नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही कांग्रेस में कोहराम मचा हुआ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे शक्ति का दुरुपयोग बताया. वहीं लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इस मुद्दे पर 'सेल्फ गोल' कर लिया. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर यूएन निगरानी कर रहा है, ऐसे में ये आंतरिक मामला कैसे हो सकता है. इसपर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया. उधर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रही है तो पार्टी के ही कई नेताओं ने सरकार के फैसले का समर्थन किया है.


राहुल गांधी ने क्या कहा?


राहुल गांधी ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर, संविधान का उल्लंघन कर और जम्मू-कश्मीर को बांट कर राष्ट्रीय एकीकरण नहीं किया जा सकता है. यह देश यहां रहने वालों से बना है, जमीन से नहीं." उन्होंने कहा, "इस प्रकार से कार्यकारी शक्ति का दुरुपयोग करके हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला गया है. अपने एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं को गुप्त स्थानों पर जेल में डाल दिया गया है. यह असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक है. कैद किए गए नेताओं को रिहा किया जाना चाहिए.


कांग्रेस का 'सेल्फ गोल'


कांग्रेस के सदन नेता अधीर रंजन चौधरी ने बिल के पेश किए जाने का विरोध किया और बीजेपी से पूछा की कश्मीर आंतरिक मामला कैसे है. बस फिर क्या था बीजेपी ने इसे मुद्दा बना लिया और कांग्रेस को घेर लिया. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कश्मीर हमारा है और पीओके भी और जरुरत पड़ी तो इसके लिए जान भी दे सकते हैं. अधीर रंजन चौधरी ने जब कहा कि कश्मीर आंतरिक मामला कैसे हो सकता है तो इस पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के चेहरे का भाव पूरी तरह बदल गया. वह साफ तौर पर इस बयान से नाराज दिख रही थी. उन्होंने पीछे बैठे सांसदों को इशारा भी किया.


सरकार के फैसले के समर्थन में कई कांग्रेसी नेता


अनुच्छेद 370 पर सरकार के फैसले को लेकर कांग्रेस नेताओं की राय एक नहीं है. पार्टी के कुछ नेताओं ने सरकार के फैसले को सही बताया है. सोमवार को कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 21वीं सदी में अनुच्छेद 370 औचित्य नहीं है. हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट हटा लिया. उधर जनार्दन द्विवेदी ने कल कहा कि यह राष्ट्रीय संतोष की बात है. इसके अलावा रायबरेली से कांग्रेस की विधायक अदिति सिंह ने इस फैसले को सही बताया. उन्होंने कहा कि ये बहुत बड़ा हिस्टोरिक डिसिजन है.


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