Navratri Celebration In Kabul: नवरात्रि पर्व के दौरान अफ़ग़ानिस्तान के अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय ने काबुल के आसमाई मंदिर में जमा होकर कीर्तन किया. धार्मिक आयोजन में अफगानिस्तान में अमन खुशहाली के साथ साथ भारत के लोगों के लिए भी प्रार्थनाएं की गई.
इस दौरान अफ़ग़ानिस्तान के अल्पसंख्यक सिख और ईसाई समुदाय के लोगों ने भी शिरकत की. आयोजन में जमा हुए लोगों ने आर्थिक और सामाजिक मुश्किलों का हवाला देते हुए भारत से आग्रह किया कि सुरक्षित बाहर निकाला जाए.
बता दें कि 15 अगस्त को तालिबान ने पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था और सात सितंबर को अंतरिम सरकार की घोषणा की थी. तालिबानी राज आने के बाद से हजारों-हजार की संख्या में लोग देश छोड़ चुके हैं. सबसे बड़ा संकट महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों पर मंडरा रहा है. ऐसे में दुनिया के देश लगातार तालिबान से महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं.
मंगलवार को ही जी-20 देशों के नेताओं ने स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से अफगान लोगों को सीधे मानवीय सहायता प्रदान करने और महिलाओं, लड़कियों और अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों सहित सभी अफगानों के लिए मौलिक मानवाधिकारों को बढ़ावा देने को लेकर अपनी सामूहिक प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान को लेकर बुलाई गई जी 20 की बैठक में यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया कि अफगानिस्तान का क्षेत्र कट्टरपंथ और आतंकवाद का जरिया न बने.
अफगानिस्तान पर हुई G-20 की बैठक, पीएम मोदी बोले- देश कट्टरपंथ और आतंकवाद का जरिया न बने