मेरठ: मेरठ की एक महिला ने जल संरक्षण को लेकर ऐसा कार्य किया कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने सराहना की है. बच्चों के साथ मिलकर मेरठ की रहने वाली इस महिला ने बूंद-बूंद जल बचाने को अपने जीवन का आधार बना लिया है. घर-घर जाकर वो लोगों से बूंद-बूंद जल बचाने का आग्रह करती हैं. जल संरक्षण में जुटी इस महिला को अब मेरठ के लोग जल योद्धा महिला कहने लगे हैं.


मात्र दो वर्षों में ही मेरठ की रहने वाली अदिति चंद्रा ने जल संरक्षण के क्षेत्र में ऐसा कार्य किया कि उन्हें विश्व की नामी संस्था वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड ने सम्मानित किया है. वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने मेरठ की इस महिला का ना सिर्फ नाम अपनी किताब में दर्ज किया बल्कि उन्हें शील्ड और मेडल से भी सम्मानित किया है.


वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम


खास बातचीत में अदिति चंद्रा ने बताया कि पिछले दो वर्षो से वो लगातार डोर टू डोर जाकर लोगों को पानी के महत्व के बारे में बता रही हैं. इस जल योद्धा महिला का कहना है कि अगर रास्ते में उन्हें कहीं भी लीकेज की शिकायत मिलती है तो वो फौरन उसे दुरुस्त कराने में जुट जाती हैं. ऐसा करते हुए अब तक वो करोड़ों लीटर पानी बचा चुकी है. अदिति का कहना है कि उनके जीवन का लक्ष्य ही अब जल है क्योंकि जल है तो कल है.


अदिति की संस्था का नाम द ग्रोइंग पीपल है. अदिति चंद्रा ने पिछले एक वर्ष में आठ सौ पचास से ज्यादा लीकेज ठीक करवाकर करोड़ों लीटर पानी बर्बाद होने से बचा लिया. मेरठ छावनी परिषद और नगर निगम के साथ मिलकर अदिति लगातार जल संरक्षण और साफ सफाई को लेकर कार्य कर रही हैं. अदिति घर-घर जाकर लोगों से अपील करती हैं कि लोग घरों में ज्यादा से ज्यादा किचन गार्डन लगाएं.


मिशन से जुड़े सैकड़ों बच्चे


उनका कहना है कि घरों से गीले कचरे से ही खाद बनाएं. जिसका उपयोग महिलाएं किचन गार्डन में करें. इस जल योद्धा महिला ने अपने इस मिशन में सैकड़ों बच्चों को भी अपने साथ जोड़ा है. ये बच्चे भी अपने घरों से प्लास्टिक के कचरे को घर से बाहर नहीं आने दे रहे हैं. ऐसे बच्चों को अदिति की संस्था सम्मानित भी करती है. विश्व में धाक जमाने वाली मेरठ की जल योद्धा की लोग तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. कैंट बोर्ड के सीईओ नतेन्द्र नाथ का कहना है कि ऐसी जल योद्धा महिला को वो नमन करते हैं.


अदिति ने बताया कि कोविड की वजह से लंदन से वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम तो मेरठ नहीं पहुंच सकी लेकिन उनके प्रतिनिधि के रूप में कैंट बोर्ड के सीईओ और नगर आयुक्त की टीम ने उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से आई ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया. अदिति का कहना है कि आने वाले दिनों में उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम इंदौर में फिजिकली सम्मानित करेगी.


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