आदिल तेली ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी साइकिल से आठ दिन में की तय, गिनीज बुक में दर्ज कराया नाम
कश्मीर के आदिल तेली ने साइकिल से कश्मीर से कन्याकुमारी तक की दूरी आठ दिन में तय कर नया रिकॉर्ड कायम किया है. उनकी इस उपलब्धि पर गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी उनका नाम दर्ज किया गया है. इससे पहले ये रिकॉर्ड ओम महाजन के नाम पर था.
कश्मीर के नरबल, बारामूला इलाके के एक 23 वर्षीय qAce साइकलिस्ट आदिल तेली ने मंगलवार को इतिहास रचते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में अपना नाम दर्ज करा लिया है. बता दें कि आदिल ने साइकिल पर सवार होकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक 3600 किलोमीटर की दूरी आठ दिन, एक घंटा और 37 मिनट में पूरी की. इसी वजह से उनका नाम गिनिज बुक में दर्ज किया गया. आदिल से पहले ये रिकॉर्ड ओम महाजन के नाम था.
आदिल कश्मीर के प्रोफेशनल साइकलिस्ट हैं
बता दें कि आदिल कश्मीर के प्रोफेशनल साइकिलिस्ट हैं. उन्होंने बेहद कठिन भौगोलिक और मौसमी परिस्थितियों में सड़कों पर सरपट दौड़ते वाहनों के बीच साइकिलिंग की और कीर्तिमान रच दिया. उन्होंने अपनी मेहनत और दृढ संकल्प के साथ कश्मीर से कन्याकुमारी तक का साइकिल का सफर रिक़ार्ड समय में पूरा किया है. बता दें कि मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग के पोले ने 22 मार्च को लालचौक श्रीनगर में आदिल तेली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.
आदिल ने श्रीनगर से लेह तक की दूरी भी साइकिल से तय की है
गौरतलब है कि कश्मीर से कन्याकुमारी के लिए साइकिल से यात्रा शुरू करने से पहले आदिल ने अमृतसर में तकरीबन चार से पांच महीने की ट्रेनिंग भी ली थी. आदिल इससे पहले श्रीनगर से लेह तक की 440 किलोमीटर की दूरी भी साइकिल पर 26 घंटे 30 मिनट में पूरा कर एक रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. वहीं प्रायोजक अबराक एग्रो ने आदिल को उनकी नई उपलब्धि पर बधाई दी है. साथ ही कश्मीर प्रशासन का भी सहयोग के लिए आभार जताया है.
नए रिकॉर्ड से बेहद खुश हैं आदिल
वहीं अपने नवीन रिकॉर्ड पर खुशी जाहिर करते हुए आदिल ने अपने परिजनों और प्रशिक्षकों व प्रायोजकों का आभार जताया है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि महामारी के दौर में उनके लिए साइकिल के कुछ कलपुर्जे जुटाना काफी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में प्रायोजकों ने उनके लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराईं. ये भी पढ़ें महाराष्ट्र: पिछले 24 घंटे में दर्ज हुए कोरोना के 27,918 नये मामले, 139 की मौत ममता के बयान पर गरमाई राजनीति: गिरिराज सिंह बोले- रोहिंग्या को बसाने वाले खौफ से गोत्र पर उतरे