नई दिल्ली: दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन पर बसे सभी रोहिंग्या परिवारों को प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए गुरुवार को हटा दिया. इन सभी रोहिंग्या परिवारों को उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन से महज 10 फीट दूरी पर ही वापस बसाया गया है. यह इलाका भी मदनपुर खादर इलाके में आता है और इस कच्ची सड़क पर फिलहाल सभी 16 परिवारों के लिए टेंट लगाकर सिविल डिफेंस की तैनाती की गई है. हालांकि यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें अब ज्यादा दिक्कत हो रही है क्योंकि फिलहाल यहां पर टॉयलेट, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है.
दरअसल, मदनपुर खादर इलाके में बसे इन रोहिंग्या की बस्तियों में कुछ समय पहले आग लग गई थी. जिसके बाद आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने मिलकर कई रोहिंग्या परिवारों को उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन पर वापस बसा दिया था. जिसके बाद उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग ने इसकी शिकायत पुलिस और एलजी से की थी और अब कार्रवाई करते हुए स्थानीय प्रशासन ने इन सभी 16 रोहिंग्या परिवारों को उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन से हटाकर पास की ही जमीन पर बसा दिया है.
2018 में लगी थी आग
इससे पहले साल 2018 में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन के नजदीक बसी रोहिंग्या की बस्ती में आग लग गई थी. तब स्थानीय प्रशासन ने कुछ दिनों की बात कहकर इन रोहिंग्या को उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की जमीन पर बसा दिया था. इस साल जून के महीने में एक बार फिर इस बस्ती में आग लग गई. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने 16 टेंट लगाकर इन्हें दोबारा वहीं बसा दिया. जिसके बाद उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की तरफ से पुलिस और दिल्ली के उपराज्यपाल से शिकायत की गई थी.
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