Afghanistan Crisis: मुंबई में अमेरिकन काउंसलेट के सामने पोस्टर लेकर पहुंचे अफगानी छात्र, शरणार्थी दर्जे की मांग
Afghanistan Crisis: छात्रों ने बताया कि घर पर अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं. परिवार की स्थिति खराब है. बर्बादी के कगार पर हैं. अपने परिवार और उनकी जान-माल की रक्षा के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं.
Afghanistan Crisis: भारत में रह रहे अफगानी मूल के विद्यार्थी काफी चिंता में दिखाई दे रहे हैं. मुंबई-पुणे में पढ़ने वाले अफगानी मूल के विद्यार्थी आज मुंबई के बीकेसी में अमेरिकन काउंसलेट के सामने अफगानिस्तान का झंडा और पोस्टर लेकर पहुंचे. इसके बाद बीकेसी पुलिस उन्हें बीकेसी पुलिस स्टेशन ले आई. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अफगानी छात्रों ने बताया कि वह अमेरिका से शरणार्थी दर्जे की मांग करने के लिए आए थे.
छात्रों ने बताया कि घर पर अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं. परिवार की स्थिति खराब है. बर्बादी के कगार पर हैं. अपने परिवार और उनकी जान-माल की रक्षा के लिए अमेरिका जाना चाहते हैं. यह मांग काउंसलेट अधिकारियों से रखी है. छात्रों का कहना है कि अमेरिका 80 हजार से लेकर 1 लाख तक अफगानी शरणार्थियों को अमेरिका बुलाने जा रहा है. इसी को लेकर वह अपनी मांग रखने आए थे.
दहशत में लोग
अपना नाम और अपने परिवार से जुड़ी डिटेल अफगानी छात्रों ने दर्ज कराने के लिए अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों को दिया है. अपने घर के बिगड़े हालात को लेकर अफगानी छात्र बता रहे हैं कि लोग दहशत में हैं. हर दिन लोग मर रहे हैं. परिवार के लोग छुपे हुए हैं. खोज-खोजकर सरकारी सेवा से जुड़े लोगों को तालिबानी मार रहे हैं. इसीलिए अपने और अपने परिवार की जान बचाने के लिए वह शरणार्थी दर्जा चाहते हैं.
छात्रों ने भारत में तालिबान के समर्थन में उठ रही आवाजों को लेकर कहा कि तालिबान प्रोपेगेंडा के तहत अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहा है. अगर वह ऐसा होता तो हम अपना घर छोड़कर क्यों आए होते? लाखों लोग आज अफगानिस्तान क्यों छोड़ना चाहते हैं? तालिबान आतंकवादी है.
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