नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है. योगी ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का स्वागत किया है. आदित्यनाथ योगी ने कहा, ''अदालत ने जो कहा वो स्वागत योग्य है. दोनों पक्षों को बैठक बातचीत से मामला सुलझाना चाहिए. सरकार की तरफ से हर सहयोग करेंगे.'' सीएम आदित्यनाथ योगी दिल्ली के दौरे पर हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी की.


लोकसभा में भी बोले आदित्यनाथ योगी
यूपी के नए सीएम आदित्यनाथ योगी आज लोकसभा में पहुंचे. आदित्यनाथ योगी ने लोकसभा को संबोधित भी किया. आदित्यनाथ योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की. इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश का विकास ना होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष पर निशाना साधा. फाइनेंस बिल पर अपनी बात रखते हुए योगी ने यूपी के विकास को लेकर अपना मॉडल सदन में रखा.


यूपी में बहुत कुछ बंद होने जा रहा है
आदित्यनाथ ने कहा, ''आप यूपी में आएं, आपका स्वागत होगा वहां. यूपी प्रधानमंत्रीजी के सपनों का प्रदेश होगा. भ्रष्टाचार मुक्त, अराजकता और गुंडागर्दी से मुक्त प्रदेश होगा. हम विकास का ऐसा मॉडल देंगे कि वहां के युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ेगा. आप देखते रहिए, बहुत कुछ बंदी होने जा रही है. बहुत कुछ बंद होने जा रहा है.''


सुप्रीम कोर्ट में आज क्या हुआ?
राम मंदिर से जुड़े मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम टिप्पणी की है. सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मामला है. कोर्ट ने कहा कि ‘संवेदनशील मसलों का आपसी सहमति से हल निकालना बेहतर है.’ सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस विवाद का हल तलाश करने के लिए सभी संबंधित पक्षों को नये सिरे से प्रयास करने चाहिए.


प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि ऐसे धार्मिक मुद्दों को बातचीत से सुलझाया जा सकता है और उन्होंने सर्वसम्मति पर पहुंचने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश भी की.


बेंच में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एस के कौल भी शामिल हैं. पीठ ने कहा, ‘‘ये धर्म और भावनाओं से जुड़े मुद्दे हैं. ये ऐसे मुद्दे है जहां विवाद को खत्म करने के लिए सभी पक्षों को एक साथ बैठना चाहिए और सर्वसम्मति से कोई निर्णय लेना चाहिए. आप सभी साथ बैठ सकते हैं और सौहाद्र्रपूर्ण बैठक कर सकते हैं.’’ सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी तब की जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले पर जल्द सुनवायी की मांग की.