कल आदित्य ठाकरे का नॉमिनेशन, सीएम फडणवीस की मौजूदगी की कोशिश में लगी है शिवसेना
बता दें कि आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने को लेकर शिवसेना में उत्साह है. संजय राउत ने हाल ही में कहा था कि कि भले ही चंद्रयान 2 लैंड नहीं कर पाया लेकिन सीएम दफ्तर आदित्य ठाकरे जरूर पहुंचेंगे. चर्चा है कि शिवसेना की नजर डिप्टी सीएम पद पर है.
मुंबई: महाराष्ट्र की 288 सीटों पर 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बार 60 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है कि ठाकरे परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़ रहा हो. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र की वर्ली सीट चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. अब शिवसेना इस कोशिश में लगी है कि जब आदित्य ठाकरे अपना नॉमिनेशन भरें तो उस समय राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवसी भी मौजूद हों.
बता दें कि आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने को लेकर शिवसेना में उत्साह है. हाल ही में शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि भले ही चंद्रयान 2 लैंड नहीं कर पाया लेकिन सीएम दफ्तर आदित्य ठाकरे जरूर पहुंचेंगे. चर्चा है कि शिवसेना की नजर डिप्टी सीएम पद पर है.
महाराष्ट्र की 288 सीटों में से 125 पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. इसके साथ ही शिवसेना को 124 सीटें मिली हैं. यानी 249 सीटों पर समझौता हो चुका है. बची हुई 39 सीटों को लेकर अभी कोई तस्वीर साफ नहीं है. शिवसेना ने अपने हिस्से में से 70 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. शिवसेना ने वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे को मैदान में उतारा है. उधर शिवसेना के समर्थकों ने वर्ली विधानसभा में अलग-अलग भाषाओं में होर्डिंग्स लगाए हैं. इसमें लिखा है, ''वर्ली कैसे हो?'' इसे गुजराती और उर्दू समेत दूसरी भाषाओं में लगाया गया है. विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.
Mumbai: Shiv Sena puts up posters of Aditya Thackeray which say 'How are you Worli?' in different languages. He is contesting #MaharashtraAssemblyPolls from Worli constituency. https://t.co/kurUjKEGT7 pic.twitter.com/CpgCaGr1r1
— ANI (@ANI) October 2, 2019
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: आधी सीटों की मांग करने वाली शिवसेना कम सीटों पर क्यों मान गई?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014 के नतीजे साल 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. उस वक्त बीजेपी 122 सीटें जीतने में कामयाब रही थी जबकि शिवसेना को 63 सीटें मिली थीं. 2014 के चुनाव में कांग्रेस 42 सीटें और एनसीपी 41 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.
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