नई दिल्ली: अफगानिस्तान में तालिबान से चल रही जंग के बीच, अफगानी सेना प्रमुख चार दिवसीय (27-30 जुलाई) दौरे पर भारत आ रहे हैं. इस दौरे के दौरान अफगानिस्तान के सेना प्रमुख भारतीय समकक्ष, जनरल एम एम नरवणे के साथ साथ एनएसए अजीत डोवाल और दूसरे वरिष्ट नेतृत्व से मुलाकात कर अफगानिस्तान के हालात पर विस्तृत चर्चा करेंगे. 


जानकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान के सेना प्रमुख वली मोहम्मद अहमदजई 27 जुलाई को भारत पहुंचेंगे और उसके बाद थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से खास मीटिंग करेंगे. राजधानी दिल्ली के साउथ ब्लॉक लॉन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. इसके अलावा वे इंडिया गेट स्थित नेशनल वॉर मेमोरियल पर वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.


हालांकि, सुरक्षा कारणों से अफगान सेना प्रमुख की यात्रा को बेहद गोपनीय रखा गया है. लेकिन माना जा रहा है कि अफगान सेना प्रमुख अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के साथ-साथ भारत से मदद की मांग कर सकते हैं. उच्च-पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, भारत अपने सैनिकों ('ऑन ग्राउंड बूट्स') को तो अफगानिस्तान नहीं भेजेगा लेकिन दू‌सरे तरीकों से सैन्य मदद कर सकता है, जैसाकि भारत करता आया है. आपको बता दें कि भारत अफगानिस्तान के सैनिकों को ट्रेनिंग देने के अलावा हेलीकॉप्टर तक अफगान सेना को दे चुका है. 


दरअसल, अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के साथ ही तालिबान ने एक बार फिर अपना सर उठाना शुरू कर दिया है. तालिबानी लड़ाकों ने अफगानिस्तान के कई हि‌स्सों पर फिर से कब्जा कर लिया है. कंधार सहित कई इलाकों में अफगान सेना और तालिबान में जंग जारी है. ऐसे में अफगान सेना को सैन्य मदद की जरूरत पड़ सकती है. इसी कड़ी में अफगान सेनआ प्रमुख वली मोहम्मद अहमदजई की भारत यात्रा को देखा जा रहा है.वली मोहम्मद अहमदजई ने पिछले महीने ही अफगान सेना की कमान संभाली है. क्योंकि तालिबान को काबी ना करने को लेकर अफगान सरकार ने अपने सेना प्रमुख को पद से हटा दिया था. उसके बाद ही अहमदजई को कमान दी गई.


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