मुंबई: शिवसेना महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला किया है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे वर्ली विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाने उतरेंगे. इसी के साथ ठाकरे परिवार से कोई भी चुनाव लड़ने वाले आदित्य ठाकरे पहले सदस्य बन गए हैं. इससे पहले बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे किसी ने भी चुनाव नहीं लड़ा है.


सूत्रों के अगर बीजेपी और शिवसेना सरकार में वापसी करती हैं आदित्य ठाकरे को उप मुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है. शिवसेना अपने सभी उम्मीदवारों को AB फॉर्म देती है. सूत्रों मानें तो आदित्य ठाकरे तीन अक्टूबर को एबी फॉर्म भर सकते हैं. आदित्य ठाकरे के साथ ही शिवसेना के 17 और उम्मीदवारों के नाम भी सामने आए हैं.


फिलहाल वर्ली से शिवसेना के ही सुनील शिंदे विधायक हैं. खबरों की मानें तो आदित्य ठाकरे को भारी मतों से जिताने के लिए शिवसेना ने अपने कार्यकर्ताओं को आदेश भी दिया. शिवसेना के कुछ नेता आदित्य ठाकरे को पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी मान रहे हैं.


शिवसेना ने रविवार को कुछ विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. शिवसेना और भाजपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत चल रही है. इस बीच उद्धव ठाकरे नीत पार्टी के सूत्रों ने बताया कि रविवार को जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया उनपर कोई टकराव नहीं है. शिवसेना के सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री दीपक केसरकार कोंकण के सिंधुदुर्ग की सावंतवाडी सीट से चुनाव लड़ेंगे जबकि राजेश क्षीरसागर कोल्हापुर शहर से चुनाव लड़ेंगे.


माना जाता है कि 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और शिवसेना बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और कुछ सीटें छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ेंगे. हालांकि सीट बंटवारे को लेकर अबतक कोई समझौता नहीं हुआ है. दोनों पार्टियों के सूत्रों ने बताया कि भाजपा हाल के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के आधार पर ज्यादा सीटें चाहती है लेकिन शिवसेना इसके लिए तैयार नहीं है.


महाराष्ट्र चुनाव पर एक नजर
महाराष्ट्र की 288 सीटों के लिए 21 अक्टूबर को चुनाव होने हैं और नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे, नामांकन की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर है.


विधानसभा का कार्यकाल- 9 नवंबर तक
वोटर्स-8.94 करोड़
बीजेपी सत्ता में
मुकाबला- बीजेपी-शिवसेना गठबंधन Vs कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2014
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ी थी. उस वक्त बीजेपी 122 सीटें जीतने में कामयाब रही थी जबकि शिवसेना को 63 सीटें मिली थीं. 2014 के चुनाव में कांग्रेस 42 सीटें और एनसीपी 41 सीटें जीतने में कामयाब रही थी.