मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. सी के साथ ठाकरे परिवार से कोई भी चुनाव लड़ने वाले आदित्य ठाकरे पहले सदस्य बन गए हैं. इससे पहले बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे किसी ने भी चुनाव नहीं लड़ा है. इस फैसले का एलान करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि राजनीति से आप बहुत लोगों का भला कर सकते हैं. मेरे लिए बहुत बड़ा कदम है लेकिन मुझे फिक्र नहीं है क्योंकि मुझे संभालने के लिए आप लोग हैं. आदित्य ठाकरे शिवसेना की युवा सेना के प्रमुख हैं,


मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैं आम आदमी हूं, जनता जो फैसला करेगी वो करूंगा. उन्होंने कहा, 'मैंने पूरे महाराष्ट्र का दौरा किया. मैं हमेशा सोचता था कि आगे जाकर और कैसा काम कर सकते हैं. जिनकी आवाज हम तक नहीं पहुंच पा रही है उनकी आवाज आप मुझ तक पहुंचाने में मदद करें. मैं सिर्फ वर्ली के लिए बल्कि पूरे महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करूंगा.''


शिवसेना के एक सूत्र ने कहा, ‘‘वर्ली को शिवसेना की सबसे सुरक्षित विधानसभा सीटों में से एक समझा जाता है, इसलिए आदित्य की उम्मीदवारी को अंतिम रूप दिया गया है. एनसीपी के पूर्व नेता सचिन अहीर हाल में शिवसेना में शामिल हुए थे जो आदित्य ठाकरे की जीत को आसान बना सकते है.’’ अहीर को 2014 के विधानसभा चुनाव में सुनील शिंदे ने पराजित किया था.


दिवंगत बाल ठाकरे द्वारा 1966 में शिवसेना की स्थापना किये जाने के बाद से ठाकरे परिवार से किसी भी सदस्य ने कोई चुनाव नहीं लड़ा है या वे किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं रहे है. उद्धव के चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने 2014 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा जताई थी. हालांकि उन्होंने बाद में अपना मन बदल लिया था. उद्धव ठाकरे ने शनिवार को अपने उस ‘‘वादे’’ को याद किया जो उन्होंने अपने दिवंगत पिता बाल ठाकरे से किया था. उन्होंने एक ‘शिव सैनिक’ (पार्टी कार्यकर्ता) को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था.


रविवार को शिवसेना ने की उम्मीदवारों की घोषणा
शिवसेना ने रविवार को कुछ विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. शिवसेना और भाजपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है. इस बीच उद्धव ठाकरे नीत पार्टी के सूत्रों ने बताया कि रविवार को जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया उनपर कोई टकराव नहीं है. शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकार कोंकण के सिंधुदुर्ग की सावंतवाडी सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि राजेश क्षीरसागर कोल्हापुर शहर से चुनाव लड़ेंगे.


माना जाता है कि 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और शिवसेना बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और कुछ सीटें छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ेंगे. हालांकि सीट बंटवारे को लेकर अबतक कोई समझौता नहीं हुआ है. दोनों पार्टियों के सूत्रों ने बताया कि भाजपा हाल के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के आधार पर ज्यादा सीटें चाहती है लेकिन शिवसेना इसके लिए तैयार नहीं है.


महाराष्ट्र चुनाव पर एक नजर
महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव होने हैं और नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे, नामांकन की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर है.


विधानसभा का कार्यकाल- 9 नवंबर तक
वोटर्स-8.94 करोड़
बीजेपी सत्ता में
मुकाबला- बीजेपी-शिवसेना गठबंधन Vs कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. उस वक्त बीजेपी 122 सीटें जीतने में कामयाब रही थी जबकि शिवसेना को 63 सीटें मिली थीं. 2014 के चुनाव में कांग्रेस 42 सीटें और एनसीपी 41 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.