नई दिल्ली: डीसीजीआई ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के वैक्सीन कोविशील्ड के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. इसको लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने इस दौरान कहा कि हम सरकार से आशा करते हैं कि दो साल तक वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के खिलाफ कोई भी लीगल एक्शन न ले सके यह सुनिश्चित करे.
अदार पूनावाला ने कहा,'' हम सरकार से यही उम्मीद कर रहे हैं कि मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को प्रोटेक्शन दे. सुनिश्चित करें कि कोई लॉसूट न हो सके. यह कहीं बंद न हो. ऐसा न हो कि कोई हमारे खिलाफ जाए और बोले कि वैक्सीन हमें कमजोर बना रही है. ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि कोई जज किसी स्टेट में हमारे खिलाफ जाए और कहे कि जब तक जांच खत्म न हो हम वैक्सीन प्रोग्राम को बंद कर रहे हैं. यह बहुत बड़ी रिस्क है. इसलिए हमने सरकार से मांग की है कि दो साल में वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के खिलाफ कोई भी लीगल एक्शन न ले सके यह सुनिश्चित करें. वैक्सीन प्रोग्राम बंद नहीं होनी चाहिए. हमें अपने वैक्सीन पर पूरा विश्वास है. इसलिए हम निवेदन कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''हमने मार्च अप्रैल से बहुत बड़ा रिस्क लिया, जब हमें पता नहीं था कि ये वैक्सीन चलेगी या नहीं चलेगी. हमने तबसे 50 मीलियन डोज स्टॉक कर के रखे हैं. जनवरी या फरवरी में लोगों को सराकार वैक्सीन देगी. सरकार ने प्लानिंग की है. जैसे ही सरकार हमारे साथ साइन करेगी हम सात से आठ दिनों में वैक्सीन पहुंचा देंगे.''
उन्होंने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. वहीं इसकी कीमत को लेकर उन्होंने कहा कि पहले 100 मिलियन डोज भारत सरकार को दिया जाएगा, जिसकी कीमत 200 रुपये होगी. इसके बाद जब प्राइवेट मार्केट के लिए परमिशन मिलेगा तब इसे एक हजार रुपये में बेचा जाएगा.
वैक्सीन कितना सुरक्षित है?
इसके जवाब में अदार पूनावाला ने कहा कि इसके 50 मिलियन डोज तैयार हैं. ऑक्सफोर्ड के सबसे होशियार वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन को बनाया है. पूरी जांच के बाद हमें डाटा मिला है. डीसीजीआई ने बहुत एनालिसिस किया है. यूके की सरकार ने भी अप्रूव किया है. जितनी सेफ्टी हो सकती है हमने उतना किया है.
वैक्सीन के साइड इफेक्ट क्या हैं?
अदार पूनावाला ने कहा कि थोड़े बहुत साइड इफेक्ट्स नॉर्मल हैं. थोड़ा बहुत सिर में दर्द, थोड़ा बुखार एक दो दिन के लिए होता है. ये पेरासिटामोल की गोली लेने से ठीक हो जाएगा. इसमें कोई घबराने की जरूरत नहीं है. इतनी बड़ी संख्या में लोग इतने कम समय में वैक्सीन लेंगे तो कुछ भी रिएक्शन हो सकता है, ये नॉर्मल है.
पहला डोज लेने के बाद किस तरह की सावधानियां बरतनी होंगी?
इस सवाल का जवाब देते हुए अदार पूनावाला ने कहा, "पहली डोज से भी अच्छा प्रोटेक्शन के बाद...मगर दो महीने के बाद भी जब कोर्स पूरा हो जाएगा तो भी मास्क पहनना जरूरी है. वैक्सीन लेने के बाद भी इनफेक्ट हो सकते हैं और दूसरों को भी कर सकते हैं, हमने कई ऐसे केस देखे हैं. वैक्सीन लेने से आप सुरक्षित रहेंगे लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि ये बुलेटप्रूफ है. इसलिए मास्क पहनना और सावधानी बरतना जरूरी है."