Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान (Maharashtra Politics) के बीच शिवसेना (Shiv Sena) की युवा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) युवा सेना के पदाधिकारियों को संबोधित किया. आदित्य ठाकरे ने शिवसेना के बागी विधायकों को चुनौती देते हुए कहा, "मेरी इन विधायकों को खुली चुनौती है कि इस्तीफा दे और चुनाव लड़ कर दिखाएं. मैं इन सब को चुनाव में हराए बिना रुकूंगा नहीं."
आदित्य ने कहा, 'असली ताकत शिवसैनिक (Shivsainik) है, परसों तक जो मेरी गाड़ी में बैठे थे वो भी चले गये. यह जो परिस्थिति हमारे ऊपर आई है , ऐसे समय में फायदा लिया गया है जब उद्धव ठाकरे बीमार हैं.'
आदित्य ठाकरे ने आगे कहा, 'आप खुद को अगर सच्चे शिवसैनिक कहते हैं तो सामने आइए और बोलिए हमारी क्या गलती हुई है. आज अगर बाला साहब ठाकरे या आनंद दिघे होते और उनके सामने उन्होंने यह किया होता तो वह उन्हें अपनी भाषा में समझाते. मुझे एक डायलॉग याद आ रहा है. दिलवाले पिक्चर में है कि हम शरीफ क्या हुए सारी दुनिया बदमाश हो गई. मैं तो रास्ते पर उतर ही रहा हूं लेकिन आप भी घर घर जाकर उनकी सच्चाई लोगों तक पहुंचाइये. आज हिम्मत से यह सारी नई पीढ़ी यहां आई है. मैं आप लोगों के साथ हूं. जितना प्यार और विश्वास आप लोगों पर किया था उतना किसी पर नहीं किया जो डिपार्टमेंट पिछले 50 सालों में किसी मुख्यमंत्री ने नहीं छोड़ा वह डिपार्टमेंट इन्हें दिया गया.
अगर आप में दम था तो मुंबई में रहकर विद्रोह करते
ठाकरे ने कहा, उनमें बोलने की हिम्मत नहीं. बगावत सूरत में जाकर की. उस दिन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं थे कि सुपर पावर क्या पाकिस्तान क्या अगर इतनी हिम्मत होती तो मुंबई में रहकर आप बात करते. जिस राज्य में परिस्थिति बिकट है उस राज्य में जाकर आप लोग मौज मस्ती कर रहे हो सिर्फ खाने का बिल. 8 लाख और क्या- क्या है यह तो हमने पूछा ही नहीं और अब तो सीआरपीएफ की सिक्योरिटी दी गई है. यह सीआरपीएफ की सिक्योरिटी हमारे कश्मीरी पंडितों को दी गई होती जो हमने पिछले महीने ही मांग की थी.
15-16 नेताओं को किडनैप कर लिया गया है
जब मच्छर घर में आते हैं तब पता नहीं चलता कहां से आ रहे हैं. फिर हम गुड नाइट लगाते हैं, लेकिन अगर यह शेर होते तो भागते नहीं. मैं आज भी चैलेंज दे रहा हूं मैं जानता हूं कि 15 से 16 लोग ऐसे हैं जो वहां तकलीफ में है जिन्हें किडनैप किया गया है. कल का वीडियो हमने देखा कि दोनों नेताओं को गला पकड़ कर घसीट कर ले जा रहे हैं. हर बाथरूम में पुलिस वाले और सीआरपीएफ वाले लगाए गए हैं उन्हें लगा कि जैसे इज्जत हम यहां करते थे वैसे ही इज्जत उन्हें वहां मिलेगी लेकिन जो लोग वहां गए वहां जाकर वह कैदी बन गए.
जहां आपदा आई वहां विधायक मौज कर रहे हैं
मुझे आज भी यकीन नहीं हो रहा है कि प्रकाश सुर्वे (Prakash Surve) जैसा आदमी जा सकता है. जिन जिन लोगों को मैंने फंड दिया है, मैंने कोई उन पर उपकार नहीं किया. आज पैसों के लिए आप वहां गए हैं. कल को आप अपने परिवार वालों (Family) को क्या मुंह दिखाएंगे उनको भी यही लगेगा कि पैसे के लिए आप ने गद्दारी की. पैसा आता जाता रहता है लेकिन नाम सही रहना चाहिए. असम में बाढ़ (Assam Flood) आई हुई है खबरों के मुताबिक 50 लाख (50 Lakh People) लोगों को वहां से स्थानांतरित किया जा रहा है और उसी राज्य में जाकर फाइव स्टार होटल (Five Star Hotel) में विधायक मजा कर रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री (Assam CM) की क्या यह जिम्मेदारी नहीं है कि उनके राज्य में इतनी बड़ी आपदा आई है और वह विधायकों (MLAs) को मौज-मस्ती करवा रहे है. असम के सीएम कह सकते थे की यहां आपदा आइ है यहां मत भेजिए इन विधायकों को.
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