विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप को लेकर एक बार फिर से चर्चा की है. मुंबई में आदित्य बिरला स्कॉलरशिप्स प्रोग्राम के सिल्वर जुबली समारोह में उन्होंने कहा कि 'बॉस' मोदी काम करने की आजादी देते हैं. उन्होंने इसका वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर साझा किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैसे बॉस हैं, यह पूछे जाने पर विदेश मंत्री ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो वह डिमांडिंग बॉस हैं."


विदेश मंत्री ने आगे कहा, "मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि वह तैयारी करते हैं. यदि आप उनके साथ किसी मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं तो आपको पूरी तैयारी के साथ जाना होता है. आपको पता होना चाहिए कि आप क्या कह रहे हैं. आपको अपने तर्क अच्छे तरीके से रखने चाहिए, आपको अपनी बात पर दृढ़ रहना चाहिए और आपके पास डाटा होना चाहिए."


'इंटरैक्टिव बॉस हैं पीएम मोदी'


विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी कहा कि पीएम मोदी काफी "इंटरैक्टिव बॉस" हैं. वह कोई फैसला करते समय सिर्फ अपनी ही नहीं कहते, सामने वाले की भी सुनते हैं.
एस. जयशंकर ने कहा कि वह बीच के डेढ़ साल को छोड़कर लगातार 10 साल से प्रधानमंत्री मोदी के मंत्रिमंडल में रहे हैं और उन्होंने उनके साथ काम करने के अनुभव को काफी एन्जॉय किया है."


'मनमुताबिक काम करने की देते हैं आजादी'


यूक्रेन का उदाहरण देते हुए विदेश मंत्री ने कहा, "एक बार उन्होंने (पीएम मोदी) तय कर लिया कि हमें (भारत के) लोगों को वहां से निकालना है तो फिर जो भी करना पड़े... 'वायु सेना से मदद लीजिए, नागर विमानन से मदद लीजिए, लोगों से बात कीजिए, और मुझे बताइए कि मुझे क्या करना है. यदि मुझे फोन पर किसी से बात करनी है तो मैं करूंगा. यदि मंत्रियों को वहां भेजना है तो बताइए. वह आपको काम करने की उस तरह की आजादी देते हैं."


भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी जयशंकर ने कहा कि आजादी का मतलब यह नहीं है कि वह आपके काम पर नजर नहीं रखेंगे, लेकिन वह हर छोटे-मोटे काम में दखल नहीं देंगे. इस लिहाज से देखा जाए तो "मैंने उनके साथ काम करने के अनुभव को एन्जॉय किया है".


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