Maharashtra Politics: महाराष्ट्र (Maharashtra) के विधान परिषण चुनावों के बाद उद्धव सरकार (Uddhav) में बड़ी बगावत होते दिख रही है. शिवसेना (Shiv Sena) के मंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) चुनावों के बाद से शिवसेना के संपर्क में नहीं हैं. शिवसेना के लिए परेशानी की बात इसलिए है क्योंकि वो अकेले नहीं बल्कि 29 विधायकों के साथ गायब हैं. जिसके बाद अब उद्धव ठाकरे सरकार की मुश्किलें बड़ गई है. वहीं अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आपात बैठक बुलाई है जिसमें पार्टी के बड़े नेता शामिल होंगे. ताजा जानकारी के मुताबिक, संजय राउत उद्धव ठाकर के घर पहुंच गए हैं.
एकनाथ शिंदे का 29 विधायकों और मंत्रियों के साथ गायब होना कई सवाल खड़े करता है. सबसे अहम सवाह जो सामने आता कि ऐसा क्या हुआ जो एकनाथ समेत 29 विधायक/मंत्रियों ने इतना बड़ा फैसला लिया. जानकार बताते हैं कि एकनाथ काफी समय से उद्धव सरकार से खफा चल रहे थे उनकी नाराजगी पर जब भी मीडिया ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने हर इसे केवल एक गलत जानकारी या अफवाह बताया. वहीं, अब एकनाथ 29 विधायकों/मंत्रियों के साथ गायब हैं.
आइये जानते हैं एकनाथ शिंदे आखिर क्यों सरकार और उद्धव ठाकरे से नाराज़ हो सकते हैं?
1- सरकार बनते समय ज्यादातर अहम मंत्रालय NCP के पास गए.
2- शिवसेना के नेताओं को फंड नहीं मिल रहा था.
3- जो मंत्रालय एकनाथ शिंदे के पास है उसने आदित्य ठाकरे का कथित तौर पर इंटरफ़ेयर दिखने लगा था.
4- आदित्य को बड़ा करने के लिए शिंदे को कथित तौर से दरकीनार किया जाने लगा था.
5- उनके विभाग सचिवों और आईएएस अधिकारियों ने सीएमओ कंसर्न के साथ किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं करने को कहा था.
संजय राउत ने कहा कुछ नहीं होगा
बता दें, शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र में पैदा हुए सियासी हलचल के बीच कहा कि कोई भूकंप नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी पहले भी कोशिश कर चुकी है, लेकिन इस बार भी सफल नहीं होगी. महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर नहीं होने देंगे. उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता है कि महाराष्ट्र सरकार को कुछ होगा. इसके साथ ही, राउत ने कहा कि सभी विधायक जल्द वापस लौटेंगे.
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