जम्मू कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटा प्रशासन, केबल कार की हुई शुरुआत
धारा 370 हटाने के बाद आप प्रदेश सरकार जम्मू और कश्मीर को पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए प्रयास कर रही है. इस सिलसिले में उन परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है जो पिछले कई सालों से अधर में लटकी हुई थीं
जम्मू: प्रदेश से धारा 370 हटने के बाद अब सरकार जम्मू कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुट गई है. इसी सिलसिले में पिछले कई सालों से रुके पड़े जम्मू के पीरखों-महामाया मंदिर के बीच रोपवे की शुरुआत प्रदेश के एलजी मनोज सिन्हा ने की.
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद आप प्रदेश सरकार जम्मू और कश्मीर को पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए प्रयास कर रही है. इस सिलसिले में अब उन परियोजनाओं को पूरा किया जा रहा है जो पिछले कई सालों से अधर में लटकी हुई थीं. सरकारी नजरअंदाज के चलते जम्मू में ऐसी कई परियोजनाएं हैं जो सालों से पूरी नहीं की जा सकीं.
हालांकि तब की सरकारों ने इन परियोजनाओं का पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर एलान तो किया, लेकिन इन परियोजनाओं को अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सका. इसी सिलसिले में जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को पिछले कई सालों से अधर में लटके पीरखोह से महामाया मंदिर के बीच रोपवे सेवा की शुरुआत की.
मनोज सिन्हा के मुताबिक इस रोपवे से जम्मू के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और जो भी पर्यटक जम्मू आएंगे, वो इस रोपवे की सुविधा का आनंद ले पाएंगे. उनके मुताबिक जम्मू-कश्मीर में पिछले कई सालों से लटकी हुईं पर्यटन से जुड़ी हुईं परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जम्मू को भी पर्यटन के नक्शे पर लाने के लिए एक ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है जिस पर अमल बहुत जल्दी शुरू होगा. गौरतलब है कि इस रोपवे को तवी नदी के बीचो-बीच बनाया गया है, जो जम्मू के ऐतिहासिक पीरखोह मंदिर को महामाया मंदिर और फिर बहु फोर्ट से जुड़ेगा.