'PM मोदी के बराबर आना चाहते हैं केजरीवाल', बोले आचार्य प्रमोद कृष्णम, राहुल गांधी को बता दिया अराजकतावादी
Acharya Pramod Krishnam: केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह की ओर से राहुल गांधी को आतंकवादी कहे जाने पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आतंकवादी तो नहीं हैं, लेकिन वह अराजकतावादी हैं.
Acharya Pramod Krishnam: पूर्व कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने जा रहीं आतिशी को बधाई दी. आतिशी ने मंगलवार (17 सितंबर) को केजरीवाल के इस्तीफे के बाद उपराज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. प्रमोद कृष्णम ने इस दौरान आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सियासत के बहुत बड़े खिलाडी हैं, वह भविष्य को ध्यान में रखकर राजनीति करते हैं. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की नजर देश का नेता बनने की है और वह राष्ट्रीय राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बराबर बनना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल राष्ट्रीय राजनीति में पीएम मोदी का विकल्प बनना चाहते हैं.
बुलडोजर एक्शन पर रोक को लेकर क्या बोले प्रमोद कृष्णम?
सुप्रीम कोर्ट की ओर से बुलडोजर एक्शन पर रोक लगाने पर भी प्रमोद कृष्णम ने अपनी राय जाहिर की. उन्होंने कहा, ''बुलडोजर किसी भी समस्या का समाधान नहीं है. सभी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए. सच्चाई यह भी है कि यूपी में बुलडोजर कार्रवाई से अपराध पर लगाम लगी थी. बुलडोजर कार्रवाई पर ओवैसी क्या कह रहे हैं मुझे नहीं पता, लेकिन ओवैसी साहब को इस देश के लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है.''
'राहुल गांधी आतंकवादी नहीं, अराजकतावादी'
वहीं, केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की ओर से राहुल गांधी को आतंकवादी कहे जाने के मामले पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी आतंकवादी तो नहीं हैं, लेकिन वह अराजकतावादी हैं. वह संसद में भी अराजकता की बात करते हैं और संसद के बाहर भी अराजकता की बात करते हैं.'' उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी देश में अराजकता लाना चाहते हैं.
कल्कि पीठाधीश्वर इससे पहले राहुल गांधी को लेकर कहा था कि विपक्ष के नेताओं को सरकार के फैसलों की समीक्षा और आलोचना करने का पूर्ण अधिकार है. राहुल गांधी पहले ऐसे नेता हैं जो घर के बाहर जाकर घर की बुराई करते हैं. देश के बाहर जाकर देश की फजीहत कराते हैं.
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