बेंगलुरु: एयरो इंडिया-2019 के साथ एयर शो शुरू हो चुका है. एशिया के इस प्रमुख एयर शो का यह बारहवां साल है. येलाहांका एयर फोर्स स्टेशन के ऊपर आसमान में अलग अलग ‘मेटल बर्ड्स’ ने उड़ान भरी. एयरो इंडिया शो 2019 के जरिए भारत ने फिर एक बार आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है.


इस मौके पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ''भारत रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण के लिए एक बड़े बाजार की पेशकश करता है.'' रक्षा मंत्री ने कहा कि निवेशकों को एयरोस्पेस और अन्य क्षेत्रों में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जिससे भारत में विनिर्माण में मदद मिल सके.


दुनिया में हथियारों का एक बड़ा बाजार बन चुका है. इसलिए दुनिया भर की हथियार बनाने वाली कंपनियों की नज़र हर साल भारत में आयोजित होने वाले 'एयरो इंडिया' पर रहती है. एयरो इंडिया 2019 का 12वां संस्करण 20-24 फरवरी तक बेंगलुरु के येलहंका में आयोजित किया जा रहा है.


सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा राफेल ने भी इस मौके पर अपना दम खम दिखाया. फ्रेंच और फोर्स के तीन राफेल इस एयरो इंडिया शो के लिए पहुंचे हुए है. राफेल ने आसमान में अलग अलग मेनोवरिंग की. साथ ही रिहर्सल के दौरान आसमान में क्रैश में जान गंवाने वाले विंग कमांडर साहिल गांधी को लड़ाकू विमान रफाल ने धीमी रफ्तार से उड़ान भरकर श्रद्धांजलि दी.


तेजस विमान पर रहीं सबकी नज़रें


बात अगर भारत की करें तो लोगो की निगाहें यहीं बने तेजस विमान पर रहेंगी. जो एक मल्टीरोल एयरक्राफ्ट है. इस एयरक्राफ्ट पर मौक ब्रह्मोस भी लगाए गए है. डीआरडीओ का तैयार किया ब्रह्मोस भी यहां आकर्षण का केंद्र है जो कि देश की शक्ति को दर्शाता है.


इसके अलावा एयर शो में डकोटा DC-3 ने भी हिस्सा लिया. एयर शो की शुरुआत डकोटा की एंट्री के साथ हुई. यह विंटेज विमान है जिसने कश्मीर में 1947 और बांग्लादेश में 1971 के मुक्ति संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी. इसका इस्तेमाल 1947 के भारत-पाक युद्ध के दौरान सिख रेजिमेंट के जवानों को श्रीनगर ले जाने में हुआ था. डकोटा को गूनी बर्ड भी कहा जाता था. यह भारतीय वायुसेना में शामिल होने वाला पहला बड़ा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट था.


इसके अलावा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर, सुखोई 30 MKI, F16 मल्टी रोले फाइटर एयरक्रा और सारंग हेलीकॉप्टर टीम ने भी हवा में अपनी करतब दिखाई. अलग अलग फॉर्मेशन कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया.


हालांकि मंगलवार को हुए हादसे के बाद जिस तरह से दो सुर्यकिरण एयरोबेटिक टीम के हॉकस के आपस में तक जाने के बाद एक पायलट की जान चली गई, उस कारण आज सूर्य किरण ने इस एयर शो में भाग नहीं लिया.