Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की बगावत के बाद से ही राजनीतिक सरगर्मी थमने का नाम नहीं ले रही है. ज्यादातर शांत रहने वाले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के तेवर भी इन दिनों काफी तल्ख नजर आ रहे हैं. इन दिनों बागी नेताओं पर लगातार पलटवार करने के साथ ही आदित्य ठाकरे अब शिवसेना नेताओं को एकजुट करने में लग गए हैं.
आदित्य ठाकरे ने एक बयान में कहा, "जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को अस्पताल में भर्ती थे उस वक्तबागी विधायक खुद को बेच रहे थे. मैं उनसे पूछना चाहता हूं... क्या कोई मानवता नहीं बची है? हमने उन पर भरोसा किया." आदित्य ठाकरे ने हाल ही में कई जगहों पर रैलियां की थीं. इस दौरान उन्होंने शिवसेना के कार्यकर्ताओं को ताजा राजनीतिक हालात की जानकारी देने के साथ ही बागियों के विरोध में एकजुट होने की अपील की है. फिलहाल इस दौरान उन्होंने बागियों के साथ मिलकर काम करने के भी संकेत दिए हैं.
साथ मिलकर काम करने का दिया न्यौता
आदित्य ठाकरे का कहना है कि अगर आपको (बागी विधायकों) शिवसेना में वापस आना है तो आपका स्वागत है. आप सब वापस आएं... माफी मांगे.... और मिलकर काम करें. फिलहाल एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे ने भी आदित्य ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनके बयान पर पलटवार किया है.
एकनाथ शिंदे के बेटे ने किया पलटवार
एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा, 'उद्धव सरकार अल्पमत में है... हम जो कर रहे हैं वो बगावत नहीं जनता की मांग है.' श्रीकांत के इस बयान पर आदित्य ठाकरे ने उन्हें इस मुद्दे पर न बोलने की सलाह दी है. बीते दिनों आदित्य ठाकरे ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि जो लोग दगाबाजी करते हैं वह जीतते नहीं हैं.
बागी विधायकों पर गरजे आदित्य ठाकरे
बागियों के खिलाफ आदित्य ठाकरे की नाराजगी यहीं नहीं रुकी, उन्होंने गुवाहाटी (Guwahati) पहुंचे विधायकों को डरपोक तक कह दिया है. आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और उनके गुट के विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे आईपीएल में खिलाड़ियों की बोली लगती है, वैसे ही इन बेशर्म विधायकों ने अपनी बोली लगाई है.
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