नई दिल्ली: पुलवामा हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद से ही देश में गम का माहौल है. लेकिन ऐसे माहौल के बीच भी कुछ लोग सोशल मीडिया पर झूठी खबरों के सहारे लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. शनिवार को सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के एक हॉस्टल में कुछ कश्मीरी स्टूडेंट्स के कैद होने की बात वायरल हो रही थी. इस पर उत्तारखंड के एडीजी सामने आए हैं और उन्होंने कश्मीरी लड़कियों के कैद होने की बात को अफवाह बताया है.
राज्य के एडीजी अशोक कुमार ने कहा, ''कश्मीरी स्टूडेंट्स के गर्ल हॉस्टल में कैद होने की बात अफवाह के तौर पर सोशल मीडिया पर फैला दी गई थी. वहां के लोकल लोगों के द्वारा पाकिस्तान मुरदाबाद के नारे लगाते हुए एक जुलूस निकाला गया था.''
उन्होंने आगे कहा, ''हॉस्टल में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की बात सामने आई थी. हमें ऐसा कोई सबूत नहीं मिला. इस मामले पर तुरंत जांच की गई और सुलझा लिया गया.''
बता दें कि इसके अलावा लोगों में नफरत फैलाने के लिए शहीदों की तस्वीरों का इस्तेमाल भी किया जा रहा था, जिसे लेकर खुद CRPF ने लोगों के लिए सलाह जारी की है. इतना ही नहीं लोगों को ठगने के लिए कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर कुछ फर्जी कंपनियों के बनने की बात भी सामने आई है, जिसे लेकर गृह मंत्रालय ने खुद सामने आकर लोगों में जागरुकता लाने की कोशिश की.
CRPF Advisory: नफरत फैलाने के लिए शहीदों की झूठी तस्वीरों का इस्तेमाल हो रहा है, यहां करें रिपोर्ट