भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने वहां पर बिगड़े हालात के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने जब से अप्रैल के बाद अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सेना को हटाने का ऐलान किया तब से अफ़ग़ानिस्तान में सुरक्षा हालात खराब हुए. 150 के आसपास ज़िलों में युद्ध के हालात है. तालिबान ने बहुत सारे ज़िलों को अपने कब्ज़े में ले लिया है.


फरीद मामुन्दजई ने कहा कि तालिबान को पाकिस्तान से मदद मिल रही है. तालिबान का पाकिस्तान के क्वेटा, पेशावर में नेतृत्व परिषद है. तालिबान के  परिवार और निवेश पाकिस्तान में है. तालिबान को पाकिस्तान की मदद नहीं मिलती तो अफ़ग़ानिस्तान में हालात ख़राब नहीं होते.


समाचार एजेंसी एएआई को दिए इंटव्यू में अफगानिस्तान के राजदूत ने कहा- हमारी सेना कार्रवाई कर रही है. हमारी सेना ने पिछले 3 दिनों में 10 ज़िले वापस ले लिए हैं. उम्मीद है कि हम बाकी ज़िलों को भी वापस ले लेंगे. अगले कुछ हफ्तों में हालात बदलेंगे.


उन्होंने कहा कि इनसे दोस्ती अच्छी नहीं है. आज इन बुरे हालातों से हमारा सामना हो रहा है कल शायद पाकिस्तान की भी नौबत आ जाए. हमारी पाकिस्तान से निवेदन है कि तालिबान से दोस्ती ना करे. आतंकवाद से दोस्ती कभी रंग नहीं लाती है.


मामुन्दजई  ने आगे कहा कि भारत ने हमें वायु सेना में जितनी मदद दी है उस तरह की मदद हमें अब तक इस इलाके में किसी दूसरे देश ने नहीं दी. जितने हथियार हमें भारत ने दिए हैं उतने हथियार हमें अब तक किसी दूसरे देश ने नहीं दिए. इसके लिए मैं भारत का धन्यवाद करता हूं.


ये भी पढ़ें: अफगानिस्तान में बिगड़े हालात पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मॉस्को में जताई चिंता, बोले- क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा