Aditya-L1 Mission Launch: चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी के बाद अब इसरो (ISRO) की नजरें सूरज पर हैं. सूर्य की स्टडी करने से संबंधित आदित्य-एल1 मिशन (Aditya-L1 Mission) को लेकर तैयारियां पूरी हो गई हैं. इसरो ने बुधवार (30 अगस्त) को जानकारी दी कि लॉन्च रिहर्सल और रॉकेट की आंतरिक पड़ताल पूरी हो चुकी है.
इसरो ने ट्वीट (एक्स) कर बताया, "PSLV-C57/आदित्य-L1 मिशन की लॉन्च की तैयारियां चल रही हैं. लॉन्च रिहर्सल-वाहन की आंतरिक जांच पूरी हो गई है." इस मिशन को दो सितंबर को सुबह 11.50 बजे आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाना है. इसे पीएसएलवी-सी57 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा.
सूर्य के स्टडी के लिए भारत का पहला मिशन
आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को सूर्य के परिमंडल के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा का वास्तविक अध्ययन करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर है. ये सूर्य के स्टडी के लिए भारत का पहला समर्पित मिशन है.
क्या पता लगाएगा आदित्य-एल1 मिशन?
इस मिशन का मकसद 'एल1' के चारों ओर की ऑर्बिट से सूर्य की स्टडी करना है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, इसरो के एक अधिकारी ने कहा कि आदित्य-एल1 राष्ट्रीय संस्थानों की भागीदारी वाला पूर्णतः स्वदेशी प्रयास है. इसमें अलग-अलग वेवबैंड में सूर्य के प्रकाशमंडल, क्रोमोस्फीयर और सबसे बाहरी परत-परिमंडल का निरीक्षण करने के लिए सात पेलोड लगे होंगे.
चंद्रयान-3 ने की थी सफल लैंडिंग
इसरो इस मिशन को ऐसे समय में अंजाम देने जा रहा है जब हाल ही में इसने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग कराकर इतिहास रचा था. चांद के दक्षिणी क्षेत्र में इससे पहले कोई नहीं पहुंचा था.
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