वेंटिलेटर पर आ गया. बाद में नीतीश कुमार ने इसका पटना में अंतिम संस्कार कर दिया."
अशोक गहलोत पर साधा निशाना
इससे पहले उन्होंने राजस्थान में हुए श्रद्धा हत्याकांड़ को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि श्रद्धा हत्याकांड को एक सामान्य घटना बताने वाले अशोक गहलोत का बयान, बेहद अफसोस जनक और अमानवीय होने के साथ साथ अपराधियों का हौसला बढ़ाने वाला है.
यह भी पढ़ें- सागरिका घोष, सुष्मिता देव और ममता बाला ठाकुर को राज्यसभा भेजेगी टीएमसी